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Barauni-Gondia Express: ट्रेन का बदला रुट: गोंदिया-बरौनी-गोंदिया एक्सप्रेस इन स्‍टेशनों से होकर चलेगी

Barauni-Gondia Express:

Barauni-Gondia Express: ट्रेन का बदला रुट: गोंदिया-बरौनी-गोंदिया एक्सप्रेस इन स्‍टेशनों से होकर चलेगी
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By Sanjeet Kumar

Barauni-Gondia Express: बिलासपुर। गोंदिया-बरौनी-गोंदिया के बीच चलने वाली एक्सप्रेस ट्रेन से यात्रा करने वालों के लिए एक बड़ी खबर आ रही है। रेलवे ने इस ट्रेन का रुट बदल दिया है। यह ट्रेन अब वाराणसी और छपरा के बीच नहीं चलेगी। ट्रेन फिलहाल आरा होते हुए सीधा हाजीपुर जाएगी। रेल अफसरों के अनुसार यह अस्‍थायी व्‍यवस्‍था है।

अफसरों ने बताया कि अधोसंरचना विकास के लिए उत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल के वाराणसी स्टेशन यार्ड का रिमाडलिंग के लिए एनआई का कार्य किया जा रहा है। इस कार्य के फलस्वरुप दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे से होकर चलने वाली 15231 बरौनी-गोंदिया एक्सप्रेस को दिनांक 11 सितंबर 2023 से 15 अक्टूबर 2023 तक और 15232 गोंदिया-बरौनी एक्सप्रेस को 12 सितंबर 2023 से 16 अक्टूबर 2023 तक रद्द की गई थी।

यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुये रेलवे प्रशासन द्वारा इन दोनों गाड़ियों को रिस्टोर करते हुये उपरोक्त अवधि में परिवर्तित मार्ग व्हाया प्रयागराज छिवकी-पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन-पाटलीपुत्र-हाजीपुर स्टेशनों के रास्ते चलाई जाएगी। यानी इस ट्रेन से विंध्‍याचल, वाराणसी, जौनपुर, जागीपुर, बलिया और छपार जाने वाले यात्रियों को थोड़ी दिक्‍कत हो सकती है।

यात्री ट्रेनें रद्द करने पर रेलवे ने दी सफाई: यात्री सुविधा में विस्‍तार के दावे के साथ कैंसिलेशन पर दिया यह जवाब

  • दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में कोरोनाकाल के दौरान बंद किए गए सभी ट्रेनों का परिचालन शुरू कर दिया गया
  • यात्रियों की सुविधा के लिए गत वित्तीय से अब तक विभिन्न स्टेशनों में ट्रेनों के 53 ठहराव दिये गए ।
  • अप्रैल से अब तक विभिन्न ट्रेनों में 78 कोच स्थायी व 2550 कोच अस्थायी रूप से लगाए गए
  • 1 लाख 80 हजार से अधिक यात्रियों को कनफर्म बर्थ की सुविधा मिली
  • प्रतिदिन औसत चलने वाली यात्री गाड़ियों में से महज 1 प्रतिशत से भी कम को कैंसिल किया गया

बिलासपुर। छत्‍तीसगढ़ में यात्री ट्रेन रद्द किए जाने को लेकर सियासत गर्म हो गई है। कांग्रेस ने 13 सितंबर को प्रदेशभर में रेल रोकने का ऐलान कर रखा है। इस बीच दक्षिण पूर्व मध्‍य रेलवे (बिलासपुर जोन) ने इस पूरे मामले में एक लिखित बयान जारी किया है। जोन ने यात्री सुविधा में विस्‍तार का दावा किया है।

रेलवे की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में सभी यात्री गाड़ियों का नियमित परिचालन अपने निर्धारित समयानुसार किया जा रहा है । कोरोनाकाल के दौरान बंद किए गए सभी ट्रेनों का परिचालन शुरू कर दिया गया है। इसके साथ ही यात्रियों की सुविधा एवं मांग को देखते हुए गत वित्तीय से अब तक विभिन्न स्टेशनों में अलग-अलग ट्रेनों के 32 ठहराव को रिस्टोर किया गया तथा 21 नए ठहराव दिए गए, जिनमें छोटे बड़े सभी स्टेशन शामिल है। रेल यात्रियों को अधिकाधिक कनफर्म बर्थ/ सीट की सुविधा उपलब्ध कराने हेतु गत वित्तीय वर्ष 2022-23 एवं इस वर्ष के अप्रैल माह से अब तक विभिन्न ट्रेनों में 78 स्थायी रूप से लगाया गया । साथ ही भीड़भाड़, त्योहारों एवं छुट्टियों में 2550 अस्थायी अतिरिक्त कोच लगाए गए, जिससे 1 लाख 80 हजार से अधिक यात्रियों को कनफर्म बर्थ की सुविधा मिली।

इसी प्रकार इस वर्ष के अप्रैल से सितंबर महीने तक तीव्र रेल विकास कार्यों (नॉन-इंटरलाकिंग) के दौरान प्रतिदिन चलने वाली औसत यात्री गाड़ियों में से महज 1 प्रतिशत से भी कम को कैंसिल किया गया । इसमें बिलासपुर-झारसुगुड़ा चौथी लाइन, राजनांदगांव-नागपुर तीसरी लाइन, अनुपपुर-कटनी तीसरी लाइन तथा ऑटोमैटिक सिग्नलिंग के कार्य किए जा रहे हैं । दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में प्रतिदिन औसत 247 मेल/एक्सप्रेस व पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन किया जाता है । इन 6 महीनों में 35 दिनों के कार्य के दौरान कुल 28 ट्रेनों को कैंसिल किया गया, जो कि प्रतिदिन चलने वाली गाड़ियों का माज 1 प्रतिशत से भी कम है । अभी हाल ही में सक्ती यार्ड में किए जा रहे कार्य के दौरान यात्रियों की सुविधा के लिए रद्द की गई गाड़ियों को रक्षा बंधन पर्व के अवसर पर पुनः शुरू किया गया ।

समय के साथ रेल यात्रियों की संख्या व रेलों के माध्यम से परिवहन की जाने वाली आवश्यक वस्तुओं की मात्रा में काफी वृद्धि हो रही है । हमारे देश में परिवहन का सबसे बड़ा और लोकप्रिय माध्यम भारतीय रेल के ऊपर दिन प्रतिदिन यात्री एवं माल यातायात का दबाव बढ़ रहा है । आने वाले दिनों में बढ़ने वाली रेल ट्रैफिक की मांग व जरूरतों को ध्यान में रखकर दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में वृहद स्तर बुनियादी संरचना और क्षमता वृद्धि के कार्य निरंतर किए जा रहे है, जिसका लाभ आने वाले दिनों में इस क्षेत्र के निवासियों को निश्चित ही मिलेगा ।

इसी कड़ी में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में तेजी से नई रेल लाइन, दोहरीकरण, तिहरीकरण एवं चौथी लाइन के कार्य किए जा रहे है । इन निर्माण कार्यों में केवल नॉन-इंटरलाकिंग कार्य के ही दौरान आवश्यकता होने पर ही कुछ ट्रेनों का परिचालन रद्द, मार्ग परिवर्तित या पुनर्निर्धारित कर कार्य को पूर्ण किया जाता है ।

वर्तमान वित्तीय वर्ष 2023-24 में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में रेल विकास कार्यों (नॉन-इंटरलाकिंग) के दौरान अप्रैल माह में दुर्ग-भिलाई एवं एच केबिन, स्टेशनों में कुल 6 दिनों के कार्य में प्रतिदिन चलने वाली औसत ट्रेनों में से केवल 0.06 प्रतिशत ट्रेनों को कैंसिल किया गया । इसी प्रकार मई माह में रायपुर एवं आरवीएच स्टेशनों के मध्य 2 दिनों के कार्य में प्रतिदिन चलने वाली औसत ट्रेनों में से केवल 0.23 प्रतिशत, जून माह में झारीडीह स्टेशन यार्ड में 2 दिनों के कार्य में प्रतिदिन चलने वाली औसत ट्रेनों में से केवल 0.09 प्रतिशत, जुलाई माह में नैला, गुदमा एवं कांप्टी स्टेशनों में 10 दिनों के कार्य में प्रतिदिन चलने वाली औसत ट्रेनों में से केवल 0.47 प्रतिशत, अगस्त माह में सक्ती एवं जी केबिन स्टेशनों में 6 दिनों के कार्य में प्रतिदिन चलने वाली औसत ट्रेनों में से केवल 0.49 प्रतिशत, सितंबर माह में बधवावारा व कुम्हारी एवं भिलाई स्टेशनों में 9 दिनों के कार्य में केवल 2.23 प्रतिशत ट्रेनों को रद्द किया गया ।

भविष्य की जरूरतों के लिए बुनियादी संरचना और क्षमता वृद्धि कार्य अत्यावश्यक है । दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे का हमेशा ही प्रयास रहता है कि इन कार्यों के दौरान आवश्यकता पड़ने पर ही कम से कम ट्रेनों का परिचालन प्रभावित हो । भारतीय रेल यात्रियों को सुविधा प्रदान करने हेतु प्रतिबद्ध है ना केवल वर्तमान में, बल्कि भविष्य में भी सुविधाओं में निरंतर विकास होता रहेगा।

यह भी पढ़ें- 13 को रेल रोको आंदोलन: यात्री ट्रेनें रद्द किए जाने के खिलाफ कांग्रेस ने खोला मोर्चा, छत्‍तीसगढ़ में रेल रोकने का ऐलान

रायपुर। यात्री ट्रेनों को लगातार रद्द किए जाने के कारण छत्‍तीसगढ़ के रेल यात्री परेशान हैं। कांग्रेस ने अब इसके खिलाफ मोर्चा खोलने का ऐलान कर दिया है। पार्टी के प्रदेश मुख्‍यालय राजीव भवन में आज पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि नरेन्द्र मोदी की सरकार देश की सबसे विश्वसनीय यात्री सेवा रेलवे सुविधा को समाप्त करने का साजिश रच रही है। वर्षों से भारतीय रेलवे आम जनता का भरोसेमंद, सस्ता और सुलभ परिवहन का पर्याय हुआ करता था जिसे मोदी राज में रेलवे की विश्वसनीयता को खत्म करके निजी हाथों में बेचने का षड़यंत्र रचा जा रहा है। इस खबर को विस्‍तार से पढ़ने के लिए यहां क्‍लीक करें



Sanjeet Kumar

संजीत कुमार: छत्‍तीसगढ़ में 23 वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। उत्‍कृष्‍ट संसदीय रिपोर्टिंग के लिए 2018 में छत्‍तीसगढ़ विधानसभा से पुरस्‍कृत। सांध्‍य दैनिक अग्रदूत से पत्रकारिता की शुरुआत करने के बाद हरिभूमि, पत्रिका और नईदुनिया में सिटी चीफ और स्‍टेट ब्‍यूरो चीफ के पद पर काम किया। वर्तमान में NPG.News में कार्यरत। पंड़‍ित रविशंकर विवि से लोक प्रशासन में एमए और पत्रकारिता (बीजेएमसी) की डिग्री।

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