Chhattisgarh Good Governance: CG मंत्रियों की सुशासन की पाठशाला शुरू: ट्रेनिंग के लिए आईआईएम पहुंची साय कैबिनेट, 2 दिनों तक चलेगी क्‍लास, पढ़ेगें यह सब पाठ...

Chhattisgarh Good Governance: छत्‍तीसगढ़ की पूरी कैबिनेट अगले दो दिनों तक आईआईएम में रहेगी। प्रदेश सरकार के मंत्री वहां सुशासन का पाठ पढ़ेगे। इसके लिए देशभर से विषय विशेषज्ञों को आईआईएम में बुलाया गया है।

Update: 2024-05-31 06:36 GMT

Chhattisgarh Good Governance: रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज यहां रायपुर स्थित भारतीय प्रबंधन संस्थान(आईआईएम) में आयोजित दो दिवसीय चिंतन शिविर का शुभारंभ किया। चिंतन शिविर में मुख्यमंत्री साय सहित उप मुख्यमंत्री द्वय अरुण साव एवं विजय शर्मा तथा मंत्रिमंडल के अन्य सहयोगी हिस्सा ले रहे हैं। सीएम सहित सभी कैबिनेट मंत्री दो दिन तक वहीं रहेगें। आईआईएम में मंत्रियों के लिए स्‍पेशल ट्रेनिंग क्‍लास लगाई गई है। इसे चिंतन शिविर नाम दिया गया है। मुख्‍यमंत्री विष्‍णुदेव साय और दोनों डिप्‍टी सीएम अरुण साव व विजय शर्मा ने दीप प्रज्‍ज्‍वलित कर ट्रेनिंग कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मंत्रियों की ट्रेनिंग के लिए 2 दिनों का स्‍पेशल शेड्यूल तैयार किया गया है। इतना ही नहीं ट्रेनिंग के लिए देशभर के प्रोफेशनलों को बुलाया गया है, जो अलग-अलग विषयों पर विस्‍तार से जानकारी देंगे।


प्रथम सत्र को नीति आयोग के सीईओ  बीवीआर सुब्रमण्यम ने संबोधित किया। अपने संबोधन में सुब्रमण्यम ने विकसित भारत की संकल्पना और इसे प्राप्त करने की रणनीति के संबंध में विस्तार से अपनी बातें साझा की। उन्होंने कहा कि बीते दस सालों में प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत तेजी से आगे बढ़ा है और दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में अपनी जगह बनाने में सफल रहा है। प्रधानमंत्री  मोदी ने विकसित भारत 2047 बनाने का संकल्प लिया है और इसे पूरा करने की रणनीति बनाई गई है।

सुब्रमण्यम ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री  मोदी स्केल, स्पीड और इनोवेशन पर जोर देते हैं। बदलते अंतराष्ट्रीय परिदृश्य और समय को देखते हुए विकसित भारत का विजन तैयार किया गया है ताकि भारत अपनी विशिष्ट जगह बना सकें। उन्होंने कहा कि अब दुनिया की निगाहें ग्लोबल साउथ पर हैं। अब नजरिया पश्चिम से पूर्व की ओर देखने का है और भारत इन संभावनाओं को पूरा करने के लिए सक्षम है। भारत की जनांकिकी, भारत की रणनीतिक स्थिति और भारत में तेजी से हुए सुधारों से इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए भारत तैयार है। चाहे डिजिटल इकानामी हो, अथवा कर संबंधी सुधार हो। नवाचार को बढ़ावा देना हो, भारत इसमें अग्रणी रहा है और आने वाले समय में इन्हें तेजी से बढ़ाना है।


विकसित भारत सबके लिए समृद्धि लेकर आये, इसके लिए कार्य करना है। क्लाइमेट चेंज जैसी समस्याओं को देखते हुए ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देते हुए सतत विकास की दिशा में काम करना है। उन्होंने कहा कि जब हम विजन लेकर चलते हैं तो स्वाभाविक रूप से हमें एक गाइड मैप मिल जाता है और इसके अनुरूप हम बढ़ते जाते हैं। श्री सुब्रमण्यम ने कहा कि विकसित भारत का संकल्प पूरा करने में छत्तीसगढ़ की अहम भागीदारी होगी। छत्तीसगढ़ में विकसित राज्य बनने के लिए और तीव्र विकास के लिए असीम संभावनाएं हैं और इस दिशा में आगे बढ़कर छत्तीसगढ़ अपने विकास के साथ ही विकसित भारत के लक्ष्य को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

सभी मंत्रिगणों ने संवाद में भागीदारी करते हुए छत्तीसगढ़ में इस संबंध में बनाई जा रही नीतियों के बारे में बताया। साथ ही उन्होंने श्री सुब्रमण्यम के समक्ष अपनी जिज्ञासाएं भी रखीं जिस पर विकसित छत्तीसगढ़ और विकसित भारत के उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए सार्थक परिचर्चा हुई।

जानिए... मंत्रियों के ट्रेनिंग प्रोग्राम के विषय

2 दिनों तक मंत्री लगातार क्‍लास में व्‍यस्‍त रहेगें। इस दौरान छत्‍तीसगढ़ के 10 वर्षों के विजन से लेकर खेती- किसानी और प्रशासन के आधुनिक तरीकों का ज्ञान प्राप्‍त करेगें। छत्‍तीसगढ़ के 10 वर्षों के विजन के बाद बात स्‍वास्‍थ्‍य सेक्‍टर की होगी। इस विषय पर आईआईएम अहमदाबाद के प्रो. राजेश चांदवानी जानकारी देंगे। राज्‍य के विकास में मजबूत अधोसंरचना सबसे जरुरी है। ऐसे में मंत्रियों की ट्रेनिंग में इस विषय को भी शामिल किया गया है। इस पर आईआईएम अहमदाबाद के प्रो. अजय पांडे ज्ञान वर्धन करेगें।


छत्‍तीसगढ़ खनिज संपन्‍न राज्‍य है। राज्‍य बना तक इन्‍हीं खनिज भंडारों के दम पर राज्‍य को टैक्‍स फ्री स्‍टेट बनाने की कल्‍पना की गई थी। ऐसे में मंत्रियों की ट्रेनिंग में प्राकृतिक संसाधनों का कुशल उपयोगः और खनन क्षेत्र में सुधार को भी शामिल किया गया है। इस पर आईएसएम धनबाद के प्रो. शिव शंकर राय और संजय लोहिया प्रस्‍तुती देगें। लोहिया भारत सरकार के खान मंत्रालय में एडिशनल सचिव हैं।

मंत्री पहले ही दिन वित्‍त प्रबंधन का भी पाठ पढ़ेगें। आईआईएम इंदौर के प्रो. सिद्धार्थ के. रस्तोगी लोक वित्त और अर्थशास्त्र पर विषय पर जानकारी देंगे। बताएंगे कि प्रगतिशील अर्थव्यवस्था के लिए कुशल लोक वित्त प्रबंधन कैसे किया जाता है। प्रो. कमल जैन और मनोहर आर्कोट के टीम प्रबंधन के लिए अनुभवात्मक गतिविधि की क्‍लास के बाद मंत्रियों के पहले दिन की पढ़ाई पूरी होगी।


मंत्रियों के क्‍लास के दूसरे और अंतिम दिन की शुरुआत योगा से होगी। पीटीएस माना के एसपी आरके मिंज योग कराएगें। क्‍लास की शुरुआत सुशासन के लिए प्रौद्योगिकी एवं डेटा विश्लेषण विषय से होगी। बीआईएसएजी गांधीनगर के निदेशक टी. पी. सिंह इस विषय पर मंत्रियों का ज्ञानवर्धन करेगें। इसके बाद सुशासन की होगी। जी 20 शेरपा के अमितभा कांत सुशासन से रूपान्तरणः शासन सुधार एवं अभिसरण के माध्यम से परिवर्तन विषय पर मंत्रियों के साथ चर्चा करेगें। नीति आयोग के प्रो. रमेश चंद कृषि सेक्‍टर पर बात करेगें तो अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के सीईओ अनुराग बेहार सामाजिक क्षेत्रः शिक्षा पर चर्चा करेगें। इसके बाद बात लोक सेवा से लोक कल्याणः लोक सेवा में नेतृत्व विषय पर गुरु गौरांग दास

तो संचार एवं मीडिया प्रबंधन पर दूरदर्शन के पूर्व अतिरिक्‍त महानिदेशक प्रो. बृज बख्शी और अंत में जन कल्याण से सर्वोदयः जीवन को आसान बनाने की दिशा में विषय पर आईसीसीआर के अध्‍यक्ष डॉ. विनय सहस्रबुद्धे मंत्रियों से बात करेंगे।

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