Bilaspur News: CG में लापरवाही पर बड़ी कार्रवाई: गड्ढे में गिर कर डेयरी मालिक की मौत पर PWD के EE, सब इंजीनियर व ठेकेदार पर FIR दर्ज
Bilaspur news। पीड़ब्ल्यूड़ी द्वारा सड़क चौड़ीकरण के लिये खोदे गए जानलेवा गड्ढे में गिरकर बुजुर्ग डेयरी मालिक की मौत हो गई। जिसके बाद परिजनों ने थाने में शव रखकर पीड़ब्ल्यूड़ी के अधिकारियों व ठेकेदार पर एफआईआर दर्ज करने की मांग करते हुए प्रदर्शन किया। अब पुलिस ने लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता, सब इंजीनियर, ठेकेदारो पर अपराध दर्ज कर लिया है। मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है।
उसलापुर में दीनदयाल कालोनी के आगे अलका एवेन्यू व सिद्धि विनायक कॉलेज के बीच लोक निर्माण विभाग सड़क चौड़ीकरण कार्य करवा रहा है। साढ़े तीन किलोमीटर की सड़क का निर्माण 5 करोड़ 61 लाख रुपये की लागत से हो रहा है। जिसके लिए डीसी कंस्ट्रक्शन को ठेका दिया गया हैं। अलका एवेन्यू व सिद्धि विनायक कॉलेज के बीच में सड़क में निर्माण के दौरान सड़क के बीचों- बीच पुलिया बनाने हेतु कल 19 अप्रैल को दस फिट गड्ढा खोद दिया गया। गड्ढा खोदकर ठेकेदार व लोक निर्माण अधिकारियों ने उसे खुला छोड़ दिया। न वहां बैरिकेटिंग की गई थी, न संकेतक लगाए गए थे। और न ही अन्य सुरक्षा मानकों का पालन किया गया था। बीती रात्रि साढ़े 8 बजे डेयरी संचालक 63 वर्षीय कृपाल सिंह गाबा की इस सड़क से गुजरते समय गड्ढे में गिरकर मौत हो गई थी। वे उसलापुर के उषा- उपवन कॉलोनी में रहते थे। और उनका डेयरी का काम है। वे घर मे गाय- भैंस रखते हैं। और मंगला चौक स्थित कामधेनु डेयरी में दूध छोड़कर वापस आ रहे थे।
बीच सड़क में गड्ढा होने व किसी किस्म के संकेतक नही होने के चलते कृपाल सिंह गाबा को गड्ढे का अंदाजा नही लग सका और वे बाइक समेत गड्ढे में गिर पड़े। वे लगभग दो घण्टों तक गड्ढे में ही पड़े रहे और किसी को भी इसकी भनक भी नही लगी। गड्ढे में पानी भी था। दो घण्टे बाद वहां से गुजर रहा एक बाइक सवार भी गड्ढे में गिर पड़ा। उसने हल्ला मचा कर लोंगो को मदद के लिए बुलाया। तब लोगों ने किसी तरह उसे निकाला। इस दौरान कृपाल सिंह गाबा के भी गड्ढे में गिरा होने का पता चला। तब वहां से गुजर रहे उषा उपवन निवासी वैभव मिश्रा ने डायल 112 व संजीवनी 108 को बुलवा कर किसी तरह गड्ढे में गिरे व्यक्ति को बाहर निकलवाया। जिस पर उनकी पहचान वैभव ने अपने कॉलोनी निवासी कृपाल सिंह गाबा के रूप में की और उनके परिजनों को इसकी सूचना दी
सूचना पर उनके परिजन भी वहां पहुँचे और उन्हें सिम्स लेकर गए। जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें परीक्षण उपरांत मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद आज उनके परिजनों व कॉलोनी वालो ने पोस्टमार्टम के पश्चात उनका शव लेकर सिविल लाइन थाने में एफआईआर दर्ज करने हेतु प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि लोकनिर्माण विभाग के अधिकारियों व ठेकेदारों की लापरवाही के चलते ही कृपाल सिंह गाबा की मौत हुई है। जिसके बाद सिविल लाइन पुलिस ने लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता एके चौरसिया, उपअभियंता दीपक खंडेलवाल, डीसी कंस्ट्रक्शन के मालिक देवचरण राठौर व काम की देखरेख करने वाले देवचरण के पुत्र गुड्डू राठौर के ऊपर धारा 304, 34 के तहत अपराध दर्ज कर लिया है।