Overthinking Solutions : दिमाग की किर-किर से परेशान हैं? जब सोच ही बन जाए दुश्मन, क्या आप भी फंस गए हैं ओवरथिंकिंग के मायाजाल में, ऐसे निकले बाहर
Overthinking Solutions : आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम पैसा तो कमा रहे हैं, लेकिन सुकून खोते जा रहे हैं। क्या आपके साथ भी ऐसा होता है कि सोने के लिए बिस्तर पर लेटते ही पुरानी बातें याद आने लगती हैं?

Overthinking Solutions : दिमाग की किर-किर से परेशान हैं? जब सोच ही बन जाए दुश्मन, क्या आप भी फंस गए हैं ओवरथिंकिंग के मायाजाल में, ऐसे निकले बाहर
Overthinking Solutions : आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम पैसा तो कमा रहे हैं, लेकिन सुकून खोते जा रहे हैं। क्या आपके साथ भी ऐसा होता है कि सोने के लिए बिस्तर पर लेटते ही पुरानी बातें याद आने लगती हैं? या फिर आने वाले कल की चिंता में आपकी नींद उड़ जाती है? अगर हाँ, तो आप 'ओवरथिंकिंग' (हद से ज्यादा सोचने) के जाल में फंस चुके हैं। यह एक ऐसी मानसिक स्थिति है जहां इंसान खुद का ही सबसे बड़ा दुश्मन बन जाता है।
Overthinking Solutions : क्या है यह ओवरथिंकिंग का मायाजाल?
साधारण भाषा में कहें तो जब हमारा दिमाग एक ही बात को बार-बार दोहराने लगे और हम छोटी-छोटी समस्याओं का पहाड़ बनाने लगें, तो इसे ओवरथिंकिंग कहते हैं। 12-12 घंटे की शिफ्ट, ऑफिस का तनाव और बच्चों के भविष्य की चिंता—ये सब मिलकर हमें एक ऐसे चक्रव्यूह में धकेल देते हैं जिससे निकलना मुश्किल लगने लगता है। इसके कारण न केवल हमारी नींद खराब होती है, बल्कि हम चिड़चिड़े हो जाते हैं और सही फैसले लेने की ताकत खो देते हैं।
जब सोच बन जाए बोझ, तो करें ये 5 आसान काम
1. सोच का भी टाइम टेबल बनाएं अजीब लग सकता है, लेकिन यह बहुत कारगर है। अपने दिमाग को कहें कि "भाई, तुझे जो भी सोचना या टेंशन लेना है, उसके लिए शाम को सिर्फ 15 मिनट मिलेंगे।" जब सोचने का एक समय तय हो जाएगा, तो दिमाग दिनभर आपको परेशान करना कम कर देगा। जैसे ही टाइम खत्म हो, तुरंत अपना ध्यान किसी और काम में लगा लें।
2. जो बस में नहीं, उसे भगवान भरोसे छोड़ें हम अक्सर उन चीजों के बारे में सोचकर परेशान होते हैं जिन्हें हम बदल ही नहीं सकते। जैसे- कल मौसम कैसा होगा? या "दूसरे मेरे बारे में क्या सोचेंगे?" खुद से सवाल पूछें—क्या यह मेरे हाथ में है? अगर नहीं, तो गहरी सांस लें और उसे छोड़ दें। अपनी ऊर्जा सिर्फ उन कामों में लगाएं जिसे आप सच में ठीक कर सकते हैं।
3. पसीना बहाएं, दिमाग शांत पाएं जब शरीर थकता है, तो दिमाग शांत होता है। अगर आप बहुत ज्यादा सोच रहे हैं, तो तुरंत उठकर वॉक पर निकल जाएं, जिम जाएं या घर की सफाई शुरू कर दें। जब आप शारीरिक रूप से बिजी होते हैं, तो दिमाग को फालतू बातें सोचने का समय ही नहीं मिलता।
4. कागज पर उतारें मन का बोझ मन में चल रही बातों को किसी को बताना मुश्किल हो सकता है, लेकिन उसे लिखना बहुत आसान है। एक डायरी बनाएं और जो भी डर या चिंता मन में है, उसे लिख डालें। जब आप अपनी समस्याओं को कागज पर देखते हैं, तो वे उतनी बड़ी नहीं लगतीं जितनी दिमाग के अंदर लग रही थीं। यह मन को खाली करने का सबसे अच्छा तरीका है।
5. कल और परसों को छोड़कर आज में जिएं बीता हुआ कल वापस नहीं आएगा और आने वाला कल अभी आया नहीं है। हम अक्सर इन दोनों के चक्कर में अपना 'आज' खराब कर देते हैं। वर्तमान पल में जीना सीखें। जो काम आप अभी कर रहे हैं, चाहे वो खाना खाना हो या चाय पीना, उसे पूरी तरह महसूस करें। आज खुश रहेंगे, तो भविष्य अपने आप सुधर जाएगा।
