बैगेज ट्रैकिंग हुआ और भी स्मार्ट: Air India ने अपने मोबाइल ऐप में इंटीग्रेट किया Apple AirTag का बेहतरीन फीचर, जानें कैसे करें यूज़

Air India Integrates Baggage Tracking With Apple AirTag: एयर इंडिया ने Apple AirTag को अपने बैगेज ट्रैकिंग सिस्टम में जोड़ा है। अब यात्री ऐप से अपने सामान की लाइव लोकेशन देख सकेंगे और खोए बैग को आसानी से ढूंढ पाएंगे।

Update: 2025-04-05 05:27 GMT

Air India Integrates Baggage Tracking With Apple AirTag: एयर इंडिया ने अपने यात्रियों के लिए सफर को और भी आसान बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। अब एयरलाइन ने अपने बैगेज-ट्रैकिंग सिस्टम में Apple AirTag को शामिल कर लिया है। इसका मतलब है कि iPhone, iPad या Mac इस्तेमाल करने वाले यात्री अब अपने चेक-इन किए गए सामान की पल-पल की जानकारी आसानी से प्राप्त कर सकेंगे। एयर इंडिया ने यह भी बताया है कि वह एशिया की पहली ऐसी एयरलाइन है जिसने इस तरह की सुविधा शुरू की है।

कंपनी हर साल करोड़ों बैगों का प्रबंधन करती है, और उनमें से लगभग सभी समय पर यात्रियों तक पहुंच जाते हैं। लेकिन कभी-कभी एयरपोर्ट पर होने वाली दिक्कतों या फ्लाइट मिस होने के कारण कुछ बैगों में देरी हो जाती है। ऐसे में AirTag का इस्तेमाल उन बैगों को जल्दी ढूंढने में मदद करेगा। आइए जानते हैं यह कैसे काम करता है।

रियल टाइम में अपने बैग की लोकेशन जानें

अब यात्रियों के लिए अपने सामान को ट्रैक करना और भी आसान हो गया है। एयर इंडिया ने बताया कि यात्री अब अपने मोबाइल ऐप के 'माई ट्रिप्स' सेक्शन में जाकर या फिर वेबसाइट पर 'ट्रैक माई बैग्स' टैब पर क्लिक करके अपने बैग की लाइव लोकेशन देख सकते हैं। इसके अलावा, वे अपने बैगेज रसीद पर दिए गए बारकोड को स्कैन करके भी यह जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। यह सुविधा यात्रियों को मानसिक शांति देगी और उन्हें अपने सामान के बारे में अपडेट रखेगी।

खोए हुए बैग को AirTag से कैसे ढूंढें?

अगर किसी यात्री का बैग खो जाता है, तो AirTag इसमें कैसे मदद करेगा? एयर इंडिया ने इसके लिए भी एक आसान प्रक्रिया बताई है। सबसे पहले, अगर एयरटैग लगा हुआ बैग अपने तय स्थान पर नहीं पहुंचता है, तो यात्रियों को तुरंत एयर इंडिया के बैगेज काउंटर पर इसकी सूचना देनी होगी। वहां मौजूद कर्मचारी उन्हें प्रॉपर्टी इररेगुलेटरी रिपोर्ट (PIR) भरने में मदद करेंगे। इसके बाद, यात्रियों को अपने Apple डिवाइस में 'फाइंड माई' ऐप खोलना होगा और 'शेयर आइटम लोकेशन' का लिंक बनाना होगा। इस लिंक को एयर इंडिया को देना होगा। इसके लिए, ग्राहक सहायता पोर्टल पर जाएं, 'बैगेज' चुनें, और फिर 'लॉस्ट एंड फाउंड चेक-इन बैगेज' का विकल्प चुनें और वहां लिंक को शामिल कर दें।

एयर इंडिया को लोकेशन शेयर करने की प्रक्रिया

इसके अलावा, ग्राहक सहायता पोर्टल पर 'लॉस्ट एंड फाउंड चेक-इन बैगेज' का चयन करके पीआईआर नंबर के साथ भी लिंक सबमिट किया जा सकता है। एक बार जब यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी, तो यात्रियों को एयर इंडिया की तरफ से एक एक्नॉलेजमेंट ईमेल मिलेगा, जिसमें उनके बैगेज का स्टेटस ट्रैक करने के लिए एक लिंक होगा। एयर इंडिया की अधिकृत एयरपोर्ट टीम फिर उस शेयर किए गए एयरटैग डेटा का इस्तेमाल करके बैग का पता लगाएगी। अगर बैग एयरपोर्ट परिसर के अंदर होगा, तो उसे जल्द से जल्द यात्री तक पहुंचाने की कोशिश की जाएगी।

प्राइवेसी का रखा जाएगा पूरा ध्यान

एयर इंडिया ने इस बात पर भी जोर दिया है कि यात्रियों की प्राइवेसी का पूरा ध्यान रखा जाएगा। जैसे ही बैग मिल जाएगा, लोकेशन शेयरिंग अपने आप बंद हो जाएगी और यह 7 दिनों के बाद पूरी तरह से खत्म हो जाएगी। इसके अलावा, यात्री चाहें तो इसे कभी भी खुद से भी बंद कर सकते हैं। एयरलाइन ने यह भी स्पष्ट किया है कि इस फीचर का इस्तेमाल करने के लिए यात्रियों के पास iOS 18.2, iPadOS 18.2 या macOS 15.2 या उससे ऊपर के वर्जन वाला Apple डिवाइस होना जरूरी है। यह नया फीचर निश्चित रूप से एयर इंडिया के यात्रियों के लिए बैगेज ट्रैकिंग को और भी सुविधाजनक और भरोसेमंद बना देगा।


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