जमीन का फर्जी दस्तावेज तैयार कर दो बार बिक्री, FIR दर्ज... शिकायत में उप पंजीयक का भी नाम
रायपुर। जमीन का फर्जी दस्तावेज तैयार कर बेचने के मामले मे पुलिस ने दो लोगो के खिलाफ नामजद जुर्म दर्ज करने के अलावा अन्य के खिलाफ भी मामले को जांच में लिया है। उपपंजीयक के खिलाफ भी प्रार्थी ने शिकायत दर्ज करवाई है। मामले में खास बात यह है कि प्रार्थी की जमीन को दो बार दो अलग अलग लोगो को बेचा गया है
मुंबई निवासी व्यक्ति की रायपुर स्थित जमीन को फर्जी दस्तावेज के आधार पर बेचने पर उपपंजीयक,दस्तावेज लेखक,गवाहों के खिलाफ भी शिकायत प्रार्थी ने की है। हालांकि अन्य के खिलाफ पुलिस जांच के बाद नामजद आरोपी बनाने की प्रक्रिया करेगी। मामला डीडी नगर थाना क्षेत्र का है।
मिली जानकारी के अनुसार मुंबई निवासी व्यक्ति मनमोहन सिंह की 7 हजार स्क्वेयर फीट जमीन डीडी नगर थाना क्षेत्र के अग्रोहा गृह निर्माण समिति में है। इसमें बहुमंजिला इमारत भी बनी है। इसका खसरा नम्बर 260/10 है न इसे मनमोहन सिंह ने 22 मार्च 21 को क्रय कर स्वामित्व प्राप्त किया था। फिर लॉक डाउन व व्यस्तता की वजह से नामांतरण नही करवा पाए थे। फिर बाद में जब नामांतरण की प्रक्रिया चालू करवाये तो पता चला कि उनकी संपति को कूटरचित दस्तावेजो के आधार पर दो बार बेच दिया गया है। जिसमे पहली बार यूपी के बांदा निवासी मोहम्मद जावेद ने उनके जमीन खरीदने के दो माह बाद भी 19 मई 21 को रूपेश कुमार चौबे को बेचा था। फिर तुरंत बाद ही रूपेश ने इसे रामवतार तिवारी को बेच दिया।
इसे फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जावेद,रूपेश चौबे व अन्य लोगो ने बेच दिया। यह जमीन मनमोहन सिंह की थी। पुलिस को जांच में पता लगा कि जावेद व रूपेश चौबे ने अपने अन्य साथियों के सहयोग से फर्जी दस्तावेज तैयार कर मनमोहन सिंह की जमीन बेची है। पीड़ित ने फर्जीवाड़े में जमीन उपपंजीयक एसके देहारी, गवाह संजय उपाध्याय, भूपेंद्र बावनकर,कृष्णकांत रामवतार तिवारी व दस्तावेज लेखक संतोष तिवारी के मिलीभगत व शामिल होने की शिकायत की है। हालांकि पुलिस ने इन्हें अभी नामजद आरोपी नही बनाया है, और जांच के बाद तथ्यों के आधार पर कार्यवाही करेगी।