Chhatisgarh Vidhansabha Budget Session 2025: खाद के ब्लैक मार्केटिंग का उठा मुद्दा, जवाब नहीं दे पाए कृषि मंत्री रामविचार नेताम...

Chhatisgarh Vidhansabha Budget Session 2025: खाद,बीज के मामले में पून्नूलाल और अजय चंद्राकर ने मंत्री रामविचार को घेरा रबी फसल का सीजन है। किसानों ने धान की रोपाई भी कर ली है। गेहूं की फसल भी किसानों ने ली है। किसानों के सामने सबसे बड़ी परेशानी ये कि जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की समितियों में खाद नहीं मिल पा रहा है। समितियों के गोदाम में ताला लगा हुआ है और प्राइवेट दुकानों में खाद की जमकर कालाबाजारी हो रही है। किसानों की दिक्कतों को लेकर सत्ताधारी दल के दो पूर्व मंत्रियों ने कृषि मंत्री रामविचार नेताम को सदन में जमकर घेरा। समितियों में खाद की आपूर्ति को लेकर सवालों की बौछार कर दी। दो पूर्व मंत्रियों के सवाल के आगे मंत्री नेताम निरुत्तर से हो गए थे। बात बढ़ती देख विधानसभा अध्यक्ष डा रमन सिंह ने बात संभाली।

Update: 2025-03-03 09:46 GMT
Chhatisgarh Vidhansabha Budget Session 2025: खाद के ब्लैक मार्केटिंग का उठा मुद्दा

Chhatisgarh Vidhansabha Budget Session 2025

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Chhatisgarh Vidhansabha Budget Session 2025: रायपुर। मुंगेली के विधायक व पूर्व मंत्री पून्नूलाल मोहले ने घटिया बीज का मामला उठाया। मोहले ने कृषि मंत्री रामविचार नेताम से पूछा कि रबी फसल के लिए बीज का आवंटन किया गया है। मोहले ने घटिया बीज वितरण को लेकर मंत्री को जमकर घेरा। मंत्री ने शिकायत से जब इंकार किया तब मोहलेथ गया था। बीज अंकुरित ही नहीं हुई। किसानों को भारी नुकसान पहुंचा है। मोहले ने मंत्री नेताम से पूछा कि हमने तो गांव का नाम बता दिया है अब इस मामले की जांच कराएंगे क्या। मंत्री ने कहा सख्त कार्रवाई करेंगे।

मंत्री नेताम के जवाब के बीच विधायक अजय चंद्राकर ने खाद भंडारण को लेकर राज्य शासन की नीतियों के बारे में पूछा। अजय चंद्राकर ने मंत्री नेताम से पूछा कि खाद का भंडारण मांग के अनुरुप होता है क्या। भंडारण को लेकर सिंगल व डबल लाक के नियम व निर्देश क्या है। ये कैसे तय होता है।

मंत्री ने सदन को बताया कि प्रदेश किसानों की जरुरतों के आधार पर विभाग आंकलन करता है और फिर केंद्र सरकार से मांग करते हैं। इसी आधार पर केंद्र आपूर्ति करता है।

मेरा छोटा सा सवाल,जवाब भी वैसा ही मिले तो ठीक रहेगा

विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि मेरा सवाल छोटा है। मंत्री की बात को काटते हुए कहा कि अमूमन मांग के आधार पर भंडारण नहीं होता है। फिर उन्होंने पूछा सिंगल व डबल लाक में खाद का भंडारण मर्जी के अनुसार करते हैं क्या। विभागीय अफसरों पर आरोप लगाते हुए कहा कि जानबुझकर डबल लाक में प्राइवेट सेक्टर को फायदा पहुंचाने के लिए खाद का ज्यादा भंडारण हैं।

फिर घिरे मंत्री नेताम

प्राइवेट सेक्टर को फायदा पहुंचाने का जैसे ही अजय चंद्राकर ने आरोप लगाया, मंत्री ने तपाक से कह दिया कि मैं इसे दिखवा लूंगा। विधायक चंद्राकर ने पूछा कहा कि इसे दिखवा लेने की बात ही नहीं है। दिखाने के बजाय इसके लिए स्पष्ट नीति की जरुरत है। विधायक चंद्राकर ने मंत्री से पूछा कि क्या इसमें सरकार स्पष्ट नीति बनाएगी क्या। मंत्री ने स्वीकार किया कि निजी क्षेत्र को समय समय पर ज्यादा आवंटन होते रहा है।हम सुनिश्चित करेंगे कि हमारी समितियों को ज्यादा जाए।

अजय ने कहा कि सरकार स्पष्ट नीति बनाएगी क्या

विधायक अजय चंद्राकर ने पूछा कि सहकारी समितियों को खाद पहले देंगे इसके लिए स्पष्ट नीति बनाएंगे। किसानों को प्राथमिकता मिले उसके बाद निजी क्षेत्र के लिए खाद का भंडारण किया जाए। यह आश्वासन मंत्री देंगे क्या। मंत्री ने कहा किब 60 प्रतिशत समितियों को देते हैं और 40 फीसद प्राइवेट सेक्टर को देते हैं।

चंद्राकर ने मंत्री को किया चैलेंज

मंत्री के सवाल को झुठलाते हुए विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि मेरे पास दस्तावेज है, समितियों से ज्यादा प्राइवेट सेक्टर को खाद दिया गया है। मंत्री की ओर इशारा करते हुए कहा कि यह आपके समय में हुआ है। अगर आप कहें तो विधानसभा में दस्तावेज रख सकता हूं। घिरते देखकर मंत्री नेताम ने कहा कि किसानों के हित में जो भी उचित होगा हम करेंगे।

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