ब्रेकिंग अपहरण कांड में दो डॉक्टरों समेत 5 गिरफ्तार: अस्पताल संचालक ने कोरोना में 7 करोड़ की कमाई में हिस्सा नहीं दिया, इसलिए किया अपहरण, पुलिस ने पांचों को मुरादाबाद में किया अरेस्ट

NPG. NEWE
बिलासपुर, 24 सितंबर 2021। कोरोना में हुई कमाई के विवाद पर बिलासपुर के हास्पिटल संचालक का अपहरण करने वाले पाँच अपहरणकर्ताओं को बिलासपुर से भेजी गई टीम ने उत्तरप्रदेश के मुरादाबाद से गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपियों में हास्पिटल में ही पूर्व में काम करने दो डॉक्टर, एक टेक्नीशियन व उनके दो अन्य साथी शामिल हैं।
गिरफ्तार आरोपियों से बैंक के चेक व स्टाम्प भीपैसो के लेनदेन के विवाद पर बिलासपुर के हास्पिटल संचालक का अपहरण करने वाले पाँच अपहरणकर्ताओं को एसपी दीपक झा के द्वारा एडिशनल एसपी निमेष बरैया के नेतृत्व में बनाई गई टीम ने महज पांच दिन बीतने के पहले ही उत्तरप्रदेश के मुरादाबाद से गिरफ्तार कर लिया है,गिरफ्तार आरोपियों में हास्पिटल में ही पूर्व में काम करने दो डॉक्टर, एक टेक्नीशियन व उनके दो अन्य साथी हैं। गिरफ्तार आरोपियों से बैंक के चेक व स्टाम्प भी बरामद किए गए हैं।आरोपियो को ट्रांजिट रिमांड पर बिलासपुर लाने की तैयारी पुलिस कर रही हैं।
विदित हो कि बिलासपुर के राजकिशोर नगर में स्काई हास्पिटल का संचालन करने वाले 42 वर्षीय प्रदीप अग्रवाल का रविवार 19 सितंबर की शाम को मोपका स्थित एक सेलून की सीढ़ियों से ही पांच आरोपियों ने अपहरण कर लिया गया था,आरोपियो ने अपहरण में अर्टिगा कार का इस्तेमाल किया था,पर जाते जाते प्रदीप अग्रवाल की फोर्ड फिगो कार क्रमांक सीजी 10 AJ 1606 को आरोपियो के ही एक साथी ने हास्पिटल के सामने ले जा कर खड़ी कर दी और चाबी लगी हुई छोड़ कर अपने अन्य साथियों के साथ डॉक्टर को ले कर फरार हो गए थे। पर पुलिस का दबाव बढ़ता देख कर 24 घण्टे के अंदर ही अपहरणकर्ता डॉक्टर को दिल्ली एयरपोर्ट में छोड़कर भाग गए थे,जहा फ्लाइट से प्रदीप अग्रवाल पहले रायपुर फिर सकुशल बिलासपुर आ गए थे।
दो घण्टे में ही आइडेंटिफाई हुए आरोपी:-
डॉक्टर के काफी टाइम तक घर न पहुँचने पर उनके परिजनों ने रात 10.30को सरकंडा पुलिस को सूचना दी,मामले की जानकारी एसपी दीपक झा को भी दी गई,प्रकरण की गम्भीरता को देखते हुए एसपी श्री झा ने तुरन्त ही साइबर के एडिशनल एसपी निमेष बरैया के नेतृत्व में टीम गठित कर डॉक्टर के खोज बिन व सकुशल वापसी के लिए जरूरी टिप्स देते हुए दिशा निर्देश दिये।एसपी के निर्देश के बाद परिजनों से हुई पूछताछ में पता चला कि प्रदीप अग्रवाल का हास्पिटल में पूर्व में काम करने वाले मुरादाबाद के मूल निवासी डॉक्टर शैलेन्द्र मसीह और डॉक्टर मोहम्मद आरिफ से पैसो के लेन देन को ले कर विवाद चल रहा था।वही दूसरी ओर तब तक हास्पिटल का सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस के हाथ लग चुका था,जिसको देख कर हास्पिटल की एक नर्स ने गाड़ी पार्क करने आने वाले किडनैपर की पहचान अस्पताल में ही पूर्व में काम करने वाले डॉक्टर के रूप में की।
यूपी के दो नम्बर बिलासपुर आकर हुए ऐक्टिवेट
आरोपियो का क्लू मिलने के बाद अपने शक को पुख्ता करने व आरोपियो को ट्रेस करने के लिए एडिशनल एसपी निमेष बरैया व साइबर के एसआई मनोज नायक ने परिजनों से आरोपी डॉक्टरों का नम्बर ले कर आईएमईआई डिटेल निकाला जिसमें यह बात सामने आई कि दो आरोपियों ने उसी आईएमईआई की ड्युअल सिम वाले मोबाईल में बिलासपुर आ कर यूपी का नम्बर ऐक्टिवेट किया है, साथ ही उनका पुराना नम्बर तो चालू हैं ही।पर बिलासपुर आ कर चालू किया गया एक नम्बर पेंड्रा मे व एक बाद में नागपुर में बंद हो गया,जिससे पुलिस के सामने पूरी पिक्चर क्लियर हो गई।
मुरादाबाद रवाना की गई टीम:-
रात 12.30 को अपहरण की वारदात स्प्ष्ट होने के बाद आरोपियो की गिरफ्तारी हेतु एसपी दीपक झा ने रात को ही एएसपी निमेष बरैया के सुपरविजन में लाइन के सब इंस्पेक्टर धर्मेंद्र वैष्णव के नेतृत्व में 3 और पुलिसकर्मियों(टोटल 4) की टीम आरोपियो के पीछे रवाना कर दी।रात भर एडीशनल एसपी निमेष बरैया व एसआई मनोज नायक साईबर सेल में बैठ कर तकनीकी साक्ष्य जुटा कर पुलिस टीम को आरोपियो के सम्बंध में ब्रीफ करते रहे।आरोपियो का पीछा करते हुए पुलिस टीम भी मुरादाबाद पहुँच गई।
मुरादाबाद में नम्बर हुआ बन्द,कैम्प करती रही पुलिस
मुरादाबाद जा कर आरोपियो ने मोबाईल बन्द कर दिया,तब गयी हुई पुलिस टीम वहां कैम्प कर आरोपियो के तलाश में जुट गई,दूसरी तरफ बिलासपुर में साइबर एएसपी निमेष बरैया व एसआई मनोज नायक लगातार टेक्निकल एविडेंस जुटाने के लिए जूझते रहे व छोटी से छोटी क्लू को मुरादाबाद गयी टीम से शेयर करते रहे,इसी बीच एक आरोपी हास्पिटल के पूर्व टेक्नीशियन फिरोज का क्लू पुलिस को मिल गया, और मिले क्लू के आधार पर सबसे पहले उसे अरेस्ट कर लिया गया।
सबसे पहले अरेस्ट हुआ टेक्नीशियन फिरोज,फिर दोनो ड्राइवर और अंतिम में दोनों डॉक्टर:-
आरोपियो ने अपना मोबाईल तो बन्द कर लिया था पर जिन नम्बरो पर आरोपियो ने सबसे ज्यादा बात की थी उसकी तस्दीक की गई,इसके आधार पर फिरोज ने सबसे ज्यादा जिस नम्बर पर सम्पर्क किया था,पुलिस उसके पास पहुँच गई और उस व्यक्ति के सहारे टेक्नीशियन फिरोज की गिरफ्तारी की गई।फिरोज की निशानदेही पर अपहरण में साथ देने वाले दोनो ड्राइवरो रिजवान और आलम को पुलिस टीम ने उठाया,ये दोनों मुरादाबाद से बारी बारी गाड़ी चलाते हुए आये व गए थे।डॉक्टर मोहम्मद आरिफ नोटरी के पास आने वाला था जहां से उसे घात लगा कर पकड़ा गया।सबसे आखरी में डॉक्टर शैलेन्द्र मसीह की गिरफ्तारी हुई।
बरामद हुए एक्सिस बैंक के 1 करोड़ 65 लाख
आरोपियो ने दबावपूर्वक डॉक्टर से उसके हास्पिटल में फोन करवा के कहलवाया था कि “मैं एक आदमी भेज रहा हु,जिसके हाथों में मेरा चेकबुक दे देना” एक्सिस बैंक का चेक बुक मिलने पर आरोपियो ने डॉक्टर से 1 करोड़ 65 लाख 50 हजार मूल्य के 16 चेको पर हस्ताक्षर करवा लिए थे,उसके अलावा स्टाम्प में भी प्रदीप अग्रवाल से अपनी खुद की मर्जी से साथ चलने की लिखा पढ़ी भी करवा ली थी,उक्त स्टाम्प को नोटराइज करने के लिए नोटरी के पास आने के समय ही डॉक्टर मोहम्मद आरिफ की गिरफ्तारी हुई हैं।
कोरोना काल की कमाई की लड़ाई में हुआ अपहरण
कोरोना के सेकेंड लहर के दौरान हास्पिटलो में बेड मिलने में मशक्कत करनी पड़ रही थी,तब सूत्रों के अनुसार आपदा में अवसर बनाते हुए अस्पताल ने लगभग 7 करोड़ की कमाई की,डॉक्टरों का कहना था कि हमे तनख्वाह के अलावा प्रॉफिट में भी हिस्सा मिलना था पर अस्पताल संचालक ने हमारा हिस्सा नही दिया,डॉक्टरों ने सीएमओ कार्यालय में शिकायत करते हुए आरोप भी लगाया था कि अस्पताल में जो मेडिसिन मरीजो को नही लगाई जाती उसका भी बिल उनसे वसुला जाता है।इसके अलावा भी कई मरीजो ने अवैध व ज्यादा बिलिंग कि शिकायत अस्पताल प्रबन्धन के खिलाफ की थी व अस्पताल विवादों में रहा था।बहरहाल पुलिस पाँचो गिरफ्तार आरोपी डॉक्टर शैलेन्द्र मसीह,डॉक्टर मोहम्मद आरिफ ,टेक्नीशियन फिरोज व दो ड्राइवरो रिजवान व आलम को मुरादाबाद की अदालत में आज पेश कर ट्रांजिट रिमांड में ले कर बिलासपुर लाने की तैयारी में हैं।
“अपहरण में शामिल पाँचो अपहरणकर्ताओं को हमारी पुलिस टीम ने यूपी के मुरादाबाद से गिरफ्तार कर लिया है, आरोपियो से एक्सिस बैंक के कई चेक व स्टाम्प पेपर भी बरामद किया गया हैं।आज आरोपियो को मुरादाबाद की अदालत में पेश कर के ट्रांजिट रिमांड ले कर बिलासपुर लाया जाएगा,उसके बाद प्रकरण का वृस्त्रित खुलासा किया जाएगा”
एडिशनल एसपी साइबर सेल निमेष बरैया