बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष अरुण सिंह धूमल ने कहा कि कोरोना महामारी के चलते आईपीएल को करवाने के लिए हमारे पास यही रास्ता बचा है। इस टूर्नामेंट का आयोजन 29 मार्च से होना था, लेकिन इस महामारी की वजह से इस टूर्नामेंट को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया था।
यदि यह टूर्नामेंट नहीं हुआ तो बीसीसीआई को इससे 4000 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ सकता है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने इस सप्ताह सभी सदस्यों को यह आश्वासन दिया था कि सभी विकल्पों पर गौर किया जा रहा है। यदि यह दर्शकों के साथ होता है तो यह आदर्श स्थिति होगी। बोर्ड के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने मसले को लेकर बोर्ड के सभी सदस्यों को एक पत्र भेजा। इस पत्र में कहा गया कि बीसीसीआई आईपीएल की संभावनाओं पर काम कर रहा है। यदि यह टूर्नामेंट खाली स्टेडियमों में हो तब भी।
वहीं, बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष अरुण सिंह धूमल ने ट है। हम परिस्थितियों के अनुसार इस पर विचार करेंगे, लेकिन कुछ भी हो उससे पहले हमें सरकार से हरी झंडी की जरूरत होगी।”
बता दें कि भारत में शुक्रवार को 297,535 मामले कोरोना के दर्ज हो चुके हैं। भारत इंग्लैंड से आगे निकलते हुए चौथे नंबर पर पहुंच गया है। इस महामारी ने आईपीएल के साथ साथ ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप पर भी संदेह पैदा कर दिया है। टी-20 वर्ल्ड कप 2020 अक्टूबर-नवंबर में खेला जाना है। आईसीसी अगले माह तक इस पर कोई फैसला करेगी।
अरुण धूमल ने कहा, ”जो भी फैसला होता है वह समय से होना चाहिए कि यह टूर्नामेंट हो रहा है या नहीं। तभी दूसरे देशों के क्रिकेट बोर्ड द्वीपक्षीय सीरीज के बारे में सोच सकते हैं।”