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Bilaspur News: कलेक्टोरेट में महिला कर्मचारियों के लिए बनेगा वूमन कॉमन रूम और पिंक टॉयलेट

Bilaspur News: जिला कार्यालय में महिला कर्मचारियों के लिए पृथक कॉमन रूम एवं पिंक टॉयलेट बनाया जायेगा। कलेक्टर अवनीश शरण ने महिला कर्मचारियों की उपस्थिति में मंगलवार को भूमिपूजन एवं शिलान्यास किया। डीएमएफ मद से 25 लाख की लागत से मंथन हॉल के ऊपर कक्ष के एक हिस्से में इसे बनाया जायेगा

Bilaspur News: कलेक्टोरेट में महिला कर्मचारियों के लिए बनेगा वूमन कॉमन रूम और पिंक टॉयलेट
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By Radhakishan Sharma

Bilaspur News: बिलासपुर। जिला कार्यालय में महिला कर्मचारियों के लिए पृथक कॉमन रूम एवं पिंक टॉयलेट बनाया जायेगा। कलेक्टर अवनीश शरण ने महिला कर्मचारियों की उपस्थिति में मंगलवार को इसका भूमिपूजन एवं शिलान्यास किया। नये साल के पूर्व इसका निर्माण पूर्ण करने के निर्देश नगर निगम को दिए।

डीएमएफ मद से 25 लाख की लागत से मंथन हॉल के ऊपर कक्ष के एक हिस्से में इसे बनाया जायेगा। मालूम हो कि लगभग 50 महिला कर्मचारी एवं अधिकारी जिला कार्यालय की विभिन्न शाखाओं में कार्यरत हैं। कई कर्मचारी शिशुवती माताएं भी हैं। अलग से रूम बनने से महिलाएं अवकाश के समय में बच्चों की देखरेख के साथ ही अपना शासकीय दायित्व भी निश्चिंत होकर निभा पाएंगी।

कलेक्टर अवनीश शरण ने महिला कर्मचारियों की समस्याएं जानने एवं समझने के लिए माह भर पहले उनकी बैठक ली थी। बैठक में उनकी समस्याएं सुनकर निदान का भरोसा दिलाया था। इस सिलसिले में भूमिपूजन एवं शिलान्यास का कार्यक्रम आज संपन्न हुआ। कॉमन रूप में सोफा, टेबल, एसी, टीवी आदि बाल सुलभ सुविधाएं होगी। बच्चों के मन बहलाने के लिए खिलौने एवं झूले भी होंगे। कलेक्टर ने भूमिपूजन के बाद महिला कर्मचारियों से बैठक लेकर सामूहिक चर्चा की। उन्होंने बताया कि नये साल की सौगात के रूप में ये सभी सुविधाएं उन्हें मुहैया हो जायेंगी। महिला कर्मचारियों ने दिक्कतों को दूर करने के लिए कलेक्टर के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पिछले 8-10 बरस से इसके लिए प्रयास करते आ रहे थे। कलेक्टर ने इसके बाद पंजीयन कार्यालय परिसर में बने सीसी रोड का भी शुभारंभ किया। परिसर में बेजा कब्जाधारियों को हटाकर सीसी रोड बनाया गया है। नगर निगम द्वारा स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत इसका निर्माण किया गया है। परिसर से हटाये गये 28 अर्जीनवीस एवं स्टाम्प वेण्डरों का परिसर के ही एक हिस्से में व्यवस्थित रूप से पुनर्वास किया गया है।

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