AMU VC Pro. Naima Khatoon: प्रोफेसर नईमा खातून बनी AMU की पहली महिला कुलपति, जानिए कौन है नईमा खातून

AMU VC Pro. Naima Khatoon: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) के इतिहास में पहली बार किसी महिला को कुलपति नियुक्त किया गया है। यहां प्रोफेसर नईमा खातून कुलपति का जिम्मा संभालेंगी। इस प्रमुख घोषणा को सोमवार को किया गया।

Update: 2024-04-23 10:21 GMT

AMU VC Pro. Naima Khatoon: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) के इतिहास में पहली बार किसी महिला को कुलपति नियुक्त किया गया है। यहां प्रोफेसर नईमा खातून कुलपति का जिम्मा संभालेंगी। इस प्रमुख घोषणा को सोमवार को किया गया। प्रोफेसर नईमा खातून अब AMU के 100 सालों के इतिहास में पहली महिला कुलपति बन गई हैं। लोकसभा चुनाव के समय, चुनाव आयोग से उनकी नियुक्ति को लेकर अनुमति मांगी गई थी। आयोग ने कोई आपत्ति न जताई जाने पर नाम का खुलासा किया।

नईमा खातून कौन हैं?

प्रोफेसर खातून 2014 से AMU की महिला कॉलेज की प्रधानाचार्य हैं। उनके पास 3 दशक से अधिक समय का शैक्षणिक अनुभव है। स्नातक होने के बाद उन्होंने मनोविज्ञान में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की और अगस्त, 1988 में AMU से एक लेक्चरर के रूप में अपनी यात्रा शुरू की। महिला कॉलेज की प्रधानाचार्य बनने से पहले उन्होंने कई प्रमुख पदों पर जिम्मेदारियों को संभाला है। उन्होंने 6 किताबें लिखी हैं और देश-विदेश में राजनीतिक मनोविज्ञान पर व्याख्यान दिए हैं।

वह अक्टूबर 2015 से सेंटर फॉर स्किल डेवलपमेंट एंड करियर प्लानिंग, एएमयू की निदेशक भी हैं। उन्होंने राजनीतिक मनोविज्ञान में पीएचडी (PhD) की डिग्री हासिल करने के बाद सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ डेवलपिंग सोसाइटीज, दिल्ली और एएमयू में काम किया। उन्होंने अगस्त 1988 में लेक्चरर, अप्रैल 1998 में एसोसिएट प्रोफेसर और जुलाई 2006 में प्रोफेसर के पद को हासिल किया।

उन्होंने एक शैक्षणिक वर्ष के लिए रवांडा के राष्ट्रीय विश्वविद्यालय में भी पढ़ाया। प्रोफेसर नईमा खातून ने कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में भाग लिया है और शोधपत्र प्रस्तुत किए हैं, साथ ही यूरोप, उत्तरी अमेरिका और एशिया के कई विश्वविद्यालयों में व्याख्यान दिए हैं।

उन्होंने 6 पुस्तकों का लेखन/सह-लेखन/संपादन किया है और राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय ख्याति की पत्रिकाओं में कई पत्र प्रकाशित किए हैं। उन्होंने 15 पीएचडी थीसिस और बड़ी संख्या में शोध प्रबंधों का पर्यवेक्षण किया है। उन्हें शैक्षिक प्रशासन में भी काफी अनुभव है, जैसे कि इंदिरा गांधी हॉल और अब्दुल्ला हॉल में प्रोवोस्ट (दो बार) और डिप्टी प्रॉक्टर के रूप में।

3 उम्मीदवार थे दौड़ में शामिल

कुलपति पद के लिए 3 उम्मीदवारों को चुना गया था। इनमें से किसी एक के नाम पर मुहर लगाने के लिए पिछले साल नवंबर में प्रस्तावित नामों की सूची राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के पास भेजी गई थी। प्रस्तावित नामों में नईमा खातून के अलावा AMU में फैकल्टी ऑफ मेडिसिन के पूर्व डीन प्रोफेसर मुजफ्फर उरूज रब्बानी और पटना के चाणक्य नेशनल लॉ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर फैजान मुस्तफा भी शामिल थे।

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