Sovereign Gold Bond: सौवरेन गोल्ड बॉन्ड: ऑनलाइन खरीद करें और पाएं भरपूर छूटें! आकर्षक ऑफर्स का लाभ उठाएं

Update: 2023-12-15 15:18 GMT

Sovereign Gold Bond: New Delhi: वित्त मंत्रालय ने जारी किए गए बयान में शुक्रवार को सूचित किया कि सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड 2023-24 (सीरीज-3) 18 से 22 दिसंबर तक उपलब्ध रहेगा। इसके लिए निपटान की तिथि 28 दिसंबर 2023 है।

बॉन्ड की सदस्यता अवधि के दौरान, निर्गम मूल्य 6,199 रुपये प्रति ग्राम होगा।

भारतीय रिजर्व बैंक के परामर्श से, केंद्र सरकार ने उन निवेशकों को निर्धारित मूल्य पर 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट देने का निर्णय लिया है, जो ऑनलाइन आवेदन करते हैं और भुगतान डिजिटल मोड के माध्यम से करते हैं।

वित्त मंत्रालय के बयान के अनुसार, इस प्रकार के निवेशकों के लिए, गोल्ड बॉन्ड का निर्गम मूल्य 6,149 रुपये प्रति ग्राम सोना होगा।


सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स के कई फायदे हो सकते हैं:

सोने का निवेश: सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स का मुख्य उद्देश्य सोने में निवेश करना होता है, जिससे निवेशकों को सोने के दामों की उत्तरदाता बनाता है।

गोल्ड की मुकाबले में सुरक्षा: ये बॉन्ड सोने की मुकाबले में एक सुरक्षित निवेश रूप हैं, क्योंकि इन्हें भारत सरकार द्वारा समर्थित किया जाता है।

स्टेडी इनकम: सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स नियमित अंतराल पर ब्याज देने का भी वादा करते हैं, जिससे निवेशकों को स्टेडी इनकम मिलती है।

पैसे की अच्छी वृद्धि: सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स की कीमतों में सोने के दामों की बढ़ोतरी के साथ-साथ, निवेशकों को एक अच्छी वृद्धि की संभावना होती है।

लिक्विडिटी: इन बॉन्ड्स को खरीदने और बेचने में आसानी होती है, जिससे निवेशकों को लिक्विडिटी मिलती है।

सरकार समर्थन: इन बॉन्ड्स के पीछे भारत सरकार का समर्थन होता है, जिससे निवेशकों को विश्वास और आत्मविश्वास मिलता है।


यहां कुछ जोखिम हो सकते हैं

इसके अलावा, सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स के लिए शास्त्रीय धारा के तहत किए जाने वाले छूट और अन्य लाभ भी हो सकते हैं, जो निवेशकों को इस विकल्प को आकर्षक बना सकते हैं।

हर निवेश में जोखिम होता है और सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स भी इस बात में अनूठे नहीं हैं। यहां कुछ जोखिम हो सकते हैं:


सोने की कीमतों में परिवर्तन: सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स का मुख्य उद्देश्य सोने में निवेश करना होता है, और सोने की कीमतों में बाजार के परिवर्तन के कारण इन बॉन्ड्स की मूल्य में भी परिवर्तन हो सकता है।

ब्याज दरों का परिवर्तन: ब्याज दरों में परिवर्तन भी निवेशकों को प्रभावित कर सकता है। सरकार या अन्य अधिकारियों द्वारा किए जाने वाले निर्णयों के कारण ब्याज दरों में बदलाव हो सकता है।

निगमन और पुनर्निर्गमन की शर्तें: सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स की निगमन और पुनर्निर्गमन की शर्तें होती हैं, जिससे निवेशकों को बंधन हो सकता है।

सामाजिक और आर्थिक परिस्थितियाँ: विशेषकर, सामाजिक और आर्थिक परिस्थितियों में परिवर्तनों के कारण बाजारों में अस्तित्व बदल सकता है, जिससे निवेशकों को प्रभावित हो सकता है।

बाजारी जोखिम: सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स बाजारी जोखिमों के साथ जुड़े होते हैं, जैसे कि बाजार की अस्तित्व स्थिति, वित्तीय घटकों के निर्णय, और ग्लोबल वित्तीय परिस्थितियाँ।

निवेश से पहले, निवेशकों को ध्यानपूर्वक सोच-समझकर अपने लक्ष्यों, आवश्यकताओं, और जोखिम सहिष्णुता की स्तिथि को मध्यस्थ करना चाहिए।

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