Clock Direction at Home : स्वास्थ्य, धन और सब कुछ प्रभावित कर सकती है घर में लगी घड़ी
वास्तु शास्त्र में ऐसी कई बातों का जिक्र किया जाता है जिसमें हम किसी भी चीज के सही स्थान और दिशा का जिक्र करते हैं। ऐसी ही कुछ चीजों में से एक है दीवार घड़ी।
अक्सर हम लोगों को यह कहते हुए सुनते हैं कि "समय ठीक नहीं चल रहा है" या यह कि "पलक झपकते ही सब कुछ बदल गया"। इन दोनों वाक्यों से ये अंदाजा लगाना बहुत आसान है कि हमे ईश्वर द्वारा दिया गया "समय" सबसे बेशकीमती तोहफा है। क्षण भर में ही समय किसी को राजा बना देता है तो किसी को रंक बना देता है। जिस घड़ी में हम समय देखते हैं उसके भी रखरखाव का बहुत महत्व होता है।
वास्तु शास्त्र में ऐसी कई बातों का जिक्र किया जाता है जिसमें हम किसी भी चीज के सही स्थान और दिशा का जिक्र करते हैं। ऐसी ही कुछ चीजों में से एक है दीवार घड़ी।वास्तु सिद्धांतों के अनुसार घर में दीवार घड़ी लगाने से आपके घर में ऊर्जा का प्रवाह प्रभावित हो सकता है, जिससे स्वास्थ्य, धन और समग्र कल्याण प्रभावित हो सकता है।
अगर आप सकारात्मक ऊर्जा को सुचारु बनाए रखना चाहते हैं तो आपको घर में दीवार घड़ी हमेशा सकारात्मक ऊर्जा और सौभाग्य सुनिश्चित करने के लिए सही स्थान पर ही लगानी चाहिए।
दीवार घड़ी लगाने के लिए सही दिशा
जिस दिशा में दीवार घड़ी लगाई जाती है वह घर की ऊर्जाओं को बहुत प्रभावित कर सकती है, इसलिए आपको हमेशा सही दिशा में ही दीवार घड़ी लगाने की सलाह दी जाती है। घर की उत्तर दिशा पर धन के देवता कुबेर का शासन होता है। इसलिए ऐसा माना जाता है कि इस दिशा में घड़ी लगाने से समृद्धि और आर्थिक उन्नति होती है। यह प्रगति और विकास का भी प्रतीक मानी जाती है, जो इसे व्यावसायिक प्रतिष्ठानों और लिविंग रूम के लिए आदर्श बनाता है। यदि आप घर के लिविंग रूम की उत्तर दिशा में दीवार घड़ी लगाएंगे तो उसकी पूर्ण ऊर्जा का संचार होगा।
क्या पूर्व और पश्चिम दिशा में लगा सकते हैं दीवार घड़ी
पूर्व दिशा देवताओं के राजा इंद्र द्वारा शासित होती है। ऐसा कहा जाता है कि पूर्व दिशा में घड़ी लगाने से निवासियों के स्वास्थ्य और कल्याण में वृद्धि होती है। यह दिशा शयनकक्ष और अध्ययन कक्ष के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है क्योंकि यह अच्छे स्वास्थ्य और शैक्षणिक सफलता को बढ़ावा देती है।
पश्चिम दिशा का संबंध जल के देवता भगवान वरुण से है, इसलिए यदि आप इस दिशा में दीवार घड़ी लगाती हैं तो इनकी नियमित जांच करनी जरूरी है, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि वे सही ढंग से काम कर रही हैं क्योंकि इस क्षेत्र में खराब घड़ियां शांति और स्थिरता को बाधित कर सकती हैं।
किन दिशाओं में नहीं लगानी चाहिए दीवार घड़ी
वास्तु के अनुसार दीवार घड़ी लगाते समय आपको कुछ दिशाओं से बचना चाहिए। इसमें सबसे प्रमुख है दक्षिण दिशा जिसे मृत्यु के देवता यम की दिशा माना होता है। इस दिशा में घड़ी लगाना अशुभ माना जाता है क्योंकि इससे आपको बाधाओं और चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि यदि आप इस दीवार पर घड़ी लगाएं तो ध्यान रखें कि इसका मुख उत्तर या पूर्व की ओर होना चाहिए।
इसके अलावा आपको दक्षिण-पश्चिम दिशा में भी दीवार घड़ी लगाने से मना किया जाता है। यह दिशा सकारात्मक ऊर्जा को बाधित करती है और घर में नकारात्मकता लाती है।
दीवार घड़ी लगाने का सही स्थान क्या है
यदि आप घर में दीवार घड़ी किसी भी स्थान पर लगा रहे हैं तो आपको इसे एक निश्चित ऊंचाई पर रखना चाहिए। सुनिश्चित करें कि घड़ी को आंख के सामने ही लगाया जाए जिससे यह आसानी से दिखाई दे। यह आपके जीवन में समय के महत्व को दिखाती है और आपको इसके मूल्य के प्रति सचेत रखता है।
यदि आप दीवार घड़ी को मुख्य द्वार से प्रवेश करते ही किसी कमरे के प्रवेश बिंदु पर घड़ी लगाना आपको समय की कीमत की याद दिला सकता है। हालांकि आपको ध्यान में रखने की जरूरत है कि इसे सीधे मुख्य प्रवेश द्वार की ओर न लगाएं क्योंकि इससे नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं।
दीवार घड़ी का आकार कैसा होना चाहिए
- छह से अठारह इंच व्यास वाली दीवार घड़ियां सबसे अच्छी मानी जाती हैं।
- यदि आकार की बात करें तो सबसे अच्छी घड़ी गोल मानी जाती है और ये धन को आकर्षित करती है।
- आप घर में पेंडुलम वाली घड़ियां भी लगा सकते हैं ये समय पर चलने की आदत डालती हैं।
- आप घर में ओवल और आठ भुजाओं वाली घड़ी भी लगा सकती हैं।
- आपको कभी भी तिकोने आकार की दीवार घड़ी नहीं लगानी चाहिए, इससे आपके घर में ज्यादा लड़ाई-झगड़े होने लगते हैं।
बेडरूम में दीवार घड़ी लगाते समय ध्यान रखें ये बातें
- बेडरूम में कभी भी आपको बंद घड़ी नहीं लगानी चाहिए। इसमें नकारात्मक ऊर्जा एकत्रित होती है। यदि घड़ी खराब है तो इसकी तुरंत मरम्मत कराएं।
- घड़ी को हमेशा सटीक समय या कुछ मिनट आगे का समय दिखाना चाहिए। घड़ी का समय से पीछे चलना शुभ नहीं माना जाता है।
- दीवार घड़ी के कांच का फ्रेम हमेशा साफ होना चाहिए।
- घड़ी का चेहरा प्रसन्न भावों को दर्शाना चाहिए। दीवार घड़ी के चारों ओर केवल आनंददायक तत्व ही रखे जाने चाहिए।
- सुरीला संगीत बजने वाली घड़ी सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को मजबूत करती है।
- अगर आप घर में दीवार घड़ी लगाएं तो आपको सही दिशा और नियमों का पालन करना चाहिए, जिससे सदैव खुशहाली बनी रहे।