अगले तीन वर्षों में भारत में संघ कार्य को हर मंडल तक पहुंचाने की योजना… छत्तीसगढ़ प्रान्त संघचालक डॉ पूर्णेन्दु सक्सेना ने दी जानकारी

रायपुर 23 मार्च 2021. बेंगलुरु में 9 से 20 मार्च तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा सम्पन्न हुई। इस सभा में अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए एवं प्रस्ताव पारित किए गए। इस सभा में संघ के सरकार्यवाह द्वारा वार्षिक प्रतिवेदन भी प्रस्तुत किया गया। इस प्रतिनिधि सभा के विषयबिन्दु पर छत्तीसगढ़ प्रान्त संघचालक डॉ. पूर्णेन्दु सक्सेना ने आज पत्रकारों से चर्चा करते हुए बताया कि, कार्य विस्तार, समाज परिवर्तन, वैचारिक प्रबोधन के लिए काम करेगा संघ. दत्तात्रेय होसबाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबले ने कहा है कि, संघ की भावी योजना कार्य विस्तार, समाज परिवर्तन, वैचारिक प्रबोधन, तीनों पर काम करते हुए आगे बढ़ने को है.
अगले तीन वर्षों में भारत में संघ कार्य को हर मंडल तक पहुंचाने की योजना है. 58 हजार मंडलों तक संघ कार्य पहुंचाने को लेकर योजना बनी है. कोरोना संकट के कारण दीवाली तक शाखा नहीं लग सकी थी, उसके पश्चात आवश्यक गाइडलाइन का पालन करते हुए धीरे-धीरे शाखाएं प्रारंभ हुई. उन्होंने आशा व्यक्त की कि परिस्थितियां सुधरती हैं तो संघ न केवल मार्च 2020 को स्थिति को हासिल करेगा, बल्कि उससे आगे बढ़ेगा.
वर्तमान में परिवार प्रबंधन, गौ सेवा, पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक समरसता की गतिविधियां संचालित की जा रही हैं. इन्हें आगे बढ़ाया जाएगा. संघ का उद्देश्य भेदभाव रहित हिंदू समाज निर्माण करना है.
आने वाले समय में ग्राम विकास और कृषि क्षेत्र में विशेष दृष्टि रखते हुए कार्य का आरंभ करेगा. 13 अप्रैल से संघ भूमि सुपोषण अभिषात शुरू करने वाला है. कृषि क्षेत्र के तज्ञ लोगों ने प्रयोग करके सिद्ध किया है कि इन प्रयोगों से किसानों की स्थिति बेहतर बनाई जा सकती है. इस क्षेत्र में कार्य करने वाली संस्थाओं, संगठनों ने मिलकर कार्य करने का निर्णय लिया है. इसे सामाजिक अभियान के रूप में चलाने का निर्णय लिया है. भूमि सुपोषण से अर्थ है कि मृदा में आवश्यक तत्वों की कमी को दूर करने के लिए काम किया जाए. भारत का नैरेटिव, वैचारिक पक्ष, भारत क्या है, भारत का अतीत, भारत का संदेश क्या है, पुरातन जान को नकारने से काम नहीं बनेगा, उसके आधार पर नए भारत का निर्माण नई पीढ़ी की आवश्यकता के अनुरूप उसे कैसे विकसित करना. इसके लिए भारत के नेरेटिव को सही दृष्टि में रखने के एक वैचारिक प्रबोधन, वैधारिक अभियान की भी आवश्यकता है, इसलिए समाज परिवर्तन का बड़ा काम और वैचारिक क्षेत्र में परिवर्तन का काम, ये दोनों करना है तो संगठन की शक्ति को बड़ा करना पड़ेगा.
प्रतिवेदन 2021 कार्य विभाग वृत्त
शारीरिक स्वयंसेवकों की शारीरिक व रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाने हेतु लगभग सभी प्रांतों में आभासी तकनीक से आसन, नियुद्ध दंड प्रयोगों की विभिन्न प्रतियोगिताएं सम्पन्न हुई। बहुत से प्रांतों में घोष अभ्यास हेतु आभासी वर्ग हुए तथा स्वरद विषय के अखिल भारतीय आभासी वर्ग में 124 वादक सहभागी हुए। विशेष कर छत्तीसगढ़ प्रांत में बिलासपुर नगर के 36 स्वयंसेवकों ने वार्षिकोत्सव के अवसर पर दि. 1 नवंबर 2020 को प्रत्यक्ष मैदान में उपस्थित होकर, 40 प्रगत रचनाओं का 70 मिनट गुणवत्तायुक्त बादन किया तथा रायपुर महानगर के घोषवादकों का भी वार्षिकोत्सव सम्पन्न हुआ।
देशभर में आयोजित कुल 24,077 प्रबोधनात्मक कार्यक्रमों में 10,36,394 उपस्थिति रही । इसमें बौद्धिक वर्ग व्याख्यान प्रयोधन वर्ग , संप परिचय वर्ग, अखंड भारत स्मृति दिवस उत्सव पुस्तक वाचन आदि कार्यक्रमों का समावेश था।
कार्यशाला, बौद्धिक वर्ग, चर्चा आदि के माध्यमों से देशभर में प्रशिक्षणात्मक कार्यक्रमों आयोजित किए गए। भाषण, प्रश्नमंच, सामान्य ज्ञान, महापुरुषों की जीवनी, संघ संबंधी जानकारी, गीत गायन आदि विषपोंपर देशभर में प्रतियोगितात्मक कार्यक्रमों आयोजन हुआ। संवा- नगरों को 8.277 व्यवसायी शाखाओं में सेवा कार्यकर्ताओं की नियुक्ति हो गयी है। 8.599 सेवा बस्तियों का शाखाओं में सर्वांगीण विकास करने का निर्णय लिया है। इस वर्ष नगरों में शाखा कार्यकर्ताओं के बीच शाखा द्वारा सेवा कार्य की संकल्पना रखी गयी। इस वर्ष सेवा सप्ताह 11 प्रांतों में किया गया। इसके अतिरिक्त पूरे वर्ष में किये गए सेवा उपक्रमों की संख्या 31,237 है। 11,914 शाखाओं में उपक्रम किया।
विशेष – अनेक महानगरों में कोरोना पक्षात स्वास्थ्य शिविर आयोजित किये गए। चेत्नई , गौरखपुर , बंगलुरु , पुणे , में बच्चों के लिए तात्कालिक पाठदान केंद्र चलाये गए।सभी प्रांतों में 120 से भी अधिक चर्चा विमर्श सत्र सम्मान हुए जिसमे शिक्षा, उद्योग, सुरक्षा, प्रशासकीय अधिकारी, सैन्य अधिकारी, सेवा प्रदाता आदि श्रेणियों के निमंत्रित महानुभाव सहभागी हुए।
इस वर्ष पूजनीय सरसंघचालक जी को उपस्थिति 8 सितंबर 2020 को दिल्ली में विभिन्न समाचार पत्रों एवं न्यूज चैनलों के सम्पादकों के साथ दो सत्र की बैठक का आयोजन किया गया , जिसमें 52 सम्पादक उपस्थित हुए। 25 दिसंबर 2020 को मुंबई में दो बैठकों का आयोजन हुआ जिनमें सम्पादकों के सत्र में 18 उपस्थिति रही और टेलिविजन धारावाहिक निर्माताओं के सत्र में 13 धारावाहिक निर्माता उपस्थित हुए। 22-23 फरवरी 2021 को दिल्ली में सोशल मीडिया में प्रभावी लोगों को आमंत्रित किया गया, इसमें 18 प्रान्तों से 85 उपस्थित रहें जिसमें 14 बहनें थी।
गतिविधि
ग्राम विकास- जदय / प्रभात ग्राम – 340 प्रभात ग्राम व 1,360 उदय ग्रामों के साथ अन्य 2,000 ग्रामों में गौ आधारित पारम्पारिक कृषि, समरसता युक्त जीवन, समान जल स्त्रोत, सभी के लिए शमशान , मंदिर में सबको प्रवेश आदि प्रयासों के कारण ग्राम का परिवर्तन देखा जा रहा है । लगभग 2,500 ग्रामी में 20,000 कोरोना योध्दा कर्मियों का सम्मान किया है। कर्नाटक दक्षिण में आयोजित त्रिदिवसीय कौशल विकास प्रशिक्षण में लगभग 7,000 लोग सहभागी हुए। 700 ग्रामों में योग केंद, गृह वाटिका आदि के प्रयोग हुए हैं। ग्राम संकुल – चित्तोड प्रान्त में सागौद खंड मालवा प्रान्त में रुपा खेडी खंड कर्नाटक दक्षिण पुत्तूर जिला, तेलंगाना आदिलाबाद जिला ऐसे सघन कार्य लगभग 1,000 ग्रामों में हो रहा है।
ग्राम संस्कृति उत्सव – हरियाणा प्रान्त के 27 ग्रामों में एवं कोंकण प्रान्ता के 7 जिलों में जिलाशः एकत्रिकरण सम्पन्न हुए। कृषक कार्य – तेलंगाना, मालवा, गुजरात, पश्चिम महाराष्ट्र, विदर्भ, प्रांतों में कृषक उत्पादक संघ (FPO) के भी सफल प्रयोग हो रहे हैं। पारम्परिक पद्धति का कृषि कार्य मैकडो एकड़ से लेकर हजारों एकड़ तक सफलतापूर्वक मालवा, चित्तोड, गुजरात, सौराष्ट, तेलंगाना, आंध्र, कर्नाटक दक्षिण आदि में हो रहा है।
ग्राम विकास के विभिन्न उपक्रम एवं आयामों पर आधारित कार्य खण्ड एवं जिला स्तर पर पूरे देश में हो रहा है। मालवा, गुजरात, चित्तोड कर्नाटक दक्षिण प्रांतों में कार्य की व्यापति ग्राम ग्राम तक हुई है।
गोसेवा- गत वर्ष 26 प्रान्तों में 589 बर्ग हुए जिसमें 14,847 प्रशिक्षार्थी थे। गोपाष्टमी के 4,572 स्थानों पर 5.678 कार्यक्रम हुए। गो ऊर्जा बनाने वाले 5,617 स्थान है तथा गो चिकित्सा 45,590 पर चलती है गणेश उत्सव दरम्यान देश में पर्यावरणपूरक 8,32,969 गोबर गणपति बनाएं गए तथा दीपावली के समय 5,28,45,946 दीपक बनाएं गए।7 प्रान्तों में हुए गोविज्ञान परीक्षा में 42,562 प्रतिभागी थे।
कुटुंब प्रबोधन
1) 21 जून 2020 को आंतराष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित चर्चा – संवाद कार्यक्रम में विवेकानंद केंद्र, कन्याकुमारी को उपाध्यक्षा पात्री सुत्री निवेदिता दीदी ने यम – निपम यह विषय विस्तृत रुप में प्रस्तुत किया। 65,000 परिवारों की सहभागिता रही। 2) 1 जनवरी का कुटुंब अबोधन गतिविधि के जिला तथा उपर के स्तर के कार्यकताओं के लिए पंचयज्ञ से परम वैभव इस
विषय पर सहसरकार्यवाह मा. सुरेश सोनी जी का प्रबोधन हुआ। 7,500 से अधिक कार्यकर्ता सहपरिवार थे। 3) गत वर्ष सभी प्रांत संयोजक बंधुओं की आभासी पद्धति से अखिल भारतीय स्तर पर दो बैठकों का आयोजन किया गया था।