बड़ी खबर-CM की तीखी नाराजगी के बाद IAS मनिंदर कौर द्विवेदी का विभाग छिना? जेम एंड ज्वेलरी पार्क के लिए लैंड देने में लेटलतीफी करने पर कलेक्टर कांफ्रेंस में CM बिगड़ पड़े थे
सरकार ने आज एपीसी और प्रमुख सचिव कृषि डाॅ0 मनिंदर कौर द्विवेदी को हटा दिया। उन्हें कोई विभाग भी नहीं दिया गया है। मनिंदर के सारे विभागों को हार्वर्ड से मैनेजमेंट कोर्स करके लौटी एम गीता को सौंप दिया।
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रायपुर, 11 जून 2020। छत्तीसगढ़ सरकार ने आज कृषि उत्पादन आयुक्त और प्रमुख सचिव कृषि डाॅ0 मनिंदर कौर द्विवेदी को हटा दिया। उन्हें कोई विभाग नहीं दिया गया है। ये पहली दफा हुआ है कि प्रमुख सचिव को बिना विभाग किया गया है।
वैसे, कल कलेक्टर कांफ्रेंस में बैठे अफसरों एवं कलेक्टरों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की नाराजगी से अंदाजा लगा लिया था कि कोई बड़ी प्रशासनिक उलटफेर होगी। दरअसल, राज्य बनने के बाद पहली बार अफसरों ने मुख्यमंत्री को इतने गुस्से में देखा होगा। जेम एंड ज्वेलरी पार्क को जमीन देने में हिलाहवाला करने का जब मामला आया तो सीएम बिगड़ पड़े….बेहद सख्त होते हुए बोले….ये फाइल आज ही होनी चाहिए….मैं कह देता हूं….आज डेट बदलने से पहले ये फाइल हो जानी चाहिए। सीएम के तेवर से कलेक्टर कांफ्रेंस में सन्नाटा छा गया।
दरअसल, राजधानी के पंडरी में अंतराष्ट्रीय स्तर का जेम एंड ज्वेलरी पार्क बनना है। मुख्यमंत्री ने पिछले साल इसका ऐलान किया था। सीएसआईडीसी ने इसके लिए मंडी बोर्ड से पंडरी में जमीन मांगी थी। लेकिन, फाइल आठ महीने तक कृषि और सीएसआईडीसी के बीच घूमती रही। सीएम कई दफा इस बारे में पूछ चुके थे। कृषि मंत्री रविंद्र चैबे भी अफसरों को बोल चुके थे कि मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुरूप वहां जमीन प्रदान किया जाए। लेकिन, फाइल में कोई-न-कोई क्वेरी लगाकर सीएसआईडीसी को लौटा दी जाती थी। सीएसआईडीसी के एमडी अरूण प्रसाद को इसके लिए कई बार सीएम हाउस तलब किया जा चुका था। प्रसाद का जवाब होता था, फाइल मंत्रालय में है।
सीएसआईडीसी के अधिकारियों का कहना है कि कृषि विभाग को समझाने की कोशिश की गई कि मंडी बोर्ड की जमीन में से ही स्व0 विद्याचरण शुक्ल के अस्पताल और डाॅ0 खेमका के नारायणा अस्पताल को जमीन दी जा चुकी है। फिर, जमीन किसी प्रायवेट पार्टी को नहीं, सीएसआईडीसी को दी जानी है। सीएसआईडीसी जमीन का पैसा देने के लिए भी तैयार थी। लेकिन, फिर भी जेम एंड ज्वेलरी पार्क के लिए जमीन नहीं आबंटित की गई। हाल ही में ज्वेलर्स संघ के कुछ लोग सीएम से मिले थे और उन्हें बताया था कि पार्क अभी भी कागजों में ही है।
कल कलेक्टर कांफ्रेंस में जब यह मसला आया तो सीएम की भृकुटी चढ़ गई। कल मीटिंग में ये इश्यू नहीं आया होता तो हो सकता था आज की बजाए कल लिस्ट जारी होती। हालांकि, लिस्ट लगभग पहले से तैयार थी। लेकिन, कल का एपीसोड नहीं हुआ होता तो लिस्ट का ये स्वरूप नहीं होता।
सरकार ने जेम एंड ज्वेलरी पार्क में अब कोई विलंब न हो, इसके लिए सीएसआईडीसी के एमडी अरूण प्रसाद को मंडी बोर्ड के एमडी का एडिशनल चार्ज सौंप दिया है। सरकार ने नई एपीसी एम गीता और प्रसाद से कहा है कि अभी जेम एंड ज्वेलरी पार्क का काम अविलंग शुरू हो जाना चाहिए।