Development in Chhattisgarh 2026 : SCR, CIT से लेकर युवाओं को रोजगार तक... छत्तीसगढ़वासियों के लिए बेहतर साबित होगा 2026

2026 में नक्सल उन्मूलन, रोजगार, तकनीकी शिक्षा, खेल, ऊर्जा, सड़क, पर्यटन और हाईटेक उद्योग जैसे कई मुद्दों पर सरकार से प्रदेशवासियों की है उम्मीदें

Update: 2025-12-30 11:00 GMT

Development in Chhattisgarh 2026 :  2026 नये वर्ष को लेकर सबको नई उम्मीदें हैं. हर कोई नए वर्ष में एक नई और अच्छी लाइफ चाहता है. ऐसी ही उम्मीद छत्तीसगढ़वासियों को भी छत्तीसगढ़ सरकार से है. छत्तीसगढ़ के लोग 2026 में एक नए छत्तीसगढ़ की उम्मीद लगाए हैं. जहाँ नक्सलवाद से  ग्रसित छत्तीसगढ़ अब नक्सलवाद खात्मे की और है, वहीँ इस साल स्टेट कैपिटल रीजन, सीआईटी, खेलो इंडिया ट्राइबल गेम्स, दुर्ग-रायपुर बाईपास, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर भोरमदेव कॉरिडोर जैसे विकास के नए बयार इस वर्ष मिलने वाले हैं. भोरमदेव पर्यटन कॉरिडोर परियोजना का भूमिपूजन 1 जनवरी 2026 को किया जाएगा.


छत्तीसगढ़वासियों को भी छत्तीसगढ़ सरकार से 2026 में  कई बड़े मोर्चों पर सरकार से उम्मीदें हैं.  आइये जानें इस प्रदेश में ऐसे कौन से विकास कार्य हो सकते हैं, जिससे राज्य की दशा और दिशा ही सुधर जाये, चलिए फिर जानते हैं. 


नक्सलवाद सबसे बड़ी समस्या


नए साल में छत्तीसगढ़ की सबसे बड़ी उम्मीद नक्सल उन्मूलन है. केंद्र सरकार ने देश से नक्सलवाद खत्म करने की डेडलाइन 31 मार्च 2025 तय की है. लाल आतंक के खिलाफ तय लक्ष्य हासिल करने के लिए साल 2025 में बड़े ऑपरेशन चलाए गए हैं. एक साथ बड़ी संख्या में नक्सलियों ने सरेंडर भी किया है.

साल 2025 की शुरुआत में माओवादियों की टॉप कमेटी में जहां 21 सक्रिय सदस्य हुआ करते थे, अब वहां महज 5 ही बचे हैं. कई नक्सलियों ने हथियार डाल दिए, जबकि कई मुठभेड़ों में मारे गए. नक्सलवाद से सर्वाधिक प्रभावित दक्षिण बस्तर में भी अब केवल 100 से 150 नक्सली ही बचे होने का दावा किया जा रहा है.




 

स्टेट कैपिटल रीजन (SCR)


1 जनवरी 2026 से राजधानी रायपुर, दुर्ग, भिलाई और नवा रायपुर अटल नगर को मिलाकर ‘स्टेट कैपिटल रीजन' (SCR) के रूप में विकसित करने की प्रक्रिया आधिकारिक तौर पर शुरू होगी. इसके तहत 5 करोड़ रुपये के बजट से रायपुर-दुर्ग के बीच मेट्रो रेल सेवा के शुभारंभ की योजना है. छत्तीसगढ़ विधानसभा में राजधानी क्षेत्र विकास प्राधिकरण विधेयक-2025 पारित हो चुका है. साल 2026 में SCR परियोजना को गति मिलने की उम्मीद है.


छत्तीसगढ़ रोजगार मेला, 15 हजार से ज्यादा युवाओं को रोजगार मिलेगा 


छत्तीसगढ़ के बेरोजगार युवाओं के लिए साल 2026 बेहद खास रहने की उम्मीद है. छत्तीसगढ़ रोजगार मेला 2026 के तहत 15 हजार से ज्यादा युवाओं को रोजगार मिलने की बात कही जा रही है. राज्य सरकार के दो साल पूरे होने पर मीडिया से बातचीत में कौशल विकास, तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार मंत्री गुरु खुशवंत साहेब ने कहा कि साल 2026 में होने वाले राज्य स्तरीय रोजगार मेले में 15 हजार से अधिक युवाओं को रोजगार दिया जाएगा.


IIT की तर्ज पर सीआईटी की स्थापना


IIT की तर्ज पर ‘छत्तीसगढ़ इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी' (CIT) की शुरुआत की जा रही है. उम्मीद है कि साल 2026 में विष्णुदेव साय सरकार रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग में CIT की स्थापना की दिशा में कदम उठाएगी. तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री गुरु खुशवंत साहेब के अनुसार, युवाओं में नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने और छत्तीसगढ़ में आई-हब विकसित करने के लिए छत्तीसगढ़ शासन और गुजरात सरकार के बीच समझौता हुआ है.




 

खेलो इंडिया ट्राइबल गेम्स, देशभर के खिलाड़ी हिस्सा लेंगे


छत्तीसगढ़ में खेलो इंडिया ट्राइबल गेम्स 2026 का आयोजन होगा, जिसमें देशभर के खिलाड़ी हिस्सा लेंगे. बस्तर ओलंपिक से खेलों की दुनिया में अलग पहचान बना चुके छत्तीसगढ़ को इस आयोजन की मेजबानी मिलना प्रदेश के लिए गौरव की बात है. इन खेलों से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे. साथ ही बेहतर प्रदर्शन के दम पर बड़े मंच मिलने को लेकर प्रदेश के खिलाड़ियों की उम्मीदों को भी पंख लगेंगे.



नियमित शासकीय कर्मचारियों के लिए भी उम्मीदों से भरा रहने वाला साल 2026

साल 2026 छत्तीसगढ़ के नियमित शासकीय कर्मचारियों के लिए भी उम्मीदों से भरा रहने वाला है. राज्य के कर्मचारियों को 2026 में 1.60 करोड़ रुपये तक का बीमा कवर मिलने की संभावना है. इसके लिए छत्तीसगढ़ शासन और भारतीय स्टेट बैंक के बीच स्टेट गवर्नमेंट सैलरी पैकेज को लेकर एमओयू किया गया है. इसके तहत SBI में वेतन खाता रखने वाले कर्मचारियों को यह बीमा कवर पूरी तरह निशुल्क मिलेगा.


काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर भोरमदेव कॉरिडोर

कबीरधाम जिले के प्राचीन भोरमदेव मंदिर को वाराणसी के काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है. भोरमदेव पर्यटन कॉरिडोर परियोजना का भूमिपूजन 1 जनवरी 2026 को किया जाएगा. इस प्रोजेक्ट को केंद्र सरकार की स्वदेश दर्शन योजना 2.0 के तहत मंजूरी मिल चुकी है, जिससे पर्यटन को नई रफ्तार मिलने की उम्मीद है.


 



 सेमीकंडक्टर हब रायपुर

राजधानी रायपुर में विकसित हो रहा सेमीकंडक्टर हब छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए बड़ी उम्मीद बनकर उभरा है. नवा रायपुर में स्थापित हो रहा यह प्लांट भारत को सेमीकंडक्टर चिप बाजार में अमेरिका-चीन के दबदबे को चुनौती देने की दिशा में आगे बढ़ाएगा.

नवा रायपुर में इस प्लांट का पहला चरण मई 2026 तक पूरा होने की उम्मीद है. सेमीकंडक्टर सामग्री और इलेक्ट्रॉनिक कलपुर्जे बनाने वाली कंपनी एईआईएमके को कोसला इंडस्ट्रियल पार्क में 11.28 एकड़ जमीन आवंटित की गई है.

अप्रैल 2025 में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने देश के पहले अल्ट्रा एडवांस टेक्नोलॉजी आधारित गैलियम नाइट्राइड (GaN) सेमीकंडक्टर निर्माण संयंत्र की आधारशिला रखी थी. यहां हर साल 10 अरब से ज्यादा चिप्स बनने की उम्मीद है.


दुर्ग-रायपुर बाईपास


दुर्ग-नवा रायपुर-आरंग सड़क और रायपुर-दुर्ग के बीच ग्रीनफील्ड सिक्सलेन सड़क बन रही है, जिसकी अंतिम तारीख 30 जून 2026 तय की गई है. भारत माला परियोजना के तहत बन रहे इस सिक्सलेन बाईपास के पूरा होने के बाद कोलकाता-मुंबई हाईवे से गुजरने वाले भारी वाहन सीधे शहरों के बाहर से निकल जाएंगे. इससे समय और ईंधन दोनों की बचत होगी.


जल विद्युत परियोजना


छत्तीसगढ़ ऊर्जा निवेशक शिखर सम्मेलन-2025 में NTPC, CSPGCL और छत्तीसगढ़ जेनको के बीच 1,200 मेगावाट की जल विद्युत परियोजना पर समझौता हुआ है. उम्मीद है कि गरियाबंद जिले के सिकासेर में 1,200 मेगावाट के पंप स्टोरेज हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट का निर्माण जनवरी 2026 से शुरू होगा. इस परियोजना में करीब 5,876 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित है.



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