Chhattisgarh Top News Today : रायपुर. छत्तीसगढ़ में मंगलवार को बहुप्रतीक्षित आईएएस अफसरों की ट्रांसफर लिस्ट जारी कर दी गई. इसमें आधा दर्जन कलेक्टर बदले गए हैं. वैसे सूची में 26 आईएएस शामिल हैं. अभी कलेक्टरों की एक और लिस्ट आएगी. वहीं, अब आईपीएस के ट्रांसफर पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं. बताया जा रहा है कि आईपीएस की सूची भी लगभग तैयार है. यह सूची थोड़ी छोटी होगी. इसमें उन जिलों के एसपी प्रभावित हो सकते हैं, जो डीआईजी रैंक के हैं. हालांकि रायपुर के लिए विकल्प की तलाश जारी है. ऐसे में संभव है कि प्रशांत अग्रवाल बने रहें. कांकेर एसपी शलभ सिन्हा बस्तर के साथ-साथ दुर्ग के भी दावेदार बताए जा रहे हैं. वैसे दुर्ग के लिए भावना गुप्ता का भी नाम चर्चा में है. आईजी सुंदरराज पी. मुख्यालय लौट सकते हैं. हालांकि इसके लिए भी विकल्प का इशू हो सकता है. एक विकल्प के रूप में रतनलाल डांगी हैं. सेंट्रल डेपुटेशन से लौट रहे अंकित गर्ग और राहुल भगत भी विकल्प हो सकते हैं, लेकिन वे मई में लौटेंगे. यदि उनके नाम पर विचार किया जाएगा तो सुंदरराज को मई तक का और इंतजार करना पड़ सकता है. राज्य सरकार ने आज भाजपा सरकार के चर्चित प्रोजेक्ट कमल विहार का नाम कौशल्या विहार कर भाजपा के लिए नई मुश्किल खड़ी कर दी. कमल विहार का नाम बदलने से दुख हुआ, लेकिन खुलकर विरोध भी नहीं कर पा रहे हैं. टॉप न्यूज में आगे पढ़ें मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर कलेक्टर पीएस ध्रुव का सेल्फ गोल का साबित हुआ, संसदीय सचिव के भाई के साथ मारपीट में एसडीओपी पर कार्रवाई, कौशल्या विहार की खबरें...
Chhattisgarh Top News Today : रायपुर. छत्तीसगढ़ में मंगलवार को बहुप्रतीक्षित आईएएस अफसरों की ट्रांसफर लिस्ट जारी कर दी गई. इसमें आधा दर्जन कलेक्टर बदले गए हैं. वैसे सूची में 26 आईएएस शामिल हैं. अभी कलेक्टरों की एक और लिस्ट आएगी. वहीं, अब आईपीएस के ट्रांसफर पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं. बताया जा रहा है कि आईपीएस की सूची भी लगभग तैयार है. यह सूची थोड़ी छोटी होगी. इसमें उन जिलों के एसपी प्रभावित हो सकते हैं, जो डीआईजी रैंक के हैं. हालांकि रायपुर के लिए विकल्प की तलाश जारी है. ऐसे में संभव है कि प्रशांत अग्रवाल बने रहें. कांकेर एसपी शलभ सिन्हा बस्तर के साथ-साथ दुर्ग के भी दावेदार बताए जा रहे हैं. वैसे दुर्ग के लिए भावना गुप्ता का भी नाम चर्चा में है. आईजी सुंदरराज पी. मुख्यालय लौट सकते हैं. हालांकि इसके लिए भी विकल्प का इशू हो सकता है. एक विकल्प के रूप में रतनलाल डांगी हैं. सेंट्रल डेपुटेशन से लौट रहे अंकित गर्ग और राहुल भगत भी विकल्प हो सकते हैं, लेकिन वे मई में लौटेंगे. यदि उनके नाम पर विचार किया जाएगा तो सुंदरराज को मई तक का और इंतजार करना पड़ सकता है. राज्य सरकार ने आज भाजपा सरकार के चर्चित प्रोजेक्ट कमल विहार का नाम कौशल्या विहार कर भाजपा के लिए नई मुश्किल खड़ी कर दी. कमल विहार का नाम बदलने से दुख हुआ, लेकिन खुलकर विरोध भी नहीं कर पा रहे हैं. टॉप न्यूज में आगे पढ़ें मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर कलेक्टर पीएस ध्रुव का सेल्फ गोल का साबित हुआ, संसदीय सचिव के भाई के साथ मारपीट में एसडीओपी पर कार्रवाई, कौशल्या विहार की खबरें...