छत्तीसगढ़ के अमनजीत के लिए फरिश्ता बने सोनू सूद….. 12 साल से बिस्तर पर दर्द से कराह रहा युवक अब अपने पैरों से चल सकेगा… ट्वीट के जरिये मिली थी खबर, फ्री में कराया पूरा इलाज …ऑटो वाले के बेटे को मिली नयी जिंदगी

Update: 2020-12-07 02:45 GMT

रायपुर 7 दिसंबर 2020। छत्तीसगढ़ के अमनजीत के लिए सिने स्टार सोनू सूद फरिश्ता से कम नहींं है। 12 साल की जिस बेबसी और दर्द की जिंदगी वो गुजार रहा था, अब उसे नयी जिंदगी मिल गयी है। ट्वीटर के जरिये सोनू सूद को अमनजीत की 12 साल पुरानी बीमारी की जानकारी हुई थी, जिसके बाद करनाल स्थित विर्क हॉस्पिटल के युवा न्यूरो सर्जन डॉक्टर अश्वनी से अमन का इलाज कराया गया। अब अमन स्वस्थ्य हो रहा है। सोनू सूद की बदौलत पिछले 12 सालों से जिंदगी से जंग लड़ रहे छत्तीसगढ़ के अमन को नई जिंदगी मिली है।

छत्तीसगढ़ के भिलाई में रहने वाला युवा अमन 12 वर्ष से बेहद दर्द सह रहा था। रीढ़ की हड्डी की गम्भीर बीमारी के चलते अमन पिछले 12 वर्षों से बिस्तर पर थे. अमन के पिता किराए के मकान में रहते हैं और किराए का ऑटो चलाते हैं. पैसे की किल्लत और महंगे इलाज के कारण अपने जवान बेटे को तड़पते हुए देखने के अलावा इन दोनों के पास कोई चारा न था। लेकिन सोनू ने उसकी नि:शुल्‍क सर्जरी करा कर इस पीडा से मुक्ति दिलाई। अब वो ना सिर्फ सामान्य हो जायेगा, बल्कि खुद चल फिर भी सकेगा। वह सिर की नसों से जुड़ी बेहद गंभीर समस्या का निदान कराने चेन्नई तक गया लेकिन बेहद महंगा इलाज होने के कारण कुछ न हो सका। रोजमर्रा तक के काम में असहाय अमन के हालात तब बदले, जब फिल्म अभिनेता सोनू सूद तक उनका ट्वीट पहुंचा। अब करनाल में अमन की निशुल्क सर्जरी हुई है, जो करीब 11 घंटे चली।

इसके बाद अमन को लगा, मानो नया जन्म मिल गया। उसने इसके लिए सोनू सूद को फोन के जरिए शुक्रिया भी कहा। भिलाई निवासी अमन को 2008 से यह तकलीफ है। काफी कोशिश की, जगह-जगह दिखाया लेकिन समस्या यथावत रही। 2014 में पता चला कि क्रेनियल वर्टिब्रल जंक्शन में समस्या है तो ऑपरेशन कराया लेकिन यह सफल नहीं हुआ।

इसी वर्ष मार्च में चेन्नई गए तो चिकित्सकों ने सर्जरी में काफी खर्च बताया, जिसे चुकाने में परिवार सक्षम नहीं था। कोरोना काल में मसीहा बने फिल्म अभिनेता सोनू सूद से टि़्वटर पर मदद मांगी तो उन्होंने करनाल आने के लिए कहां। यहां विर्क अस्पताल में सीनियर सर्जन डा. अश्वनी कुमार ने निशुल्क सर्जरी की तो नया संबल हासिल हुआ।

अमन ने बताया कि जो भी सीधे हाथ से पकड़ता, छूट जाता। बीमारी बढ़ी तो गर्दन के पिछले हिस्से में असहनीय दर्द रहने लगा। ज्यादा देर बैठ नहीं पाता था, चलना-फिरना मुश्किल था। बिस्तर पर रहकर रोजमर्रा के काम तक से मोहताज हो गया। ऑटो चालक पिता दलजीत और मां राजेंद्र कौर मदद करते। अब लग रहा है, जैसे नया जन्म मिल गया। फोन पर सोनू सर को थैंक्यू कहा है।

फिल्म अभिनेता सोनू सूद ने कहा कि आपकी 12 साल की तकलीफ खत्‍म समझो। करनाल के विर्क अस्पताल में सर्जरी के लिए तैयार हो जाएं। इसी के साथ अमन करनाल आए, जहां सीनियर आर्थो सर्जन डा. अश्वनी कुमार ने उनके बेहद चुनौतीपूर्ण और संवेदनशील आपरेशन की चुनौती स्वीकार की। टीम सोनू सूद के गोङ्क्षवद अग्रवाल व प्रवेश गाबा ने बताया कि करनाल में सात जरूरतमंद लोगों की निशुल्क सर्जरी हो चुकी हैं। यह सिलसिला जारी रहेगा।

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