Ghar Ka Mandir Me Jaruri Saman : घर के मंदिर में इन बातों का ध्यान रखकर जीवन को बनाये खुशहाल, वरना भुगतना पड़ सकता है अशुभ परिणाम
Ghar Ka Mandir Me Jaruri Saman : सनातन धर्म या हिंदूघरों में हर घर में पूजा घर होना अनिवार्य है। पूजा घर होने से घर में रहने वालों का जीवन सुखी होता है।, लेकिन घर के मंदिर से जुड़े कुछ नियम होते हैं जिन्हें सबको जानना जरूरी होता है...
Ghar Ka Mandir Me Jaruri Saman
घर का मंदिर में जरूरी सामान
हर कोई ये तो जरूर चाहता है कि उसकी फैमिली सुखी रहे और घर में समृद्धि बनी रहे। अपनी फैमली की सलामती के लिए कोई कुछ भी करने को तैयार है। ऐसे में अगर आप भी चाहते हैं कि सब सही तरीके से चलता रहे तो कुछ मामूली उपायों से आप भी अपनी बिगड़ी संवार पाएंगे। खुशहाल, सुखी और समृद्ध इन उपायों से बनाए रख सकते है अपनी और अपने साथ के लोगों की जिंदगी में। आज हम आपको कुछ ऐसी चीज़ें बताएंगे जिनको अपने घर के मंदिर में रखें तो इसके बेहद शुभ परिणाम मिल सकते हैं। साथ ही मंदिर में इन चीजों को रखना जरूरी भी माना गया है।
- गंगाजलः पृथ्वी पर सबसे पवित्र और पूजनीय पतितपाविनी गंगा के जल को माना गया है। गंगा जल को भगवान और आस्था से जुड़े हर कर्म में रखा जाता है। यही वजह है कि गंगाजल का होना घर के मंदिर में भी बेहद जरूरी और शुभा माना गया है। हर रोज इसके छिड़काव से मंदिर के साथ साथ घर में शुभता बनी रहती है।
- शंखः केवल शंख ही नहीं बल्कि इसकी ध्वनि भी बेहद शुभ मानी जाती है, जिसकी गूंज से पूरा वातावरण में पॉजिटिविटी से भर जाता है। कहते हैं कि घर के मंदिर में शंख रखना जरूरी है और इसे रोज ही पूजा के बाद बजाना भी जरूरी है जिससे कि सुख-समृद्धि तो घर में आती ही है इसके अलावा शांति भी बनी रहती है।
- शालिग्रामः शालिग्राम जोकि एक पत्थर की तरह दिखता है जो भगवान विष्णु का प्रतीक माना गया है। इसे मंदिर में रखना बेहद शुभ माना जाता है। घर में तुलसी का पौधा तो होता है जिसकी रोज पूजा की जाती है, लेकिन तुलसी के साथ शालिग्राम को रखना और भी ज्यादा शुभ माना जाता है।
- गौमूत्रः हिंदू संस्कृति में गौमूत्र को बेहद पवित्र माना जाता है। कहा जाता है कि गौ माता के आशीर्वाद से सभी देवी देवताओं का आशीर्वाद मिल जाता है।
- मोर पंखः भगवान कृष्ण के स्वरूप मोर पंख को भी बेहद शुभ और अत्यंत पवित्र माना जाता है। कहा जाता है कि मोर पंख भगवान कृष्ण को काफी ज्यादा पसंद है और वो उसमें ही निवास करते हैं। ऐसे में पूजाघर में मोर पंख जरूर रखे जिससे कि भगवान कृष्ण की कृपा बनी रहे।
- शिवलिंग : शिव की एक प्रकार की मूर्ति जो प्रायः गोलाकार में जनेऊ धारण किए होती है। इसे शिवलिंग कहा जाता है अर्थात शिव की ज्योति। यह सभी तरह की मूर्तियों से बढ़कर है और सिर्फ इसी की पूजा का विधान है। शालग्राम और शिवलिंग के घर में होने से घर की ऊर्जा में संतुलन कायम होता है और सभी तरह की शुभता बनी रहती है।
- चंदन : चंदन शांति व शीतलता का प्रतीक है। एक चंदन की बट्टी और सिल्ली पूजा स्थल पर रहना चाहिए। चंदन की सुगंध से मन के नकारात्मक विचार समाप्त होते हैं। चंदन को शालग्राम और शिवलिंग पर लगाया जाता है। माथे पर चंदन लगाने ने मस्तिष्क शांत भाव में रहता है।
मंदिर में कौन सी वस्तुएं होती हैं?
वस्तुओं में एक घंटी, पानी का एक बर्तन, एक दिवा दीपक, एक अगरबत्ती, कुमकुम पाउडर का एक बर्तन और एक चम्मच शामिल हैं। पूजा में देवताओं (देवताओं) को प्रकाश, धूप, फूल और भोजन अर्पित करना शामिल है। पूजा के दौरान उपासक मंत्रों का जाप करेंगे, जो हिंदू पवित्र ग्रंथों से प्रार्थना और छंद हैं।
मंदिर में पूजा में ध्यान रखने योग्य बातें-
- घर में मंदिर की स्थापना कराते समय इस बात का ध्यान रखें कि घर के जिस स्थान पर मंदिर हों उसके आस-पास शौचालय न बनवाएं। रसोई, मंदिर और शौचालय एक पंक्ति में ना बनवाएं।
- पूजा में देव को अंखड़ित चावल अर्पित नहीं करने चाहिए। चावलों को हल्दी से पीला करके अर्पित करना भी विशेष शुभता देता।
- गणपति पूजन में पान का पत्ता अर्पित करना शुभ माना जाता है।
- श्रीगणॆश को बना हुआ पान चढ़ाएं।
- पूजा में जलाया गया दीपक कभी बूझाना नहीं चाहिए।
- देवता को पूजा करते समय धूप, दीप और फूल चढ़ाएं, धोने से पूर्व साफ पानी से शुद्ध करके ही चढ़ाएं।
- पूजा घर में प्रतिदिन घी का दीपक जलना अतिशुभ माना गया हैं। इससे वास्तु दोष भी दूर होते हैं।
- पूजा-पाठ कभी भी भूमि पर बैठकर ना करें, इसके लिए आसन का प्रयोग करें। आसन को पैर से खिसकाना सही नहीं माना गया हैं। आवश्यक होने पर हाथों का ही प्रयोग करें।
- ११ दिन तक तुलसी के पत्तों को भगवान को अर्पित किया जा सकता हैं।
- दीपक जलाते समय इसे भगवान के ठीक सम्मुख रखें।
- पूजा-पाठ में किसी भी प्रकार की खंडित सामग्री का प्रयोग न करें। इससे अशुभता का प्रवेश होता हैं।
- निश्चल भाव से देव के सामने अपनी मनोकामना कहनी चाहिए और यथासंभव दक्षिणा भी देव को अर्पित करनी चाहिए।
- पूजा घर में साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखना चाहिए। किसी भी तरह का कबाड़ मंदिर या घर में नहीं रखना चाहिए।
- भगवान शिव को हल्दी का जल और शंख से जल चढ़ाना शुभ नहीं माना गया हैं।
घर के मंदिर में भूलकर भी न रखें ये सामान
अपनी पूजा पाठ का सही फल पाने के लिए इस बात का ध्यान रखें कि घर के मंदिर में कभी भी एक भगवान की दो प्रतिमाएं या दो फोटो ना रखें। इसके अलावा यह भी ध्यान रखें कि मंदिर में गणेश जी की तीन प्रतिमाएं नहीं होनी चाहिए। यह शुभ नहीं माना जाता हैं। जिसके फलस्वरुप कार्यों में व्यर्थ की बाधाएं आनी शुरु हो जाती हैं।
मंदिर में खंडि़त मूर्ति का होना शुभ नहीं माना जाता हैं। वास्तु और ज्योतिष शास्त्र दोनों में इसे अशुभ कहा गया हैं। वास्तु शास्त्र कहता हैं कि ऐसी मूर्तियां घर में रखने से घर में नकारात्मक प्रभाव बढ़ता हैं और हमारे आराधक रुष्ट होकर घर से चले जाते हैं।
घर के मंदिर में देवताओं का वास बनाए रखने के लिए यह आवश्यक है कि आप मंदिर में कभी भी खंडित मूर्तियां ना रखें। किसी कारणवश ऐसा हो भी जाता हैं तो उसे जल्द से जल्द नई मूर्ति से बदल दें।
घर में छोटे आकार का ही मंदिर बनवाएं। बड़ा मंदिर और मंदिर में बड़े आकार की प्रतिमाएं नहीं होनी चाहिए। मंदिर के लिए घर के पूर्व-उत्तर दिशा का स्थान सबसे अधिक शुभ माना गया हैं। जहां तक संभव हो दक्षिण या दक्षिण पश्चिम दिशा में पूजा करना शुभ नहीं माना गया हैं। इसके अतिरिक्त एक ही मंदिर में दो शंख रखना भी शुभ नहीं कहा गया हैं।
देव पूजन के लिए घर के मंदिर में बड़े आकार की मूर्तियां रखना वर्जित हैं। यदि शिवलिंग भी रखना हैं तो वह भी बहुत छोटे आकार का ही रखें, यह अंगूठे के आकार से बड़ा नहीं होना चाहिए। बड़े आकार के शिवलिंग शुभता में कमी करते हैं।