मंत्री कवासी के बाद इन विधायक जी के गले में फँसा मछली काँटा.. जान आफ़त में पड़ी..हैलीकाप्टर की थी तैयारी..पर मनेंद्रगढ़ के डॉक्टर ने लौटाई साँसें..
रायपुर,26 अप्रैल 2021। मछली बेहद स्वादिष्ट होती है, लेकिन काँटा गले में फँसा तो जान भी आफत में होती है। मंत्री कवासी लखमा के बाद सूबे के एक और विधायक मछली के काँटे के फेर में सांस गँवाते गँवाते बचे हैं। विधायक की हालत इस कदर गंभीर हुई थी कि आपात स्थिति को देखते हुए हैलीकाप्टर भेजे जाने की तैयारी कर ली गई थी। लेकिन भला हो स्थानीय एक डॉक्टर का जिसने काँटा निकाला और जान बचा ली।
मामला मनेंद्रगढ़ विधायक विनय जायसवाल का है, विधायक जी शौक़ से मछली खा रहे थे अचानक काँटा गले में जा फँसा। भात समेत सारे उपाय आज़माए गए लेकिन काँटा नहीं निकला, उसके उलट वो श्वास नली और भोजन नली के ठीक बीच में जा फँसा। नतीजतन साँस लेने में दिक़्क़त होने लगी। आनन फ़ानन में हैलीकाप्टर तैयार कराया गया हालाँकि उसी बीच मनेंद्रगढ़ सेंट्रल अस्पताल के चिकित्सक ने वह काँटा निकाल लिया और विधायक समेत सबकी सांस में सांस आई।
पंक्तियों के लिखे जाने तक विधायक डॉ विनय जायसवाल घर पहुँच चुके थे। डॉ विनय ने कहा
“भयावह अनुभव था.. अब मछली से तौबा .. कतई नही.. कभी नहीं.. शुक्रिया डॉक्टर का”
पाठकों को याद दिला दें मंत्री कवासी लखमा डोंगरगढ दर्शन को गए थे, वे दर्शन के बाद गेस्ट हाउस पहुँचे जहां उन्हें मछली खिलाई गई.. मछली काँटे ने गले में ठौर कर लिया और कुछ देर की आफ़त के बाद स्थानीय डेंटिस्ट ने अपने क्लिनिक में काँटा निकाला था।