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4 इंस्पेक्टर, 25 पुलिसकर्मी…50 से अधिक CCTV और 800 कार की तलाशी के बाद आखिरकार पकड़ा गया गोलीकांड का आरोपी… पिछले 20 दिनों से क्राईम पेट्रोल देख कर खुद को कर रहा था अपडेट… कट्टा, कार जब्त

4 इंस्पेक्टर, 25 पुलिसकर्मी…50 से अधिक CCTV और 800 कार की तलाशी के बाद आखिरकार पकड़ा गया गोलीकांड का आरोपी… पिछले 20 दिनों से क्राईम पेट्रोल देख कर खुद को कर रहा था अपडेट… कट्टा, कार जब्त
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By NPG News

दुर्ग 26 जुलाई 2021. दुर्ग के नेवई में चर्चित फायरिंग के मुख्य आरोपी मुकुल सोना को पुलिस ने बिहार नालंदा से दबोचा है। आरोपी के पास से घटना में उपयोग किया गया कट्टा, कारतूस, कार और मोटर सायकल जब्त किया गया है। आरोपी गोलीकांड की घटना के बाद से ही भेष बदलकर बिहार में जा छुपा था। पकड़े जाने के डर से आरोपी अपनी दाढ़ी और बाल भी कटवा कटवा रखी था। मुकुल पिछले कई दिनों से पुलिस के लिए चुनौतियां बना हुआ था।

जाने क्या था पूरा मामला

5 जुलाई 2021 रात साढ़े 12 बजे मामले के शिकायतकर्ता बृजेश राय उर्फ पिंकी राय पर 3 अज्ञात व्यक्तियों द्वारा थाना नेवई क्षेत्र के टंकी मरोदा बस्ती में फायरिंग की गई थी। ये घटना गाड़ी साइड करने को लेकर शुरू थी। घटना के बाद पिंकी राय की शिकायत पार थाना नेवई में अपराध क्रं. 212/21 धारा 307 भादवि 25, 27 आर्म्स एक्ट कायम किया गया। एसपी प्रशांत अग्रवाल तत्काल घटना स्थल पर पहुंचे। SP द्वारा IG विवेकानंद सिन्हा को घटना की जानकारी दी गई थी।

4 निरीक्षक, 25 अधिकारी…50 से अधिक सीसीटीवी, 800 कार की तलाशी

आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर, फायरिंग की घटना के बाद से ही शहर में नाकाबंदी कर सीएसपी भिलाई के नेतृत्व में 4 निरीक्षक, 25 अधिकारी/कर्मचारियों ने जाँच शुरू की थी। इस दौरान शहर के 50 से अधिक सीसीटीवी, 800 कार के मालिको से पूछताछ की गई थी। साथ ही शहर में अवैध देशी कट्टा, पिस्टल के मामलो में पूर्व के आरोपियों एवं उनके सहयोगियों की जानकारी ली गई थी।
जाँच के दौरान तीन आरोपियो की पहचान मुकुल सोना उर्फ सोनू तथा उसके दो सहयोगी मुकेश सिंह उर्फ पंचर निवासी इलाहाबाद, नागेन्द्र कुमार निवासी नालंदा बिहार के रूप में हुई। पहचान के बाद इनकी गिरफ्तारी के लिए उनके ठिकानो पर दबिश दी गई, लेकिन तीनों आरोपी फरार मिले।

इधर पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही थी, तभी10 जुलाई को नेवई थाना क्षेत्र के रिसाली इलाके में शाम 7 बजे एक और हवाई फायर आरोपियों के द्वारा किया गया। आरोपियो द्वारा की गई फायरिंग के बाद दुर्ग पुलिस आरोपियो की गिरफ्तारी हेतु लगातार दबिश दी गई। घटना के बाद आरोपियों के धरपकड हेतु उनके हर संभावित ठिकाने पर टिटलागढ उडिसा, धमतरी, कुरूद, केशकाल, कांकेर, नागपूर, रायपुर, नंदिनी अहिवारा सहित दुर्ग भिलाई शहर के करीबन 40 ठिकानों पर दबिश दी गई।

सोशल मिडिया, फेसबुक, इंस्टाग्राम के माध्यम से दे रहे थे धमकी…

आरोपियों द्वारा घटना के बाद से ही लगातार सोशल मिडिया, फेसबुक, इंस्टाग्राम के माध्यम से बृजेश राय उर्फ पिंकी राय को जान से मारने की धमकी दी जा रही थी। साथ ही पुलिस के इन्वेस्टीगेशन को गुमराह करने का भी प्रयास किया जा रहा था, जिसे सायबर सेल ने सोशल मिडिया क्रैक कर उनकी योजना को विफल किया। सायबर सेल द्वारा लगातार तकनीकी विश्लेषण किया जा रहा था एवं विश्लेषण के आधार पर लगातार संभावित स्थानों पर दबिश दी जा रही थी।

इसी दौरान आरोपियो को पनाह देने वाले संजय जोशी निवासी पोटिया, नंदिनी के घर दबिश दी गई। जहॉ पुलिस को अवैध शराब का जखीरा भी मिला पुलिस ने आबकारी एवं आरोपी को पनाह देने के अपराध में संजय जोशी को गिरफ्तार किया है। पूर्व में आरोपी के सहयोगी रहे अमित जोश थाना खुर्सीपार में धारा 399 भादवि 25 आर्म्स एक्ट के तहत कार्रवाई कर जेल भेजा गया। मुकुल के अन्य साथी विश्वजीत एवं लक्की जार्ज के खिलाफ भी पुलिस ने काठोर कार्रवाई करते हुये उसे गिरफ्तार किया है। आरोपियो के सोशल मिडिया को संचालित करने वाले प्रखर चंद्राकर एवं एक नाबालिग के खिलाफ धारा 294, 506, 212, 34 भादवि के तहत कार्रवाई की गई है।

आरोपियों की मदद करने वाले गिरफ्तार..

प्रकरण में आरोपियों की मदद करने वाले अन्य सहयोगियो जैसे सूरज पाल निवासी नेवई, अशोक जांगडे निवासी ग्राम हनोदा पद्यमनाभपुर, मंगल सिंह निवासी स्टेशन मरोदा, पुलकित चंद्राकर निवासी मरोदा सेक्टर, गोपेन्द्र बाग निवासी पेशंनबाडा, रायपुर के खिलाफ प्रतिबंधात्क कार्रवाई कर जेल भेजा गया है।

क्राईम पेट्रोल और यूट्यूब देख कर रहे थे अपने आप को अपडेट

पुलिस की कार्रवाई से घबराकर, मुकुल सोना दुर्ग भिलाई से दूसरे राज्य भाग निकला। सायबर सेल के लगातार तकनीकि विश्लेषण से कुछ इनपुट आने लगे थे, जिसमंे आरोपियों के उत्तर भारत की ओर दिल्ली/लुधियाना जाने की खबर मिली। इस सूचना के बाद SP प्रशांत अग्रवाल ने दो विशेष टीम दिल्ली/लुधियाना के लिए रवाना किया। वहीँ आरोपी इंटरनेट गूगल के माध्यम से स्थानीय समाचार पत्रों व अन्य मिडिया के माध्यम से दुर्ग की सभी जानकारी ले रहे थे। साथ ही यूट्यूब, सीरियल क्राईम पेट्रोल जैसे माध्यमों से अपन आप को अपडेट कर रहे थे। इधर पुलिस जैसे ही संभावित ठिकाने पर दबिश देती थी, उससे पहले पहले ही आरोपी के एक स्थान छोड़कर दूसरे स्थान पर चले जाते थे। इस वजह से दिल्ली गई पुलिस को वहां से खाली हाथ ही लौटना पड़ा था। आरोपियों के बार बार पुलिस को चकमा देकर फरार होने के बाद भी उनका पीछा करती रही। आरोपियों का पीछा करते हुए उत्तरप्रदेश के कुछ स्थानों में भी दबिश दी गई। पुलिस को भी यहॉ सफलता नहीं मिली। इसी क्रम में एक खबर मिली कि, आरोपी मुकुल सोना एवं नागेन्द्र कुमार उत्तरप्रदेश के चंदोली से नागेन्द्र के निवास स्थान परबलपुर जिला नालांदा बिहार में है।

बिहार से दबोचा गया आरोपी

मुखबिर से मिली सूचना के बाद कप्तान प्रशांत अग्रवाल द्वारा नालांदा जिले के एसपी हरि प्रसाद से संपर्क कर दुर्ग पुलिस को मदद करने की बात कही। इसके बाद दुर्ग पुलिस एवं नालांदा पुलिस की संयुक्त टीम ने आरोपी नागेन्द्र के निवास स्थान पर घेराबंदी कर उसे पकड़ा गया। मौके पर आरोपी मुकुल सोना हिरासत में लिया गया। पुछताछ पर मुकुल सोना द्वारा अन्य आरोपी नागेन्द्र के संबंध में बताया कि दबिश के पूर्व ही कहीं चला गया था। पुलिस टीम द्वारा नागेन्द्र की तलाश जारी है। मुख्य आरोपी मुकुल सोना के बयान मेमोरण्डम पर से घटना में प्रयुक्त दो नग मोबाईल, वाई-फाई राउटर, देशी कट्टा, राउण्ड, मारूति कार 800, मोटर सायकल पल्सर जब्त की गई है।

आरोपी मुकुल सोना को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया है। प्रकरण के मुख्य आरोपी मुकुल सोना एवं प्रकरण से संबंधित साथीदारान सूरज पाल, अशोक जांगडे, मंगल सिंह, प्रखर चद्रांकर, पुलकित चंद्राकर, गोपेन्द्र बाग, संजय जोशी, अमित जोश, लक्की जॉर्ज के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

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