प्रियंका चोपड़ा-सनी देओल की शादी: अब बेटा कर रहा बिहार में पढ़ाई... 12वीं की उत्तर पुस्तिका पढ़कर चौंक जाएंगे आप... जानिए पूरा मामला

बेतिया 23 अक्टूबर 2021। बालीवुड अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा और सनी देओल का बेटा बिहार के बेतिया में इंटरमीडिएट की पढ़ाई कर रहा है। इस वाक्य को सुनने के बाद आपके दिलो-दिमाग में एक साथ कई सवाल उठने लगे होंगे। मसलन, प्रियंका चोपड़ा-सनी देओल की शादी कब हुई? क्या प्रियंका चोपड़ा का कोई बेटा भी है? दरअसल बिहार के बेतिया में राम लखन सिंह यादव कॉलेज में चल रहे 12वीं की परीक्षा में छात्रों द्वारा अजीबोगरीब उत्तर लिखने का मामला सोशल मीडिया में वायरल है. उत्तर पुस्तिका की फोटो के साथ वायरल कॉपी में प्रश्नों के ऊल जुलूल उत्तर लिखे गए हैं. एक छात्र ने तो उत्तर पुस्तिका में अपनी मां का नाम प्रियंका चोपड़ा व पिता का नाम सनी देवल लिख दिया है. वहीं एक छात्र ने कॉपी में बेवफाई की बातें लिखी हैं.
हद तो यह है कि राम लखन सिंह यादव महाविद्यालय के नाम के साथ छपी इन वायरल उत्तर पुस्तिकाओं में एक पर किसी छात्र का नाम है और उसके पिता का नाम सन्नी देवल,माता-प्रियंका चोपड़ा का नाम लिखा है.जिस पर परीक्षा का सवालों के उलूल जुलूल जवाब लिखा गया है.
एक उत्तर अकबर के द्वारा जजिया कर हटाने के कारण पूछने से संबंधित है. जिसके विचित्र जवाब में परीक्षार्थी ने लिखा है कि 'रजिया से प्यार के कारण अकबर ने जजिया कर हटा दिया...' उस उत्तर पुस्तिका पर विषय इतिहास लिखने के साथ सवालों के विचित्र जवाब लिखे गये हैं.
उस उत्तर पुस्तिका पर कोई लेकिन उस पर कोइ रॉल नम्बर भी नहीं है. एक अन्य वायरल कॉपी पर परीक्षार्थी का नाम आदित्य कुमार, रॉल-170 क्लास 12 लिखने के साथ एक लड़की का नाम लिख कर कथित परीक्षार्थी ने आपत्तिजनक शब्दों में अपनी इश्कबाजी की कहानी लिखी है.
वायरल उत्तर पुस्तिका में पुरातत्व के बारे में आप क्या समझते हैं सवाल के जवाब में छात्र ने लिखा है कि मास्टर साहब ने हमको पुरातत्व के बारे में नहीं पढ़ाया है. जबकि मोहनजोदड़ो के विशाल स्नानागार के वर्णन के जवाब में लिखा गया है कि राजा की पत्नी वहां छनक छनक की नहाती थी और कपड़े चोरी की थी.
बहरहाल, कालेज प्रशासन ने घटना की जानकारी होने के बाद जांच शुरू कर दी है कि आखिर कापी इंटरनेट मीडिया तक कैसे पहुंची? इसके बाद जो किरकिरी हो रही है, उससे खुद को बचाने के उपाय में कालेज प्रशासन लग गया है. मनोरंजन की बात से इतर कुछ लोग इस घटना को सूबे की शिक्षा व्यवस्था को आईना दिखाने वाला बता रहे हैं. उनका मानना है कि जब बच्चों को पढ़ाया नहीं जाएगा और केवल परीक्षा ली जाएगी तो इस तरह की घटनाएं तो होंगी हीं. पढ़ाई से न केवल डिग्री मिलती है वरन जीवन में अनुशासन भी आता है। पढ़ाई के अभाव में बच्चे एक साथ दोनों चीजें खोते जा रहे हैं. रामलखन सिंह यादव महाविद्यालय, बेतिया के प्राचार्य राजेश्वर प्रसाद यादव ने कहा कि अभी तक यह मामला मेरे संज्ञान में नहीं आया है. इंटरमीडिएट सेंटअप परीक्षा की कापी वायरल कैसे हुई ,इसकी जांच कराई जाएगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई भी होगी .