छत्तीसगढ़ के 6936 श्रमिक महाराष्ट्र, यूपी, जम्मू जैसे राज्यों में फंसे, सीएम की पहल पर जम्मू के श्रमिकों को आज भोजन-पानी का इंतजाम कराया गया
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रायपुर, 31 मार्च 2020। कोरोना के लॉकडाउन में दूसरे राज्यों में रोजी-रोटी कमाने गए छत्तीसगढ़ के 6936 श्रमिक फंस गए हैं। उनके पास खाने-पीने का संकट खड़ा हो गया था। इनमें से सबसे अधिक श्रमिक महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और जम्मू में श्रमिक हैं।
इनमें से जम्मू में फंसे कुछ श्रमिकों ने आज लेबर विभाग के हेल्पलाईन पर संपर्क कर मदद की गुहार लगाई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को जब इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने श्रम सचिव सोनमणि बोरा को निर्देश दिया कि जम्मू में फंसे 11 सौ श्रमिकों के लिए खाने-पीने की व्यवस्था कराएं।
बताते हैं, सोनमणि बोरा ने जम्मू के चीफ सिकरेट्री बीवीआर सुब्रमणियम से इस संबंध में बात की। सुब्रमणियम छत्तीसगढ़ कैडर के आईएएस हैं। वहां डेपुटेशन पर गए हैं। जम्मू के सिकरेट्री लेबर सौरभ भगत भी बोरा के जान-पहचान वाले निकल गए। लिहाजा, छत्तीसगढ़ के श्रमिकों को मदद मिलने में दिक्कत नहीं हुई। शाम तक सभी श्रमिकों को न केवल खाने का बंदोबस्त हो गया बल्कि उनके रहने का भी इंतजाम हो गया।
अफसरों ने बताया छत्तीसगढ़ के 19 जिलों के 6936 श्रमिक 21 राज्यों में फंसे हुए हैं। इनमें से कल 43 सौ और आज 25 सौ श्रमिकों से संपर्क कर उनके लिए राशन-पानी का इंतजाम किया गया।
छत्तीसगढ़ के अधिकांश श्रमिक महाराष्ट्र, यूपी, जम्मू, गुजरात, तेलांगना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडू, मध्यप्रदेश जैसे राज्यों में फंसे हुए हैं। इनमें इनमें सबसे अधिक कवर्धा, चांपा और मुंगेली के मजदूर हैं।