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47,000+ Skoda-Volkswagen गाड़ियों में क्यों आई सीटबेल्ट की दिक्कत? जानें रिकॉल का पूरा मामला और कैसे पाएं मुफ्त रिपेयर

Skoda Auto Volkswagen Cars Recalled in India 2025: स्कोडा और फॉक्सवैगन ने भारत में 47,000 से ज़्यादा गाड़ियां सीटबेल्ट की खराबी के कारण वापस बुलाई हैं। जानें कौन-कौन सी गाड़ियां शामिल हैं, क्या है दिक्कत और कैसे पाएं मुफ्त रिपेयर।

47,000+ Skoda-Volkswagen गाड़ियों में क्यों आई सीटबेल्ट की दिक्कत? जानें रिकॉल का पूरा मामला और कैसे पाएं मुफ्त रिपेयर
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By swapnilkavinkar

Skoda Auto Volkswagen Cars Recalled in India 2025: भारत में स्कोडा (Skoda) और फॉक्सवैगन (Volkswagen) अपनी 47,000 से ज़्यादा गाड़ियां वापस बुला रही हैं। यह बड़ा कदम गाड़ियों में सामने आई एक संभावित सुरक्षा समस्या के कारण उठाया गया है। दिक्कत पिछली सीट की सीटबेल्ट सिस्टम से जुड़ी है। स्कोडा की कुशाक (Kushaq), स्लाविया (Slavia), काइलैक (Kylaq) और फॉक्सवैगन की वर्टस (Virtus), टाइगुन (Taigun) जैसी पॉपुलर कारें इस रिकॉल में शामिल हैं। कंपनियां इन प्रभावित गाड़ियों को 24 मई 2024 से 1 अप्रैल 2025 के बीच बनाया था। आइए इस पूरे मामले को समझते हैं और जानते हैं कि अगर आपकी गाड़ी इस लिस्ट में है तो आपको क्या करना चाहिए।

क्या है सीटबेल्ट की यह सुरक्षा समस्या?

स्कोडा और फॉक्सवैगन की क्वालिटी जांच टीम ने सीटबेल्ट सिस्टम में एक गंभीर तकनीकी कमी देखी। विशेषज्ञों ने पाया कि अगर इन गाड़ियों की आगे से टक्कर होती है, तो पिछली सीट पर बैठे यात्रियों की सीटबेल्ट अपना काम ठीक से नहीं कर पाएगी। जांच में पता चला कि सीटबेल्ट का बकल टूट सकता है या सीटबेल्ट का कपड़ा फट सकता है। यह खराबी दुर्घटना के समय पीछे बैठे लोगों की सुरक्षा कम कर देती है, जिससे उन्हें गंभीर चोट लगने का खतरा बढ़ जाता है।

कितनी गाड़ियां इस रिकॉल में शामिल हैं?

कुल 47,235 गाड़ियां इस रिकॉल अभियान का हिस्सा हैं। SIAM (सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स) ने इस संख्या की पुष्टि की है। इनमें स्कोडा की 25,722 गाड़ियां और फॉक्सवैगन की 21,513 गाड़ियां शामिल हैं। जैसा कि बताया गया, स्कोडा के कुशाक, स्लाविया और काइलैक मॉडल के साथ फॉक्सवैगन की वर्टस और टाइगुन कारें इस लिस्ट में हैं। अगर आपकी गाड़ी भी 24 मई 2024 से 1 अप्रैल 2025 के दौरान बनाई गई है, तो यह जानकारी आपके लिए बहुत ज़रूरी है।

अगर आपकी गाड़ी रिकॉल में है, तो क्या करें?

अच्छी खबर यह है कि कंपनियां जल्द ही प्रभावित ग्राहकों से खुद संपर्क करेंगी। गाड़ी मालिकों से कहा जाएगा कि वे अपनी गाड़ी नजदीकी अधिकृत सर्विस सेंटर लेकर आएं। यहां प्रभावित सीटबेल्ट पार्ट्स की जांच की जाएगी और अगर ज़रूरी हुआ तो उन्हें मुफ्त में बदला जाएगा। कंपनी की तरफ से इस सर्विस के लिए आपसे कोई पैसा नहीं लिया जाएगा। आप चाहें तो कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर या सीधे अपने डीलरशिप से संपर्क करके भी अपनी गाड़ी के बारे में जानकारी ले सकते हैं।

क्या तब तक गाड़ी चलाना सुरक्षित है?

जब तक आपकी गाड़ी की सीटबेल्ट ठीक नहीं हो जाती, तब तक एक सावधानी ज़रूरी है। यह समस्या मुख्य रूप से पीछे की सीटों पर बैठने वालों को प्रभावित करती है। इसलिए, जब तक सर्विस सेंटर से मरम्मत पूरी न हो जाए, तब तक पिछली सीटों का इस्तेमाल करने से बचें। हालांकि, आगे की सीटों पर बैठना और सामान्य तौर पर गाड़ी चलाना सुरक्षित है। लेकिन पूरी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जल्द से जल्द सर्विस सेंटर जाकर यह मुफ्त जांच और मरम्मत करवा लें।

हाल ही में लॉन्च हुए नए मॉडल

इसी बीच, स्कोडा और फॉक्सवैगन ने भारतीय बाज़ार में अपने कुछ नए मॉडल भी उतारे हैं। फॉक्सवैगन ने हाल ही में अपनी टिगुआन आर-लाइन (Tiguan R-Line) लॉन्च की है। वहीं, स्कोडा ने भी नई कोडियाक (Kodiaq) एसयूवी पेश की है। यह जानना ज़रूरी है कि ये नए लॉन्च हुए मॉडल इस मौजूदा सीटबेल्ट रिकॉल का हिस्सा नहीं हैं। यह रिकॉल केवल ऊपर बताई गई तारीखों के बीच बनी कुछ गाड़ियों के लिए है।

ग्राहकों को क्या ध्यान रखना चाहिए?

आखिरकार, अगर आपकी स्कोडा या फॉक्सवैगन गाड़ी बताई गई निर्माण अवधि (24 मई 2024 से 1 अप्रैल 2025) में बनी है, तो डीलरशिप से तुरंत संपर्क करना आपकी प्राथमिकता होनी चाहिए। सुरक्षा के लिहाज़ से मरम्मत होने तक पिछली सीटों का उपयोग न करें। यह कंपनी द्वारा ग्राहकों की सुरक्षा पक्की करने के लिए उठाया गया एक ज़िम्मेदार कदम है। समय पर कार्रवाई करके आप अपनी और अपने प्रियजनों की सुरक्षा को बेहतर बना सकते हैं।


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