Bilaspur News: अमर के बयान व बुलडोजर का दो दिनों में बना ऐसा खौफ कि दो साल से फरार हत्या के आरोपी कांग्रेसी नेता ने किया सरेंडर...
बिलासपुर। भाजपा के सत्ता में आते और अमर अग्रवाल के बिलासपुर विधानसभा से चुनाव जीतते ही उनके बयान का बड़ा असर हुआ है। चुनाव जीतने के बाद अमर अग्रवाल ने अपने पहले बयान में कहा था कि वह बिलासपुर को अपराध मुक्त करने के लिए आज से ही अभियान चलाना शुरु करेंगे। उनके बयान का अपराधियों में ऐसा खौफ हुआ है कि हत्या के आरोप में दो साल से फरार चल रहें हत्या के आरोपी वसीम खान ने सरेंडर कर दिया है। पिछले 2 सालों से राजनीतिक संरक्षण की वजह से वसीम की गिरफ्तारी नहीं हो पा रही थी। उसे कांग्रेसी नेताओं का सरंक्षण मिलने की बात कही जाती थी । अब अमर के बयान व आज प्रशासन के चखना सेंटरों में चले बुलडोजर की वजह से वसीम ने सरेंडर कर दिया।
आज से 22 माह पहले 25 फरवरी 2022 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के शहर प्रवास के दौरान सिविल लाइन थाना क्षेत्र के तालापारा में एनएसयूआई महासचिव वसीम खान के आपराधिक तत्व वाले गुर्गों ने एक नाबालिक की चाकुओं से गोद कर हत्या कर दी थी। हमले में उदय चक्रवर्ती नाबालिक बालक भी घायल हुआ था। मामले में पुलिस ने हत्या व हत्या के प्रयास, एक्ट्रोसिटी का अपराध दर्ज कर लगभग दर्जन भर आरोपियों को गिरफ्तार किया था। हत्याकांड के मुख्य आरोपी व षडयंत्रकर्ता माने जा रहे वसीम खान को आरोपी नहीं बनाया गया था। राजनीतिक संरक्षण के चलते वसीम को आरोपी नहीं बनाने की बात सामने आने पर लगातार आंदोलन धरना प्रदर्शन व मृत नाबालिक के घर वालों की शिकायत व कॉल डिटेल तथा लोकेशन की जांच के बाद वसीम खान को आरोपी बनाया गया। आरोपी बनाने के बाद बीते 22 माह से उसकी गिरफ्तारी नहीं की जा रही थी। गाहे बगाहे उसके शहर में घूमने की चर्चा होती थी। इसके अलावा वह लगातार सोशल मीडिया में सक्रिय रहता था पर राजनीतिक संरक्षण में वह पुलिस की पकड़ से लगातार बाहर रहा।
इस बीच वसीम खान ने शहर के एक व्यवसायी को सट्टा में हारी रकम की वसूली के लिए फोन कर धमकी दी थी। मामले में यह भी बात सामने आई कि हिस्ट्रीशीटर कांग्रेस नेता संजू त्रिपाठी के हत्याकांड में शामिल आरोपी प्रेम श्रीवास ने उसे वसूली का ठेका दिया था। वसीम खान द्वारा धमकी दिए जाने का ऑडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने प्रेम श्रीवास व वसीम खान पर अपराध भी दर्ज किया था। फरारी के दौरान भयादोहन का मामला दर्ज होने के बाद भी आरोपी वसीम की गिरफ्तारी की जहमत पुलिस नही उठा सकी थी।
इस बीच शहर में हुए चर्चित गैंगवार के मामले में हिस्ट्रीशीटर मैडी को जब गिरफ्तार कर जब पुलिस रोड़ शो करते हुए अदालत ले जा रही थी तब मैडी ने पुलिस को हत्या के आरोपी को हत्या के आरोपी को गिरफ्तार करने की चुनौती देते हुए कहा था कि "दम है तो मर्डर के आरोपी को गिरफ्तार करके बताओ, रायपुर में है"। जिसका वीडियो भी वायरल हुआ था। पर हत्या के आरोपी वसीम की राजनीतिक संरक्षण के चलते गिरफ्तारी नहीं हो पाई। वहीं पुलिस पर भी एक गुट विशेष पर ही निशाना बनाकर कार्यवाही करने व दूसरे गुट को संरक्षण देने के आरोप लगते रहें।
तीन दिसंबर को आए रिजल्ट के बाद प्रदेश में भाजपा की सरकार आई और बिलासपुर विधानसभा सीट से अमर अग्रवाल चुनाव जीत कर आए। अमर अग्रवाल ने चुनाव जीतने के बाद अपना पहला बयान देते हुए कहा था कि बिलासपुर को भय मुक्त व अपराध मुक्त बनाएंगे साथ ही अपराधियों की बिलासपुर से सफाई करेंगे। उन्होंने 15 दिन में बिलासपुर को अपराध मुक्त बनाने का बयान दिया था। उनके बयान को सबसे पहले प्रमुखता के साथ एनपीजी ने प्रकाशित किया था। अमर अग्रवाल के बयान देने के दो दिनों के भीतर ही 22 माह से फरार चल रहे हत्याकांड के मास्टरमाइंड वसीम खान ने दहशत के चलते आज अदालत में सरेंडर कर दिया। अदालत से जानकारी आने पर पहुंची सिविल लाइन पुलिस ने अदालत पहुंचकर आरोपी वसीम खान की गिरफ्तारी करते हुए सिविल लाइन थाने ले गई। पूछताछ के बाद कल उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेजा जाएगा।