Maruti Ciaz Crash Test: मारुति की इस लग्जरी सेडान को मिली सिर्फ 1-स्टार रेटिंग, सुरक्षा के मामले में फेल हुई कार
Maruti Suzuki Ciaz Global NCAP Crash Test 2025: ग्लोबल NCAP के 2025 क्रैश टेस्ट में मारुति सुजुकी सियाज को सिर्फ 1-स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली है। यह कार एडल्ट सेफ्टी में भी काफी कमजोर साबित हुई, जबकि चाइल्ड सेफ्टी में सिर्फ 3-स्टार मिले।

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Maruti Suzuki Ciaz Global NCAP Crash Test 2025 News Hindi: भारतीय सड़कों पर सालों तक राज करने वाली मारुति सुजुकी सियाज को लेकर एक बड़ी और चौंकाने वाली खबर सामने आई है। ग्लोबल NCAP ने इस सेडान के क्रैश टेस्ट नतीजे जारी कर दिए हैं, जिसमें कार का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा है। हालांकि कंपनी ने इस कार को कुछ समय पहले ही मार्केट से डिस्कंटीन्यू कर दिया है, लेकिन पुराने ग्राहकों और सेकंड हैंड मार्केट के लिहाज से यह रिपोर्ट बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
कैसा रहा एडल्ट और चाइल्ड सेफ्टी का स्कोर
ग्लोबल NCAP के 2025 असेसमेंट में मारुति सियाज को एडल्ट ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन के लिए 34 में से मात्र 20.86 पॉइंट्स मिले हैं, जिसके चलते इसे केवल 1-स्टार रेटिंग दी गई है। वहीं बच्चों की सुरक्षा यानी चाइल्ड ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन के मामले में कार का प्रदर्शन थोड़ा बेहतर रहा और इसे 49 में से 28.57 पॉइंट्स के साथ 3-स्टार रेटिंग मिली है। यह टेस्ट 1,260 किलोग्राम वजन वाली सियाज पर किया गया था, जो भारत में ही मैन्युफैक्चर हुई थी।
क्रैश टेस्ट के दौरान कैसा रहा बॉडी स्ट्रक्चर
टेस्ट रिपोर्ट के मुताबिक, फ्रंटल ऑफसेट डिफॉर्मेंबल बैरियर टेस्ट में ड्राइवर और पैसेंजर के सिर और गर्दन को तो अच्छी सुरक्षा मिली, लेकिन बॉडीशेल और फुटवेल एरिया को 'अनस्टेबल' पाया गया। इसका मतलब है कि भारी टक्कर की स्थिति में कार का ढांचा अधिक दबाव झेलने में सक्षम नहीं है। साइड इम्पैक्ट टेस्ट में भी ड्राइवर के चेस्ट प्रोटेक्शन को काफी कमजोर बताया गया है, जो कि सेफ्टी के लिहाज से एक बड़ा चिंता का विषय है।
फीचर्स जो सेफ्टी रेटिंग में बने रुकावट
मारुति सियाज में इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC) और फ्रंट सीटबेल्ट रिमाइंडर जैसे फीचर्स स्टैंडर्ड मिलते हैं, जिनकी ग्लोबल NCAP ने सराहना भी की है। लेकिन कार में साइड और कर्टन एयरबैग्स की कमी और किसी भी तरह के एडवांस ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) का न होना इसकी कम रेटिंग का मुख्य कारण बना। साथ ही, साइड पोल टेस्ट न हो पाना भी इसके स्कोर को नीचे ले गया क्योंकि इसमें सिर की सुरक्षा के लिए पर्याप्त एयरबैग्स मौजूद नहीं थे।
बच्चों की सुरक्षा में मिली थोड़ी राहत
सियाज ने बच्चों की सुरक्षा के मामले में अपनी इज्जत बचाने की कोशिश की है। 18 महीने और 3 साल के बच्चों के डमी के साथ किए गए टेस्ट में ISOFIX माउंटेड सीटों ने अच्छा काम किया और फ्रंटल व साइड इम्पैक्ट में बच्चों को पूरी सुरक्षा मिली। हालांकि, रियर सेंटर सीट पर पैसेंजर प्रोटेक्शन में कमी और एयरबैग कट-ऑफ स्विच जैसे जरूरी फीचर्स न होने की वजह से इसे 5-स्टार के बजाय 3-स्टार पर ही संतोष करना पड़ा।
मौजूदा ग्राहकों और पुराने खरीदारों के लिए क्या हैं मायने
भले ही सियाज अब शोरूम्स में नई नहीं बिक रही है, लेकिन आज भी हजारों सियाज भारतीय सड़कों पर दौड़ रही हैं। पुरानी कारों के मार्केट (यूज़्ड कार मार्केट) में भी यह एक बेहद डिमांडिंग मॉडल है। ऐसे में इस क्रैश टेस्ट की रिपोर्ट उन लोगों के लिए एक आईना है जो गाड़ी की मजबूती और सेफ्टी को अपनी प्राथमिकता मानते हैं। अगर आप एक सियाज कार के ओनर हैं या इसे खरीदने का मन बना रहे हैं, तो सुरक्षा से जुड़े इन आंकड़ों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
