SDM पर शिक्षक संगठन का फूटा गुस्सा… दुर्व्यवहार का लगाया आरोप, SDM को तत्काल सस्पेंड करने की मांग की
रायपुर 23 जुलाई 2021. छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसियशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा ने मांग की है कि शिक्षकों के लिए अभद्रतापूर्ण भाषा का इस्तेमाल करने वाली मनेन्द्रगढ़ SDM नयनतारा सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाए, गौरतलब है कि बिहारपुर हायर सेकेंडरी स्कूल में आयोजित जाति निवास शिविर के दौरान मनेन्द्रगढ़ SDM द्वारा शिक्षकों से अभद्रता पूर्ण शब्दो का इस्तेमाल कर फटकार लगाई गई जिसके बाद से समूचे शिक्षा जगत में रोष व्याप्त है, शिक्षको ने बैठक कर अधिकारी के लिए निंदा प्रस्ताव किया है।
आपको बता दें, मनेन्द्रगढ़ के बिहारपुर हाई स्कूल में जाति प्रमाण पत्र बनाने आयोजित शिविर का निरीक्षण करने पहुंची मनेंद्रगढ़ एसडीएम ने शिक्षकों की अनुपस्थिति पर नाराजगी जाहिर की थी। साथ ही प्रमाण पत्र के लिए शिक्षकों की प्रॉपर ट्रेनिंग नहीं होने तथा उन्हें लक्ष्य की कोई जानकारी न होने पर शिविर में उपस्थित बीईओ और शिक्षकों को फटकार भी लगाईं थी। साथ ही एसडीएम नयनतारा सिंह तोमर ने शिविर में बिना किसी सूचना के 3 स्कूलों के प्रधानपाठकों एवं 2 शिक्षकों के अनुपस्थित पाए जाने पर उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया जा रहा है।
वहीँ अब छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसियशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा ने कहा कि कोरोना काल में सैकड़ो शिक्षक ड्यूटी करते हुए असमय ही काल कवलित हो गए हैं उनके परिवार जनों को अनुकम्पा नियुक्ति के लिए धरने में बैठना पड़ रहा है तो दूसरी ओर एक जिम्मेदार अधिकारी द्वारा यह सार्वजनिक रूप से कहा जा रहा कि 2 वर्षों से शिक्षकों द्वारा हराम का वेतन खाया जा रहा है, साथ ही तू तड़ाक लहजे से शिक्षकों से बर्ताव किया जाना निश्चित ही दुर्भाग्यपूर्ण है।
छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष संजय शर्मा, प्रदेश संयोजक सुधीर प्रधान, वाजिद खान, प्रदेश उपाध्यक्ष हरेंद्र सिंह, देवनाथ साहू, बसंत चतुर्वेदी, प्रवीण श्रीवास्तव, विनोद गुप्ता, कोमल वैष्णव, प्रांतीय सचिव मनोज सनाढ्य प्रांतीय कोषाध्यक्ष शैलेन्द्र पारीक महामंत्री रंजय सिंह, महासचिव प्रह्लाद सिंह, सहित सरगुजा सभाग के प्रांतीय पदाधिकारी हृषिकेश उपाध्याय,अजय सिंह,भरत सिंह,अशोकलाल कुर्रे,अनिल रावत,राजेश टोपनो, तनु सिंह ठाकुर,एवं समस्त जिला एवं ब्लॉक इकाईयों नें अनुविभागीय अधिकारी नयन तारा सिंह तोमर के बयानों की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि शिक्षकों का अपमान कभी भी संगठन बर्दाश्त नही करेगा,,इसी तरह के असंवेदनशील बयानों के लिए पिछले समय प्रदेश के एक DMC को पदच्युत होना पड़ा था।
संजय शर्मा ने कहा कि जिस दिवस प्रदेश की महामहिम राज्यपाल , मुख्यमंत्री व साथ ही जिले के जिलाधीश द्वारा एक तरफ शिक्षकों को उनकी कर्तव्यपरायणता के लिए इस वैश्विक महामारी के काल मे भी छात्रों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़े रखने की कार्य की सरहाना स्वरूप सम्मानित किया जा रहा है, उसी दौरान एक गैर शिक्षकीय कार्य के संपादन को लेकर समस्त शिक्षक समुदाय का यह अपमान निश्चित रूप से उस अधिकारी के मन का एक विकार है।
अतः ऐसे अधिकारी पर कठोर कार्यवाही हो जिससे कि निरंकुश अधिकारियों पर लगाम लगे,,कोई भी शिक्षक असंस्कार को संस्कारित करती है,,यह ज्ञान इस अधिकारी को भी होना चाहिए।