गणतंत्र दिवस पर देश की राजधानी में तंत्र पर हमला.. कथित किसानों ने पुलिस पर किया हमला..NOC की 37 शर्तों को धता बताया कथित किसानों ने
नई दिल्ली,26 जनवरी 2021। गणतंत्र दिवस के अवसर पर कथित किसानों ने तंत्र पर ज़बर्दस्त हमला किया है। ट्रेक्टर रैली के नाम दिल्ली के भीतर घूसे कथित किसानों ने उस NOC की 37 शर्तों को ताक पर रख दिया है, जिसके तहत इस कथित किसान आंदोलन को दिल्ली के भीतर ट्रेक्टर रैली की अनुमति मिली थी। कथित किसानों का समूह उस निर्धारित रुट से हटकर दिल्ली सीमा के भीतर आ घुसा है, जिसकी अनुमति ही नही थी।
ग़ाज़ीपुर बॉर्डर पर बैरिकेड तोड़ दिए गए और उन्हे ट्रेक्टरों से रौंद दिया गया,और कथित किसानों का यह अनियंत्रित समूह आईटीओ पहुँच कर और अंदर जाने की ज़ोर आज़माइश कर रहा है। कथित किसानों का यह समूह उस लाल क़िले की ओर बढ़ना चाह रहा है जहाँ कुछ ही देर पहले गणतंत्र दिवस की राष्ट्रीय मुख्य परेड हुई थी।
कथित किसान जो कि ट्रेक्टरों में सवार होकर अंदर घूसे हैं वे चेहरों को बांधे हुए पुलिस बल पर प्राणघातक हमला करते हुए भी कैमरों में क़ैद हुए हैं।कथित किसान जिन्हे कि उपद्रव और देश की राजधानी की पूरी व्यवस्था तो तहस नहस करते देखा जा रहा है,उन्हे लेकर ट्विटर पर नागरिकों का ग़ुस्सा भड़क गया है।
ट्विटर पर हैशटैग ‘दिल्ली पुलिस लट्ठ बजाओ’ के साथ तमाम हैशटेग से इन उपद्रवियों और इन्हे किसान आंदोलन कह कर संरक्षण और प्रश्रय देने वालों के विरुद्ध तत्काल कड़ी कार्यवाही किए जाने की माँग की जा रही है।
दिल्ली पुलिस ने कई जगहों पर बलप्रयोग कर इन उपद्रवियों को खदेड़ा है, आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए हैं।लेकिन अलग अलग समूहों में जा घुसे उपद्रवी नियंत्रित नहीं हो रहे हैं।वहीं नांगलोई में इन उपद्रवियों के ट्रेक्टर के आगे पुलिस जवान बैठ गए हैं।
इधर इस उपद्रव और देश की राजधानी पर हमले की खबरें आते ही कथित किसान आंदोलन के नेता यू टर्न ले रहे हैं। किसान नेता राकेश टिकैत ने बयान दिया है
“उन्हें नहीं पता, उपद्रव करने वाले कौन है”
पंक्तियों के लिखे जाने तक ट्रेक्टरों पर सवार कथित किसान पुलिस पर ट्रेक्टर चढ़ाने की कोशिश करते और पथराव करते भी देखे गए हैं, और लाल क़िले के क़रीब पहुँच रहे हैं।