YouTube Premium Subscription Price Increase: YouTube प्रीमियम हुआ महंगा, आपकी जेब पर पड़ेगा असर, जानें पुरी डिटेल्स...
YouTube Premium Subscription Price Increase In India August 2024: YouTube ने भारत में अपनी प्रीमियम सर्विस के दाम बढ़ा दिए हैं। अब इंडिविजुअल प्लान 149 रुपये, फैमिली प्लान 299 रुपये और स्टूडेंट प्लान 89 रुपये प्रति माह का हो गया है। नए यूजर्स को एक महीने का मुफ्त ट्रायल मिलेगा।
YouTube Premium Subscription Price Increase August 2024: वीडियो स्ट्रीमिंग की दुनिया में बादशाहत कायम रखने वाला YouTube अब आपकी जेब पर थोड़ा और भारी पड़ेगा। अगर आप भी YouTube पर बिना किसी रुकावट के, बिना विज्ञापनों के वीडियो देखने के शौकीन हैं और प्रीमियम सर्विस का लाभ उठाते हैं, तो यह खबर आपके लिए है। YouTube ने भारत में अपनी प्रीमियम सर्विस की कीमतों में इज़ाफ़ा कर दिया है।
यह बढ़ोतरी सभी तरह के प्रीमियम प्लान - इंडिविजुअल, फैमिली और स्टूडेंट - पर लागू होगी। यानी अब आपको बिना विज्ञापन वाला YouTube देखने के लिए पहले से ज़्यादा पैसे खर्च करने होंगे।
YouTube Premium Subscription: अब देना होगा ज़्यादा
YouTube प्रीमियम के ज़रिए यूजर्स को कई आकर्षक सुविधाएँ मिलती हैं। बिना किसी रुकावट के वीडियो देखना, बैकग्राउंड में वीडियो चलाना और पिक्चर-इन-पिक्चर मोड जैसे फीचर्स प्रीमियम यूजर्स के लिए YouTube देखने के अनुभव को और भी बेहतर बनाते हैं। लेकिन अब इन सुविधाओं का आनंद लेने के लिए आपको अपनी जेब ढीली करनी होगी।
जहां पहले आपको इंडिविजुअल प्लान के लिए 129 रुपये प्रति माह देने पड़ते थे, वहीं अब इसकी कीमत बढ़कर 149 रुपये प्रति माह हो गई है। इसी तरह, परिवार के साथ YouTube का आनंद लेने वालों के लिए 5 यूजर्स वाले फैमिली प्लान की कीमत 189 रुपये से बढ़कर 299 रुपये प्रति माह हो गई है। छात्रों को भी अब 79 रुपये की बजाय 89 रुपये प्रति माह खर्च करने होंगे।
अगर आप पहली बार YouTube प्रीमियम की दुनिया में कदम रख रहे हैं, तो आपके लिए एक अच्छी खबर है। नए यूजर्स को अभी भी एक महीने का मुफ्त ट्रायल मिलेगा। हालांकि, यह अभी तक साफ़ नहीं है कि जो लोग पहले से ही YouTube प्रीमियम का इस्तेमाल कर रहे हैं, उन्हें नए दामों के साथ कब से बिल देना होगा।
डीपफेक पर सरकार की नए नियमों की तैयारी
पिछले साल ही केंद्र सरकार ने डीपफेक को लेकर YouTube समेत कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को चेतावनी दी थी। डीपफेक, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से बनाई गई नकली वीडियो होती है, जिसका इस्तेमाल अक्सर लोगों को गुमराह करने या उनकी छवि खराब करने के लिए किया जाता है। सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया था कि अश्लील या मिसलीडिंग कंटेंट पोस्ट करना क़ानूनन जुर्म है।
हाल ही में, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल करके डीपफेक वीडियो बनाने के मामले तेज़ी से बढ़े हैं, जिससे सरकार की चिंता बढ़ना स्वाभाविक है। ऐसे में सरकार इस पर लगाम लगाने के लिए नए नियम बनाने जा रही है। इन नियमों के तहत, डीपफेक बनाने और उसे फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
भारत में AI बाजार का तेज़ी से विस्तार
नैसकॉम और बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत का AI बाजार 2027 तक 17 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है।