CG Teachers News: 3576 प्राचार्य के पद 8 वर्ष से खाली, टीचर्स एसोसिएशन ने पूछा-मात्र 1207 स्कूल में प्राचार्य, कैसे शिक्षा में आएगी गुणवत्ता?

CG Teachers News: छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा बोले, 75% शाला है प्राचार्य विहीन, प्राचार्य पदों की पूर्ति शीघ्र किया जाएँ...

Update: 2024-10-17 13:12 GMT

CG Teachers News: रायपुर। शिक्षा में गुणवत्ता को लेकर बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है। मात्र 1207 स्कूल में. है प्राचार्य. 75% शाला प्राचार्य विहीन है। बोर्ड परीक्षा के परिणाम में भी अपेक्षाकृत वृद्धि नही हुआ है, स्थानीय कक्षा 1 से 8 तक के कक्षा में भी सही प्रबंधन न होने के व शिक्षा में कसावट नही आने के कारण गुणात्मक शिक्षा आंकलन कमजोर है, क्योकि संकुल स्तर पर शालाओ में प्राचार्य के पद रिक्त है।

छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा ने बताया है कि लगभग 5000 स्वीकृत हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल में से मात्र 25% शालाओं में प्राचार्य सेवारत है शेष 75 % शालाओ प्राचार्य विहीन है, ये सभी स्कूल प्रभारी प्राचार्य के भरोसे संचालित है।

स्कूल शिक्षा विभाग ऐसे शालाओं में प्राचार्य के पद पूर्ति करने में कछुआ चाल अपना रहा है गत दो वर्षों से प्राचार्य पदोन्नति की प्रक्रिया आरंभ हुई है लेकिन किसी न किसी प्रकार से कोई न कोई कारण बताकर अब तक प्राचार्य के पद पर पदोन्नति नहीं की गई।

पिछली सरकार के समय शालाओं में प्राचार्य पदोन्नति हेतु कवायद शुरू किया गया था किंतु उच्च न्यायालय में स्टे होने के कारण प्राचार्य पदोन्नति नहीं हुई, वर्तमान स्थिति में नियमित व्याख्याता संवर्ग, एल बी व्याख्याता संवर्ग व प्रधान पाठक मिडिल स्कूल से प्राचार्य के पद पर पदोन्नति होना है, जिसमें सभी पदों के लिए पदोन्नति की मांग कर्मचारी संगठनों द्वारा किया जा रहा है जिससे छत्तीसगढ़ के संकुल मुख्यालय के प्राचार्य पदस्थ रहे व प्राथमिक से लेकर 12 वीं कक्षा तक की शिक्षा को गुणवत्ता दे सके।

सभी संवर्गों की पदोन्नति हेतु दावा आपत्ति मंगाई जाने के बाद अंतिम सूची का प्रकाशन भी कर दिया गया है सभी संवर्गों के सी आर, व चल अचल संपत्ति की जानकारी भी 3 महीने पहले से मंगाया गया है लेकिन अलग अलग आपत्ति लगाकर प्राचार्य पदोन्नति में अवरोध किया जा रहा है।

प्राचार्य पदोन्नति हेतु अब नियम में कोई पेंच या कोर्ट का अवरोध नही है, कुल 100% पद में 10% सीधी भर्ती हेतु, 25% प्रधान पाठक से पदोन्नति हेतु, शेष 65% में से 70% नियमित व्याख्याता संवर्ग से और 30% एल बी व्याख्याता संवर्ग के पदोन्नति से पद पूर्ति किया जाना है।

इस बीच शिक्षा विभाग के आदेश से मिडिल स्कूल प्रधान पाठक, उच्च वर्ग शिक्षक व प्राथमिक स्कूल प्रधान पाठक के पद पर संभागीय संयुक्त संचालक कार्यालय व जिला शिक्षा अधिकरियो द्वारा सभी संभाग व जिला में पदोन्नति किया जा चुका हैं लेकिन 5 मार्च 2019 के भर्ती व पदोन्नति नियम के आधार पर प्राचार्य व व्याख्याता के पद पर पदोन्नति नहीं हुआ है।

हजारों व्याख्याता, शिक्षक- व्याख्याता व प्राचार्य पद पर पदोन्नति पाने वाले विभाग से सेवांवित हो चुके हैं गत 8 वर्ष शिक्षा व 12 वर्षो से ट्रायवल से प्राचार्य के पद पर पदोन्नति अवरुद्ध है, लेकिन वर्तमान में माननीय हाईकोर्ट डबल बेंच के द्वारा 5 मार्च 2019 के नियम के आधार पर पदोन्नति किए जाने के निर्देश के बावजूद अब तक 75% शाला प्राचार्य विहीन है, प्रदेश में प्राचार्य के स्वीकृत 4783 पदों में मात्र वर्तमान में 1207 शालाओं में ही प्राचार्य सेवारत है, 3765 शालाओं में प्राचार्य नहीं है इससे प्रदेश के शिक्षा गुणवत्ता में समुचित इजाफा नहीं हो पाया हो पा रहा है।

शासन से लगातार मांग किए जाने के बाद भी इन पदों की पूर्ति नहीं हो पाई है छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा ने प्रदेश में शिक्षा गुणवत्ता प्राप्त करने के लिए शालाओं में प्राचार्य पदोन्नति तत्काल किए जाने की मांग की है, उन्होंने बताया कि हजारों ऐसे व्याख्याता वर्तमान में पदोन्नति प्राप्त करने वाले हैं जो आने वाले 2 वर्ष में सेवानिवृत हो जाएंगे, कई ऐसे भी शिक्षक, व्याख्याता है जिन्हें आज तक एक पदोन्नति नहीं मिली या सेवा काल में कोई पदोन्नति प्राप्त नहीं किये है, उनकी भी स्थिति को ध्यान में रखते हुए 5 मार्च 2019 के नियम का पालन करते हुए सभी संवर्गों से समस्त पदोन्नति के रिक्त पदों की पूर्ति दीपावली के पूर्व किए जाने की मांग छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा ने किया है।

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