Bilaspur News: छात्र की हत्या के मामले में न्याय दिलाने समाज आया आगे, रैली निकाल किया कलेक्ट्रेट घेराव...
Bilaspur News : बिलासपुर। यूपीएससी की तैयारी करने वाले छात्र की हत्या के मामले में अब साहू समाज आगे आ गया है। बीते दिनों अंबिकापुर के लखनपुर निवासी मेधावी छात्र यश साहू की हत्या कर दी गई थी। यश साहू बिलासपुर में रहकर कॉलेजके साथ ही यूपीएससी की कोचिंग कर रहा था। मामले में पुलिस ने हत्या में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है। पर अब परिजनों व साहू समाज ने हत्या में लड़की के घरवालों को बचाने व गलत जांच करने का आरोप लगा आज रैली निकाल कलेक्ट्रेट का घेराव किया साथ ही निष्पक्ष जांच हेतु सीबीआई जांच की मांग की।
अंबिकापुर के लखनपुर निवासी किराना व्यवसाई राजेश साहू का पुत्र यश साहू यूपीएससी की तैयारी करने के लिए बिलासपुर में आया था। यहां कॉलेज की पढ़ाई करने के साथ मंगला चौक स्थित दिल्ली आईएएस अकैडमी में यूपीएससी की तैयारी कर रहा था। यश स्कूली जीवन से ही पढ़ाई में मेधावी था और यूपीएससी की तैयारी के दौरान कोचिंग करता था। उसकी कोचिंग में पढ़ने वाली एक लड़की से दोस्ती हो गई थी। जिससे नाराज लड़की के एक अन्य प्रेमी ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर यश की कोचिंग से ले जा कर हत्या कर दी थी। हत्या के बाद उसकी लाश सिरगिट्टी थाना क्षेत्र के पेट्रोल पंप के सामने फेंक दी गई थी। शिकायत के बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज व तकनीकी साक्ष्य के आधार पर छात्रा के प्रेमी व उसके दो साथियों को गिरफ्तार किया था।
गिरफ्तारी के साथ ही पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर खुलासा करते हुए बताया था कि त्रिकोणीय प्रेम प्रसंग के चलते छात्रा के एक अन्य प्रेमी ने यश को बात करने के बहाने कोचिंग से अपने साथ स्कूटी पर बैठा कर ले गया और चकरभाठा थाना क्षेत्र के 1 बंद ढाबे में अपने दो अन्य साथियों को बुला कर बेरहमी से यश के साथ मारपीट की। जिसके बाद उसे एक ऑटो में बिठा भेज दिया। ऑटो चालक ने उसकी लाश सिरगिट्टी थाना क्षेत्र में फेंक दी। पुलिस ने यश को कोचिंग से ले जाते हुए फुटेज व यश तथा तीनों आरोपियों के एक साथ होने का कॉल डंप व यश को ऑटो मे बैठाते हुए देखने वाले एक गवाह के आधार पर आरोपियों की गिरफ्तारी की बात कही थी। पर पुलिस के खुलासे से असंतुष्ट यश के परिजन व समाज के लोगों ने आंदोलन करने की चेतावनी दी थी। आज साहू समाज के द्वारा बड़ी संख्या में नेहरू चौक से रैली निकाल कर तक पैदल कलेक्ट्रेट तक मार्च किया। फिर कलेक्ट्रेट का घेराव कर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की।
समाज के लोगों ने यश के असली हत्यारों को गिरफ्तार किए जाने की मांग उठाई और सीबीआई जांच के अलावा मुआवजा राशि देने व परिवार के एक सदस्य को शासकीय सेवा में नौकरी देने की मांग की।
ये थी प्रमुख मांगे:-
1. संबंधित पुलिस थाना द्वारा की जा रहीं जांच कार्यवाही से परिवार व समाज के सदस्य व जन प्रतिनिधि असंतुष्ट है, क्योंकि उन्हें युक्ति युक्त आशंका है कि पुलिस के द्वारा हत्या के अपराध में संलिप्त लड़की व उनके परिवार जन है ।
2. जिस जगह पर मारपीट किया गया वह बंद दाबा के मालिक के ऊपर कार्यवाही किया जाना चाहिए।
3. बंद ढाबा के चौकिदार द्वारा ताला खोलकर आरोपि का मदद किया गया ।
4. जप्त कार लड़की के परिवार का है, कार जप्त किया गया लेकिन कार मालिक के ऊपर कार्यवाही नहीं किया गया।
5. दैनिक सामाचार के अनुसार जिस ऑटो में बैठाने का जिक्र पुलिस प्रशासन कर रही है उस ऑटो का कोई पता साजी नहीं किया गया।
6. मृतक का मोबाईल उनके मित्र को देने वालों के ऊपर कोई कार्यवाही नहीं किया गया।
7. वहां के स्थानिय लोगों के अनुसार हत्या में लड़की के भाई एवं अन्य परिजन का हाथ होना बताया जा रहा है।
8. समाचार व सोशल मिडिया से प्राप्त जानकारी के अनुसार अलग-अलग बातें सामने आ रही है इससे स्पष्ट है कि पुलिस के द्वारा पिड़ित परिवार को न्याय दिलाने के उद्देश्य से जांच ना कर संलिप्त व्यक्तियो को बचाने का कार्य कर रही है।।
9. प्रत्यक्ष दर्शियों के बयान को अनदेखा किया जा रहा है।
10. सभी आरोपियों के मोबाईल लोकेशन की जांच किया जाए जिस हिसाब से मृतक का लाश मिला है उससे लगता है कि घटना में कई लोग शामिल है।