कृषि केंद्र सील: खाद की कालाबाजारी की शिकायतों पर दुकानों में ताबड़तोड़ छापे; एक दुकान सील, छह को नोटिस
कलेक्टर के निर्देश के बाद कृषि अधिकारियों की अलग-अलग टीमें बनाकर की गई छापेमारी।
रायपुर। खाद की कालाबाजारी की शिकायतों पर शुक्रवार को एसडीएम और कृषि अधिकारियों ने ताबड़तोड़ छापे मारे। इस दौरान लाइसेंसधारी के बजाय दूसरे लोगों को अवैध रूप से खाद बेचते पकड़े जाने पर एक कृषि केंद्र को सील कर दिया गया, वहीं 6 को नोटिस दिया गया है।
कलेक्टर सौरभ कुमार ने खाद की कालाबाजारी की शिकायतों के बाद एसडीएम व कृषि अधिकारियों को छापे मारने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अलग-अलग टीमें बनाकर छापेमारी की गई। डिप्टी डायरेक्टर आरके कश्यप ने बताया कि कृषि केंद्रों की जांच के लिए फ्लाइंग स्क्वॉड बनाकर रवाना किया गया।
इस दौरान आरंग ब्लॉक के समोदा में किसान बीज भंडार में जांच के दौरान लाइसेंस धारी प्रोपराइटर की अनुपस्थिति में दूसरे लोग अवैध रूप से खाद व कीटनाशक बेचते मिले। दुकान को जारी लाइसेंस में उल्लेखित मापदंडों का पालन नहीं करने पर किसान बीज भंडार को तत्काल सील कर दिया गया है। लाइसेंस धारी को नोटिस जारी किया गया है।
इसके साथ ही आरंग के कागदेही के साहू कृषि केंद्र और बृजलाल कृषि केंद्र की भी औचक जांच की गई है। एक टीम ने अभनपुर ब्लॉक के गुलाटी कृषि केंद्र और विशाल कृषि केंद्र पर भी दबिश दी है। इसी तरह तिल्दा में राठी कृषि केंद्र नेवरा और धरसीवां में ओम कृषि केंद्र दोंदेकला की भी जांच की गई है। सभी कृषि केंद्रों में जारी लाइसेंस में उल्लेखित मापदंडों का पालन नहीं करना और बीज, खाद एवं कीटनाशक के भंडारण और बिक्री में लापरवाही मिली है।
लाइसेंस नवीनीकरण, स्टाॅक बुक, मुल्य सूची का प्रदर्शन, उपलब्ध खाद का भौतिक स्टाॅक का पीओएस मशीन से मिलान, बेची गई सामग्री का बिल बुक से मिलान, सोर्स प्रमाण पत्र, कीटनाशकों की वैधता के साथ-साथ बीज, खाद और दवाइयों के भंडारण के तरीके का भी औचक निरीक्षण किया गया है। सभी दुकानों को लापरवाही और अनियमितता पर नोटिस जारी कर तीन दिनों में जवाब मांगा गया है।
फ्लाइंग स्क्वॉड में शामिल अधिकारियों ने दुकानदारों को केवल निर्धारित मूल्य पर ही खाद, बीज, दवाएं बेचने के निर्देंश भी दिए हैं। अधिकारियों ने यह भी चेताया है कि चालू खरीफ मौसम में खेती-किसानी के समय किसानों को निर्धारित मूल्य से अधिक दामों पर बीज, खाद या दवाई बेचने के शिकायत मिलने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।