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नयनाभिराम शिवगंगा महाआरती की 35 वी कड़ी, नदियों के प्रति आस्था को लेकर अनूठी पहल

नयनाभिराम शिवगंगा महाआरती की 35 वी कड़ी, नदियों के प्रति आस्था को लेकर अनूठी पहल
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By NPG News

राजनांदगांव, 22 जुलाई, 2021। प्रति माह के प्रदोष तिथि पर आयोजित होने वाली शिवगंगा महाआरती की 35 वीं कड़ी का आयोजन बुधवार की देर शाम राजनांदगांव शहर के मोहारा स्थित शिवनाथ नदी के तट पर संपन्न किया गया। इस महाआरती में नगर निगम के आयुक्त आशुतोष चतुर्वेदी भी शामिल हुए।
नदियों के संवर्धन, संरक्षण के प्रति समर्पित शिवगंगा महाआरती का निरंतर आयोजन राजनांदगांव शहर के मोहरा स्थित शिवनाथ नदी के तट पर किया जा रहा है, इस महाआरती में शहर के लोग बड़ी संख्या में शामिल होते रहे हैं, लेकिन कोरोना काल की वजह से चंद लोगों की उपस्थिति में ही शिवगंगा महाआरती प्रतिमाह के प्रदोष तिथि पर संपन्न कराई जा रही है। इस महाआरती के माध्यम से लोगों को वर्चुअल जोड़कर नदियों के प्रति उनकी आस्था को और प्रबल कर नदियों और जल के संरक्षण को लेकर कार्य किया जा रहा है। शिव गंगा महाआरती की 35 वीं कड़ी के अवसर पर राजनांदगांव नगर निगम क्षेत्र के आयुक्त डा. आशुतोष चतुर्वेदी शामिल हुए इस दौरान उन्होंने कहा कि शिवगंगा महाआरती में शामिल होने का सौभाग्य मिला उन्होंने कहा कि हमें बेतरतीब विकास नहीं करना है, हमें अपने प्रकृति को समाहित करके चलना होगा और पेड़- पौधे, नदियों को संरक्षित करना होगा।
शिवगंगा महाआरती के 35वीं कड़ी के अवसर पर कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए महाआरती संपन्न कराई गई।
इस अवसर पर पहले भगवान भोलेनाथ की आरती की गई और इसके बाद मां गंगा की आरती कर नदियों में जल बरकरार रहने की कामना की गई। मोहरा स्थित शिवनाथ नदी के तट पर पंडित अनिल आचार्य ने महाआरती संपन्न करवाई। वहीं इस अवसर पर जरूरतमंद लोगों को स्वर्गीय पूरणमल प्रभाकर की स्मृति में सुखा राशन का वितरण भी किया गया। शिवगंगा महाआरती के इस इस 35वीं कड़ी में देश प्रदेश की तरक्की और खुशहाली की कामना भी की गई। शिव गंगा महाआरती के माध्यम से कोरोना महामारी के खात्मे की कामना करते हुए, वर्चुअल माध्यम से जुड़े लोगों के साथ अन्य लोगों को भी कोरोना से बचाओ के लिए टीकाकरण कराने प्रेरित किया गया। तेजी से बढ़ते ग्लोबल वार्मिंग के बीच नदियां भी दूषित हो रही है वहीं पर्यावरण को भी नुकसान पहुंच रहा है। शिव गंगा महाआरती के माध्यम से नदियों को दूषित नहीं करने और जल सहित पर्यावरण संरक्षण के लिए अलग जगाई जा रही है।

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