CG PSC: 2023- सीजी पीएससी 2023 इंटरव्यू: 18 से होगा साक्षात्कार, ये 17 दस्तावेज साथ में रखना जरुरी
CG PSC: सीजी पीएससी 2023 के मेंस परीक्षा में सफल उम्मीदवारों में से राज्य लोक सेवा आयोग ने मेरिट के आधार पर 703 अभ्यर्थियों की सूची जारी की है,जिन्हें इंटरव्यू के लिए आमंत्रित किया गया है। राज्य सेवा संवर्ग के 242 पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया के इस अंतिम दौर में इन उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होना है। इंटरव्यू के लिए आमंत्रित उम्मीदवारों को अपने साथ 17 दस्तावेजों की फाइल भी ले जानी होगी। जिसकी जांच पड़ताल की जाएगी।
CG PSC: बिलासपुर। सीजी पीएससी 2023 के मेंस परीक्षा में सफल उम्मीदवारों में से राज्य लोक सेवा आयोग ने मेरिट के आधार पर 703 अभ्यर्थियों की सूची जारी की है,जिन्हें इंटरव्यू के लिए आमंत्रित किया गया है। राज्य सेवा संवर्ग के 242 पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया के इस अंतिम दौर में इन उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होना है। इंटरव्यू के लिए आमंत्रित उम्मीदवारों को अपने साथ 17 दस्तावेजों की फाइल भी ले जानी होगी। जिसकी जांच पड़ताल की जाएगी।
छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के द्वारा राज्य सेवा संवर्ग के 17 विभागों के 242 पदों पर भर्ती के लिए पहले प्रारंभिक और उसके बाद सफल उम्मीदवारों के लिए मुख्य परीक्षा का आयोजन किया गया था। सीजी पीएससी ने मेंस का आयोजन जून महीने में किया था। तीन महीने बाद 29 सितंबर को सीजीपीएससी ने मेंस का परिणाम घोषित किया था। मेंस में सफल उम्मीदवारों के बीच इंटरव्यू तक पहुंचने के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा रही। आयोग ने मेरिट के आधार पर 703 अभ्यर्थियों का चयन करते हुए साक्षात्कार के लिए सूची जारी कर दी है। साथ ही इन उम्मीदवारों को आयोग की तरफ से इंटरव्यू काल किया गया है। साक्षात्कार के लिए आयोग ने तिथि तय कर दी है। 18 से 28 नवंबर तक इंटरव्यू लिए जाएंगे।
दो पालियों को होगा इंटरव्यू
साक्षात्कार के लिए आयोग ने तिथियों की घोषणा के साथ ही समय का भी निर्धारण कर दिया है। पहली पाली सुबह 10 से दोपहर एक बजे और दूसरी पाली दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक रहेगा। तय तिथि और निर्धारित समय में ही विशेषज्ञ उम्मीदवारों के इंटरव्यू लेंगे।
आयोग का रह परीक्षा रहा विवादों में
सीजीपीएससी द्वारा आयोजित प्रत्येक परीक्षा किसी ना किसी कारणों से विवादों में ही रहा है। पूर्व मंत्री ननकी राम कंवर ने पीआईएल दायर कर भर्ती प्रक्रिया में भारी गड़बड़ी का आरोप लगाया था। डेढ़ दर्जन उम्मीदवारों की नियुक्ति को बैकडोर इंट्री बताते हुए पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने और बैकडोर इंट्री वाले उम्मीदवारों का परिणाम रद्द करने की मांग की थी। इसके पूर्व की परीक्षा में भी आयोग की निष्पक्षता को कटघरे में खड़ा करते हुए उम्मीदवारों ने छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी।
पहली परीक्षा ही विवादों में
छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के बाद सीजीपीएससी का गठन किया गया। वर्ष 2003 में प्रदेश में सीजीपीएससी ने पहली बार परीक्षा का आयोजन किया। इस परीक्षा में भारी पैमाने पर गड़बड़ी सामने आई थी। छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला भी आया था। हालांकि राज्य शासन के विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर बैठे चयनित अभ्यर्थियों ने छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट के फैसले को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। मामले की सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट के फैसले पर रोक लगा दी थी। यह याचिका सु्प्रीम कोर्ट में आजतक लंबित है।