Begin typing your search above and press return to search.

अतिथि देवो भव: राहत शिविर में ठहरे अतिथियो को मिल रहा परिवार जैसा स्नेह…कलेक्टर , अधिकारी बच्चों संग बांट रहे है ख़ुशी.

अतिथि देवो भव:  राहत शिविर में ठहरे अतिथियो को मिल रहा परिवार जैसा स्नेह…कलेक्टर , अधिकारी बच्चों संग बांट रहे है ख़ुशी.
X
By NPG News

सूरजपुर 15 अप्रैल 2020 कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण एवं रोकथाम के लिए सूरजपुर जिले में 31 राहत शिविर बनाए गए हैं जिसमे श्रमिको को रुकने की व्यवस्था की गई हैं। आज इसी के परिपेक्ष मे कलेक्टर दीपक सोनी ने बिश्रामपुर के ग्लोब्स स्कूल के राहत शिविर में पहुंचकर राहत शिविर का निरीक्षण कर जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने राहत शिविर में ठहरे लोगों से मुलाकात कर आवश्यक व्यवस्थाओं की जानकारी लेते हुए स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लेकर राशन सहित राहत आपूर्ति संबंधित चीजों के बारे में पूछा।
उल्लेखनीय है कि अन्य राज्यों से आए ग्रामीणों को जिले में संचालित राहत शिविर में विशेष निगरानी में रखा गया है और उन्हें सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध की जा रही है। इन सभी मजदूरों को अतिथि के रूप में जहाॅ जिला प्रशासन द्वारा मेन्यू चार्ट अनुसार पौष्टिक भोजन के साथ दुध, फल सहित अन्य खाद्य सामग्री के अलावा महिला, पुरूष व बच्चों को जरूरत अनुसार नये कपड़े, दैनिक उपयोग से जुडे वस्तुओं के साथ आवासीय सुविधाओं में संबंधित नवीन सामग्री उपलब्ध कराई गई है। इन राहत शिविरों में रहने वाले लोगों को किसी प्रकार की समस्या ना हो इसकी नियमित निगरानी कलेक्टर सोनी के निर्देष पर अधिकारियों की टीम अलग-अलग स्तरों पर कर रही है। इन शिविरों में रूके श्रमिको व परिवारों का स्वास्थ्य विभाग द्वारा नियमित स्वास्थ्य परीक्षण करवाया जा रहा हैं। इसी क्रम में कलेक्टर दीपक सोनी ने बिश्रामपुर के ग्लोब स्कूल में अस्थाई तौर पर स्थापित किये गये सर्वसुविधायुक्त राहत षिविर का निरीक्षण करने पहुॅचे, जहाॅ उन्होनें षिविर में रह रहें परिवारों से चर्चा कर स्वास्थ्य एवं दैनिक जरूरतों के उपलब्धता के संबंध में आत्मीयता से वार्तालाप कर जानकारी ली ।

सोनी ने वहां ठहरे बच्चों को खेल सामग्री (खिलौने) एवं कपड़े देकर बड़े स्नेह से दुलार किया। उन्होंने सभी परिवारों को कहा कि लॉक डाउन की अवधि तक आप सभी यही रुके रहे हम आपकी एक अतिथि की तरह सेवा करेंगे। साथ ही सभी अतिथियों को फीडबैक व सुझाव फॉर्म भी भरने का आग्रह किया जिससे कि प्रशासन उन्हें और बेहतर से बेहतर सुविधा प्रदाय कर सके।

इसी के तहत प्रशासन की आत्मीयता उस समय दिखी जब अपने परिवार से सैंकड़ों मिल दूर दिहाड़ी मजदूर करने वाले लोगों के बच्चों को नये कपड़े, खिलौने व उनके जन्म दिन पर ठहरे हुए षिविरों में जिला प्रषासन की टीम के द्वारा केक कटवाकर और गिफ्ट देकर उन्हें परिवार स्वरूप स्नेह दिया गया। इस तरह का आयोजन उनके जीवन में सबसे बड़ी खुषियों की बेला में आजीवन यादगार रहेगी इसके लिए उन्होंने जिला प्रषासन और राज्य शासन को धन्यवाद ज्ञापित किया है।

Next Story