Bhilwara Psycho Killer: दो दोस्तों और चौकीदार किया मर्डर, फिर काटा प्राइवेट पार्ट... IITian साइको किलर की खौफनाक कहानी
Bhilwara Psycho Killer: राजस्थान में भीलवाड़ा में एक के बाद एक तीन हत्याएं करने वाले सीरियल किलर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आईटीआई स्टूडेंट से साइको किलर बने हत्यारे ने 17 घंटे में 3 मर्डर किए.

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Bhilwara Psycho Killer: राजस्थान में भीलवाड़ा में एक के बाद एक तीन हत्याएं करने वाले सीरियल किलर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आईटीआई स्टूडेंट से साइको किलर बने हत्यारे ने 17 घंटे में 3 मर्डर किए. किलर के मर्डर करने के तरीके ने सबको हिलाकर रख दिया है.
प्राइवेट पार्ट काटकर ह्त्या
यह पूरा मामला सुभाष नगर थाना क्षेत्र स्थित अयप्पा मंदिर का है. मंगलवार, 22 अप्रेल की देर रात अयप्पा मंदिर में चौकीदारी कर रहे मलाण निवासी लाल सिंह रावणा की लाश मिली थी. लाल सिंह रावणा पिछले 15 सालों से मंदिर में चौकीदारी कर रहा था. मंगलवार की रात किसी ने मंदिर में घुसकर धारदार हथियार से वार कर बेरहमी से उसकी ह्त्या कर दी थी. इतना ही नहीं उसका प्राइवेट पार्ट भी काट दिया था. इतना ही नहीं शव के गले पर उसका कटा हुआ प्राइवेट पार्ट रख दिया गया.
साइको किलर ने तीन लोगों की जान
इस घटना ने पूरे इलाके को दहशत में मच गयी थी. पुलिस मामले की जांच जुट गयी. मंदिर और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे चेक किये गए. सीसीटीवी कैमरे में पूरी वारदात कैद हो गयी थी. जिससे आरोपी दीपक नायर की पहचान कर बुधवार रात उसे गिरफ्तार किया गया. जांच के दौरान पुलिस 24 अप्रैल को तलाशी के लिए बापू नगर पुलिस थाने से महज कुछ दूरी स्थित आरोपी के घर पहुंची और वहां जो दिखा उसे देख पुलिस दंग रह गयी. वहां उसके दो दोस्तों की लाशें मिलीं. इनकी हत्या भी ठीक उसी तरीके से की गई थी. इनके भी प्राइवेट पार्ट काटे गए थे. दोनों की लाशें सड़ी गली हालत में पड़ी हुई थीं. सूत्रों के मुताबिक़, दीपक नायर के घर में मिले शव उसी के बचपन के दोस्त संदीप और मोनू के हैं. शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है.
IIT से पास आउट है हत्यारा
इधर, कत्ल को लेकर पुलिस ने जब दीपक और अन्य लोगों से पूछताछ की तो हैरान कर देने वाला खुलासा हुआ. दरअसल, दीपक नायर केरल के कोटयम जिले के वाईकेम तहसील का रहने वाला है. वह भीलवाड़ा में प्राइवेट जॉब करता है. दीपक नायर का परिवार करीब 40 साल पहले भीलवाड़ा आ गया था. उसके माता-पिता का निधन हो चुका है. दीपक के पिता RP सहदेवन नैयर आर्मी से रिटायर थे. वहीं दीपक की मां समता कुमारी भीलवाड़ा के एमडीएम हॉस्पिटल में नर्स थी. वह पढाई में काफी होशियार था. उसने आईटीआई की पढ़ाई की थी. इसके बाद वह टेलीकॉम कंपनियों में नौकरी करता था. साथ ही मंदिर का ट्रस्टी भी रह चूका है.
जादू टोने का था शक
दीपक ने पुलिस को बताया कि वह अपने कई दोस्तों से नाराज था. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, दीपक को शक था कि अय्यपा मंदिर के पुजारी, उसके दोस्त संदीप और मोनू ने उस पर काला जादू किया है. उसने अय्यपा मंदिर के पुजारी पर गलत काम करने का भी आरोप लगाया. वह ह्त्या के एक दिन पहले भीलवाड़ा पहुंचा था. वह मंदिर पुजारी की हत्या करने गया था. वहां उसने दरवाजा खटखटाया पर किसी ने नहीं खोला. तो उसने गार्ड की ह्त्या कर दी. इसके बाद वो उदयपुर में भी दूसरे पुजारी को मारने वाला था.
इसके बाद उसने अपने दोस्तों को मार दिया. आरोपी ने कत्ल से पहले उसने दोनों ही दोस्तों के साथ मिलकर शराब पी फिर उनकी जान लेली. हत्या के बाद दोनों के शवों को मकान में ही जलाने की भी कोशिश की थी. शवों के आस-पास जले हुए कपड़े भी मिले हैं. लेकिन नहीं जला पाया तो भाग गया. इतना ही वो एक पुलिस वाले को भी मारने वाला था. वहीँ पुलिस का कहना है कि आरोपी की मानसिक स्थिति असामान्य है. वहीँ ह्त्या की वजह स्पष्ट नहीं आरोपी बार बार अपना बयान बदल रहा है. फिलहाल पूछताछ जारी है. आरोपी दीपक नायर पर पहले केस दर्ज है. उसके खिलाफ भीलवाड़ा और केरल में कुल 6 आपराधिक मामले दर्ज हैं. 2015 में उसने प्रतापनगर थाने में पुलिसकर्मियों से मारपीट की थी. जहां 10 पुलिसवालों ने मिलकर उसे काबू किया था. 2020 में एक कार शोरूम से ट्रायल के बहाने कार लेकर भाग गया था. अब इसकी जांच के लिए पुलिस की एक टीम गठित की गई है.