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बिग ब्रेकिंग : IPS राहुल शर्मा मौत की 8 साल बाद खुलेगी फाइल….राज्य सरकार ने दोबारा जांच के दिये आदेश…. DG की अगुवाई में IG-SP की 6 सदस्यीय टीम करेगी जांच…. सुसाइड केस में IPS व ज्यूडिशयरी से जुड़े नाम आये थे सामने

बिग ब्रेकिंग : IPS राहुल शर्मा मौत की 8 साल बाद खुलेगी फाइल….राज्य सरकार ने दोबारा जांच के दिये आदेश…. DG की अगुवाई में IG-SP की 6 सदस्यीय टीम करेगी जांच…. सुसाइड केस में IPS व ज्यूडिशयरी से जुड़े नाम आये थे सामने
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By NPG News

रायपुर 13 नवंबर 2020। ब्योरोक्रेसी से जुड़ी एक बड़ी खबर आ रही है। IPS राहुल शर्मा सुसाइड मामले की राज्य सरकार ने आदेश दिये हैं। मार्च 2012 में बिलासपुर एसपी रहते 2002 बैच के IPS राहुल शर्मा ने खुद को गोली मार ली थी। इस घटना ने पूरे देश में हड़कंप मचा दी थी। इस खुदकुशी की घटना को लेकर जब सवाल उठने लगे तो तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह ने इसकी सीबीआई जांच की अनुशंसा की थी। इस प्रकरण में सीबीआई जांच में कुछ बाहर नहीं आ पाया।

भूपेश बघेल के मुख्यमंत्री बनने के बाद इस प्रकरण की दोबारा से जांच की मांग शुरू हुई थी। कई संगठनों व कांग्रेस से जुड़े लोगों ने इस प्रकरण की फिर से जांच की मांग की थी, जिसके बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने IPS सुसाइड केस की जांच के लिए DG संजय पिल्लै की अगुवाई में 5 सदस्यीय सीनियर अफसरों की टीम बना दी है ।

IPS संजय पिल्लै इस जांच कमेटी के चेयरमैन होंगे, वहीं आईजी दीपांशु काबरा, आईजी आरएल डांगी, एसपी प्रशांत अग्रवाल और एएसपी अर्चना झा इस कमेटी के सदस्य होंगे। आपको बता दें कि मार्च 2012 में बिलासपुर के तत्कालीन एसपी रहते पुलिस मेस में गोली मार ली थी। उस दौरान एक सीनियर आईपीएस और ज्यूडिशयरी से जुड़े एक बड़े नाम सामने आये थे।

12 मार्च को मृत मिले थे IPS राहुल

बिलासपुर के तत्कालीन एसपी राहुल शर्मा ने 12 मार्च 2012 को आत्महत्या कर ली थी. उनका शव दोपहर ऑफिसर्स मेस में पाया गया था. पुलिस के अधिकारियों के अनुसार वे हाल ही में अवकाश से लौटे थे। ऑफिसर्स मेस में रह रहे राहुल शर्मा को सुबह उनके गनमैन ने नाश्ते के लिये पूछा तो उन्होंने बाद में नाश्ता करने के लिये कहा. दोपहर में भोजन के समय जब गनमैन उनके कमरे में पहुंचा तो उनका शव पड़ा हुआ था. आनन-फानन में उच्च अधिकारियों को सूचना दी गई. इसके बाद उनका शव छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान में पोस्टमॉर्टम के लिये ले जाया गया. पुलिस का कहना है कि उन्होंने अपने सर्विस रिवाल्वर से अपने सर में गोली मार ली थी।
राज्यपाल के विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी के रुप में काम कर चुके राहुल शर्मा ने नक्सल प्रभावित बस्तर में भी कुछ सालों तक अपनी सेवाएं दी थीं. इस साल 6 जनवरी को राहुल शर्मा का तबादला बिलासपुर में हुआ था.

पिता व पत्नी ने सिस्टम पर लगाये थे गंभीर आरोप

राहुल शर्मा के पिता ने भी इस मामले की जांच सीबीआई से कराए जाने की गुहार लगाई थी। दूसरी ओर, शर्मा की पत्नी और भारतीय रेलवे में अधिकारी जयश्री शर्मा ने भी सीधा आरोप लगाया था कि, ‘‘उनके पति ‘सिस्टम’ की भेंट चढ़ गए।’’ इस मामले को लेकर पिछले दिनों राहुल शर्मा के पिता ने दिल्ली में एक बार फिर से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात की थी और मामले की जांच कराने की मांग की थी।

14 मार्च को CBI जांच की विधानसभा में हुई थी घोषणा

इस पूरे मामले को लेकर तत्कालीन विपक्षी पार्टी कांग्रेस काफी आक्रामक थी। मौजूदा कृषि मंत्री व उस दौरान नेता प्रतिपक्ष रविंद्र चौबे ने इस पूरे प्रकरण में रमन सरकार को कटघरे में खड़ा किया था। जिसके बाद विधानसभा में ही छत्तीसगढ़ के तत्कालीन मुख्यमंत्री रम सिंह ने राहुल शर्मा की मौत के मामले में सीबीआई जांच कराने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने सदन में कहा था कि, ‘‘अभी तक की जांच में आईपीएस अधिकारी राहुल शर्मा की मौत की वजह आत्महत्या लग रही है। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के कारणों और संदर्भों का पता लगाने के लिए समुचित जांच जरूरी होगी।’’ उन्होंने आगे कहा, ‘‘इसी के मद्देनजर हमने राहुल शर्मा की मौत की परिस्थितियों और इसकी वजहों की जांच सीबीआई से कराए जाने का फैसला किया है।’’

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