Chandra Grahan Ki Puri Jankari: यहां है चंद्र ग्रहण की पूरी जानकारी, जानिए प्रेग्नेंट लेडी इस दिन क्या नहीं करें

Chandra Grahan Ki Puri Jankari : भारतीय समयानुसार चंद्रग्रहण भारतीय समयानुसार रात 8.44 मिनट से शुरु होगा और रात में करीब 1.2 मिनट पर समाप्त होगा। चंद्रग्रहण का मध्य रात 10. 53 मिनट पर होगा. चंद्रग्रहण की कुल अवधि 4 घंटे 15 मिनट होगी।

Update: 2023-05-05 14:30 GMT

chandra grahan

Chandra Grahan Ki Puri Jankari :

चंद्र ग्रहण की पूरी जानकारी

2023 का पहला चंद्रग्रहण  बैसाख पूर्णिमा के दिन  5 मई की रात को लगेगा और मध्य रात्रि के बाद चंद्रग्रहण समाप्त होगा। यह चंद्र ग्रहण तुला राशि में स्वाति नक्षत्र में आरंभ होगा। ग्रहण का मध्य और अंत विशाखा नक्षत्र में होगा।

पूर्णिमा पर लगने वाला चंद्रग्रहण सामान्य चंद्रग्रहण नहीं है बल्कि यह एक उपछाया चंद्रग्रहण है। ऐसे में ग्रहण के दौरान चंद्रमा को आप उदास और धूमिल अवस्था में देख पाएंगे। लेकिन चंद्रमा का कोई भी भाग कटा हुए दिखाई नहीं देगा। चंद्रग्रहण के दौरान मंगल और शुक्र दोनों ही मिथुन राशि में होंगे जबकि बुध मिथुन राशि में होंगे। ऐसे में मंगल और बुध के बीच इस चंद्रग्रहण के दौरान राशि परिवर्तन योग भी बना रहेगा। ऐसे में ज्योतिषीय गणना यह बताती है कि चंद्रग्रहण के बाद तुला, मेष, वृश्चिक, वृष, कर्क और कन्या राशि वालों के लिए 15 दिन का समय प्रतिकूल होगा.।अशुभ फलदायी रहेगा।

साल का पहला चंद्रग्रहण भारत में आरंभ से लेकर अंत तक चंद्र मालिन्यमय रूप में देखा जा सकेगा। भारतीय समयानुसार चंद्रग्रहण भारतीय समया नुसार रात 8.44 मिनट से शुरु होगा और रात में करीब 1.2 मिनट पर समाप्त होगा। चंद्रग्रहण का मध्य रात 10. 53 मिनट पर होगा. चंद्रग्रहण की कुल अवधि 4 घंटे 15 मिनट होगी।

चंद्रग्रहण कहां दिखाई देगा 

इस चंद्रग्रहण को भारत के अतिरिक्त दक्षिण पूर्वी यूरोप, एशिया के अधिकांश हिस्से, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, पेसिफिक, न्यूजीलैंड, अटलांटिक, अंटार्कटिका और हिंद महासागर में देखा जा सकेगा।

चंद्र ग्रहण में खाने से परहेज

कोई भी ऐसा खाद्य पदार्थ जो हमारे शरीर के तापमान को बढ़ा देता है और जिसे पचाना शरीर के लिए मुश्किल होता है उनका सेवन ग्रहण के दौरान नहीं करना चाहिए वरना डाइजेशन से जुड़ी दिक्कतें और बीमारियां हो सकती हैं। लिहाजा डीप फ्राइड और ऑइली फूड से परहेज करें।

चंद्र ग्रहण  के दौरान भोजन का निषेध है, लेकिन गर्भवती स्त्री, बच्चे, बुजुर्ग और मरीज हो इस दौरान इन खाद्य का सेवन कर सकते हैं, जिससे ग्रहण का दुष्प्रभाव काफी कम होता है।

पारंपरिक मान्यताओं के अनुसार नॉन वेजिटेरियन फूड शरीर के तापमान को बढ़ा देता है क्योंकि इसमें प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है और शरीर के लिए इन्हें डाइजेस्ट करना मुश्किल हो जाता है। लिहाजा जो लोग पहले से बीमार हैं उन्हें तो अंडा और मीट से ग्रहण के दौरान दूर ही रहना चाहिए।

चंद्र ग्रहण में इन चीजों को खाएँ

 ग्रहण के दौरान पानी पीने की भी मनाही रहती है। लेकिन अगर प्यास बर्दाश्त न हो रही तो पानी पी सकते हैं लेकिन वैसा पानी न पिएं जो काफी देर पहले से बिना ढके हुए खुला रखा हो। ग्रहण के दौरान होने वाले कॉस्मिक चेंज की वजह से पानी में भी रिऐक्शन हो सकता है। इसलिए अगर पीना ही हो तो ढंका हुआ पानी पिएं।

चंद्र ग्रहण  के दौरान भोजन का निषेध है, लेकिन गर्भवती स्त्री, बच्चे, बुजुर्ग और मरीज हो इस दौरान इन खाद्य का सेवन कर सकते हैं, जिससे ग्रहण का दुष्प्रभाव काफी कम होता है।

चंद्र ग्रहण के दौरान जरूरत पड़ने पर व्यक्ति दूध का सेवन कर सकता है। लेकिन ऐसा करते समय ध्यान रखें कि दूध में तुलसी के पत्ते डालने के बाद ही उसका सेवन करें।

चंद्र ग्रहण  के समय ऐसे फलों का सेवन करना चाहिए जिनके ऊपर छिलका लगा हुआ होता है जैसे-केला, अनार, नारियल

चंद्र ग्रहण के दौरान खुद को ऊर्जा से भरपूर रखने के लिए सूखे मेवे खाएं। कहा जाता है कि सूखे मेवों पर हानिकारक किरणों का असर नहीं होता है।

चंद्र ग्रहण के समय की किरणों की वजह वातावरण में बैक्टीरिया खत्म करने वाली पराबैंगनी किरणें कम हो जाती है। जिसकी वजह से पहले से बना हुआ भोजन करने से सेहत को नुकसान पहुंच सकता है।

लेकिन  इन सब के बावजूद अगर बहुत जरूरी न हो तो खाने से ग्रहण के दौरान परहेज ही करें तो बढ़िया रहेगा। वैसे मोक्ष की समाप्ति के बाद ही स्नान दान और पूजा के बाद ही भोजन बनाकर खाना चाहिए

चंद्र ग्रहण में प्रेग्नेंट लेडी 

चंद्र ग्रहण के दौरान सोने से परहेज करना चाहिए। इसलिए इस दौरान विशेष रूप से गर्भवती महिलाएं सोने से परहेज करना चाहिए। माना जाता है कि इसका नकारात्मक प्रभाव बच्चे के मस्तिष्क पर पड़ता है।

ग्रहण खत्म होने के बाद गर्भवती महिलाओं को पवित्र जल से स्नान अवश्य करना चाहिए। इसलिए हो सके तो ग्रहण के बाद पानी गंगाजल या पवित्र जल मिलाकर स्नान करें। ऐसा करने से ग्रहण का दोष मां और शिशु दोनों से हट जाता है।

चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को धारदार चीजों का इस्तेमाल भूलकर भी नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से मां और बच्चे पर बुरा प्रभाव पड़ता है।

ग्रहण के दौरान तनाव मुक्त रहने के लिए हर समय भगवान का नाम जपते रहना चाहिए। साथ ही मन में नकारात्मक विचार नहीं आने चाहिए। इस दौरान विवाद और तनाव से भी बचना चाहिए।

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