Chhattisgarh Mandi Tax: मंडी टैक्स में छूट की मियाद खत्म, शुल्क फिर लागू होते ही मंडी में गिरा धान का भाव
Chhattisgarh Mandi Tax: छत्तीसगढ़ में सरकार मंडी टैक्स मेंं छूट दे रही थी। इसकी मियाद 12 जुलाई को समाप्त हो गई है। इसके साथ ही राज्य में मंडी टैक्स फिर से लागू हो गया है।
Chhattisgarh Mandi Tax रायपुर। छत्तीसगढ़ में मंडी शुल्क (Chhattisgarh Mandi Tax) में छूट की मियाद खत्म हो गई है। मंडी टैक्स में छूट की मियाद बढ़ाने को लेकर सरकार की तरफ से कोई नया आदेश जारी नहीं हुआ है। ऐसे में राज्य की सभी कृषि उपज मंडियों में शुल्क की वसूली शुरू हो गई है। इसके लागू होते ही धान की कीमत 100 से 200 रुपये प्रति क्विंटल कम हो गई है।
जानकारी के अनुसार प्रदेश की कृषि उपज मंडियों में 5.20 प्रतिशत मंडी शुल्क (Chhattisgarh Mandi Tax) लगता है। सरकार ने इस शुल्क को 12 जुलाई 2023 तक के लिए छूट दे रखी थी। इस छूट की समय सीमा 12 जुलाई को खत्म हो गई है, लेकिन सरकार की तरफ से इसको लेकर कोई नया आदेश जारी नहीं किया गया है। इसकी वजह से मंडियों में कृषि उपज पर मंडल शुल्क की वसूली शुरू हो गई है।
किसान संगठनो के अनुसार 12 जुलाई के पहले तक राज्य की मंडियों में धान 2150 से 2250 रुपये प्रति क्विंटल तक बिक रहा था, लेकिन 5.20 प्रतिशत मंडी शुल्क (Chhattisgarh Mandi Tax) लागू होते ही किसानों को मिलने वाली कीमत घटकर 2050 से 2060 रुपये प्रति क्विंटल हो गई है।
Chhattisgarh Mandi Tax को लेकर गरमाई सियासत
मंडी टैक्स को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। भाजपा प्रवक्ता संदीप शर्मा ने कहा कि भूपेश सरकार का किसान विरोधी चेहरा एक बार फिर उजागर हुआ है। मंडी शुल्क में बढ़ोतरी करके किसानों के साथ कुठाराघात किया गया है। बड़े हुए शुल्क 5.2% लागू करने के कारण किसानों के धान मंडी में लगभग 200 रुपये नीचे बिकने लगे है। यह किसानों के साथ बहुत बड़ा अन्याय है। किसानों की ओर से हम चेतावनी देते हैं यह बढ़ा मंडी शुल्क हुआ तत्काल वापस लिया जाए या सत्ता छोड़ दी जाए।