Bemetara violence-सीएम बोले–सोशल मीडिया पर भ्रामक पोस्ट करने वालों के खिलाफ होगी कार्रवाई... छह की मौत की खबर अफवाह, चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल
Bemetara violence रायपुर। बिरनपुर हिंसा के बाद सोशल मीडिया में कई तरह की गलत खबरें आ रही हैं. मंगलवार को पिता-पुत्र की मौत की खबर के बाद से एक अफवाह ये भी फैली थी कि गांव के चार अन्य लोग भी गायब हैं। इस अफवाह की जब बेमेतरा पुलिस ने जांच की तो यह जानकारी भ्रामक निकली। इस मामले पर सीएम भूपेश ने कहा कि घटना के दौरान सोशल मीडिया पर जितने भी पोस्ट डाले गए थे, उनका परीक्षण कराया जाएगा। जांच के बाद अगर गलत पाए गए तो उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।
बेमेतरा कलेक्टर और एसपी ने छह लोगों की मौत की खबर को भ्रमक बताया और इस बाबत बेमेतरा जिला प्रशासन ने प्रेस नोट भी जारी किया हैं, नीचे पढ़े जारी प्रेस नोट...
'कुछ सोशल मीडिया के प्लेटफार्म पर बिरनपुर ग्राम में 6 लोगों की मृत्यु की अफवाह फैलाई जा रही है, जो की भ्रामक है। वास्तविकता यह है कि आज ग्राम बिरनपुर में 2 व्यक्तियों का शव पुलिस द्वारा बरामद कर वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक ग्राम में सत्यापन कराये जाने पर ग्राम से किसी व्यक्ति के लापता होने कि सूचना नहीं है। कलेक्टर पीएस एल्मा ने आमजनों से अपील की है कि सोशल मीडिया पर चल रही कुछ भ्रामक खबरों पर बिना सत्यापन के विश्वास ना करे और ना ही इसे फारवर्ड करे। एसपी आई कल्याण एलेसेला ने कहा है कि इस तरह के अफवाह फैलाने वाले असामाजिक तत्वों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी।'
जानिए कैसे हुआ ये पूरा विवाद
दरअसल, बेमेतरा से 30 किलोमीटर दूर स्थित साजा थाना के बिरनपुर गांव से लगे आसपास के क्षेत्र में बड़ी संख्या में साहू समाज के लोग रहते हैं। बताया जा रहा है कि कुछ समय पहले हिन्दू समुदाय की 2 लड़कियों ने मुस्लिम समुदाय के लड़कों से प्रेम विवाह कर लिया था। इस बात को लेकर दोनों समुदाय के लोगों में उस समय जमकर विवाद भी हुआ था। धीरे-धीरे विवाद तो शांत हुआ पर इस बात को लेकर दोनों समुदाय के लोगों में एक दूसरे के प्रति आक्रोश था ही।
शनिवार 8 अप्रैल को भी दो लड़कों में इसी बात को लेकर विवाद हुआ। देखते ही देखते विवाद इतना बढ़ा कि दोनों गुटों के लोग भी वहां डंडा, पत्थर, राॅड और धारदार हाथियार लेकर पहुंच गये। दोनों समुदायों के लोग एक दूसरे पर हमला कर दिए। हमले की जानकारी जब साजा पुलिस को हुई तो सब इंस्पेक्टर बीआर ठाकुर अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। सब इंस्पेक्टर ने भीड़ में घुसकर लोगों को समझाने की कोशिश की तो उन पर भी हमला कर दिया। कुछ लोगों ने तो गाड़ियों में भी आग लगा दी।
इस घटना में गांव के एक 22 वर्षीय युवक की मौत हो गई। वहीं, सब इंस्पेक्टर सहित आधा दर्जन लोग घायल हो गये, जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। आईजी, SP खुद मौके पर पहुंचकर मोर्चा संभाले हुए हैं।
घटना के विरोध में प्रदेश बंद
इधर इस घटना के संबंध में वीएचपी और बजरंग दल के लोगों ने 10 अप्रैल को छत्तीसगढ़ बंद का आह्वान किया था। बंद के दौरान बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी बिरनपुर पहुंचे थे। यहां पर भीड़ एकाएक उग्र हो गई और चेचानमेटा गांव में एक घर में आग लगा दी थी। आगजनी की घटना में घर पूरी तरह से जलकर खाक हो गया था।
11 अप्रैल को पिता पुत्र की मिली लाश
बंद के दूसरे दिन मुस्लिम सामुदाय के पिता पुत्र की लाश मिली थी। पुलिस प्रसाशन ने मृतकों की शिनाख्त की थी। मृतकों की पहचान बिरनपुर निवासी रहीम मोहम्मद 55 वर्ष और इदुल मोहम्मद 35 वर्ष के रूप में की गई थी। दोनों पिता-पुत्र थे और बकरी चराने व कृशि मजदूरी का काम करते थे।
12 अप्रैल को चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात
बिरनपुर में दोबारा ऐसी हिंसा न हो इसके लिए पुलिस ने चप्पे चप्पे पर पुलिस बल तैनात किया गया है। करीब 2000 से ज्यादा पुलिस बल लगाया गया है। खेत, नहर, तालाब और गांव के गलियों में भी पुलिस बल तैनात किया गया है। बाहरी व्यक्तियों के गांव में प्रवेश पर भी प्रतिबंध लगाया गया है। साथ ही आने जाने वाले लोगों की जांच की जा रही है।