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Big Breaking-कल फिर फ्लोर टेस्ट…? राज्यपाल ने सीएम कमलनाथ को भेजा कड़ा पत्र…17 मार्च को फ्लोर टेस्ट करवाएं वरना माना जाएगा आपकी सरकार बहुमत में नहीं

By NPG News

भोपाल 16 मार्च 2020 . राज्यपाल लालजी टंडन ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखकर 17 मार्च को फ्लोर टेस्ट के लिए कहा है। सोमवार को विधानसभा की कार्यवाही 26 मार्च तक स्थगित कर दी गई है। सरकार के इस फैसले से राज्यपाल लालजी टंडन नाराज बताए जा रहे हैं।

वे विधानसभा में बजट सत्र की औपचारिक शुरुआत करने 9 मिनट की देरी से पहुंचे और पूरा अभिभाषण पढ़े बिना 11 मिनट में राजभवन लौट गए।

बीजेपी को कॉन्फिडेंस
मध्य प्रदेश में बीजेपी बहुत ही कॉन्फिडेंट नजर आ रही है। बीजेपी के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गोपाल भार्गव और डॉ. नरोत्तम मिश्र सारे हालात पर नजर रख रहे हैं। बीजेपी पहले से ही चाहती है कि विधानसभा में फ्लोर टेस्ट कराया जाए। बीजेपी का कहना है कि बजट सत्र में राज्यपाल मौजूदा सरकार के कामकाज का ब्यौरा देते हैं लेकिन जब सरकार ही अल्पमत में है तो इसका सवाल ही नहीं उठता।


सोमवार को विधानसभा में क्या हो सकता है?

जिन 22 विधायकों ने मुख्यमंत्री को इस्तीफे सौंपे हैं अगर स्पीकर भी उनका इस्तीफा स्वीकार करते हैं तो उन विधायकों की सदस्यता चली जाएगी और ऐसे में सरकार में 99 विधायक रह जाएँगे। फिलहाल स्पीकर ने 6 मंत्रियों के इस्तीफे स्वीकार किए हैं इसलिए सरकार में 115 विधायक हैं। सभी के इस्तीफे स्वीकार होने पर विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 104 पर आ जाएगा। ऐसे में बीजेपी विप जारी करके फ्लोर टेस्ट में बाजी मार सकती है।

विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले रविवार को राज्यपाल लालजी टंडन ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखकर सोमवार को फ्लोर टेस्ट कराने का निर्देश दिया था। पत्र मिलते ही कमलनाथ देर रात राजभवन उनसे मिलने भी गए थे। सोमवार विधानसभा से राज्यपाल के जाने के बाद पहले दस मिनट के लिए कार्यवाही स्थगित की गई, उसके बाद 26 तारीख तक के लिए सत्र को टाल दिया गया।

बर्खास्त किए गए हैं ये 6 मंत्री
कमलनाथ सरकार के 6 बागी मंत्रियों को शनिवार को बर्खास्त कर दिया गया। विधानसभा अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति ने मंत्रियों का इस्तीफा मंजूर करते हुए उन्हें बर्खास्त कर दिया। स्पीकर ने मंत्रियों को शुक्रवार को उनके सामने पेश होने के लिए नोटिस जारी किया था। नोटिस के बाद भी कोई मंत्री स्पीकर से नहीं मिला। इसके बाद शनिवार को स्पीकर ने प्रद्युम्न सिंह तोमर, तुलसी सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत, इमरती देवी, प्रभुराम चौधरी और महेंद्र सिंह सिसोदिया को सदन से बर्खास्त कर दिया।

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