नईदिल्ली 18 फरवरी 2020 21 फरवरी से शुरू होने वाले टेस्ट मैच से पहले विराट कोहली ने साफ कर दिया कि उनकी टीम जल्दी से जल्दी टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिए जगह बनाना चाहती है. ICC टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल अगले साल लॉर्ड्स में खेला जाएगा. टेस्ट चैंपियनशिप शुरू होने के बाद भारतीय टीम अभी तक अजेय रही है. वो पॉइंट टेबल में सबसे ऊपर है. विराट कोहली आगे भी इसी दबदबे को कायम रखना चाहते हैं. टेस्ट मैच से पहले उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्या-क्या कहा, जान लेते हैं.
चोट से पहले इशांत शर्मा जिस तरह की गेंदबाजी कर रहे थे, अब एक बार फिर से उनका फॉर्म वैसा ही लग रहा है. वो अच्छी जगह पर गेंद को पिच करा रहे हैं. उनके पास अच्छा खासा अनुभव है. वो न्यूजीलैंड के दौरे पर पहले आ भी चुके हैं, इसलिए उनका होना टीम के लिए निश्चित तौर पर फायदेमंद होगा. उनका रफ्तार के साथ गेंदबाजी करना, टीम इंडिया के टेस्ट चैंपियनशिप के सपने को साकार कर सकता है.
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सभी टीमों को एक तरह से ही देखना चाहिए. हमें अपनी क्षमताओं पर फोकस करना होता है. इस बात से फर्क नही पड़ता कि विरोधी टीम कितना संयम दिखाती है. हमें उनसे ज्यादा संयम दिखाना होगा. हम इस तरह से तैयारी नहीं कर सकते हैं कि न्यूजीलैंड की टीम बाकी टीमों के मुकाबले ज्यादा संयम दिखाएगी और हमारे ऊपर दबाव बनाएगी. हमने अपने आपको फिटनेस और एकाग्रता के लिहाज से इस तरह तैयार किया है कि हम दुनिया की किसी भी टीम के खिलाफ तैयार हैं.
हम इसी विश्वास के साथ मैदान में उतरेंगे. अगर न्यूजीलैंड संयम के साथ खेलेगा तो हम भी संयमित रहेंगे. अगर वो काउंटर अटैक करेंगे तो हमारे पास विकेट लेने का मौका होगा या स्कोर बनाने का मौका होगा. हमारे सामने विरोधी टीम जैसी रणनीति से खेलेगी हम उसके मुताबिक खुद को ढालेंगे. हम किसी तय पैटर्न के साथ नहीं उतरेंगे.
पृथ्वी शॉ को आप थोड़ा कम अनुभवी कह सकते हैं, लेकिन मयंक अग्रवाल के साथ ऐसा नहीं है. वो पिछले साल काफी रन बना चुके हैं. वो टेस्ट क्रिकेट में अपने खेल को समझते हैं. मुझे लगता है कि सफेद गेंद के साथ बल्लेबाज कई बार बहुत कुछ प्रयोग करना चाहते हैं, लेकिन लाल गेंद के साथ बल्लेबाज अनुशासन के साथ खेलते हैं. जो मयंक के ज्यादा अनुकूल है. पृथ्वी बहुत प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं. उनका बल्लेबाजी करने का एक तरीका है. हम चाहते हैं कि वो जिस तरह की क्रिकेट खेलते हैं, वैसी ही खेलें.