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IAS Shammi Abidi Biography In Hindi: आईएएस शम्मी आबिदी का जीवन परिचय ( जीवनी), जानिए कौन है छत्तीसगढ़ कैडर की आईएएस शम्मी आबिदी?

IAS Shammi Abidi Biography, Hindi, Age,wiki, wife,Family, Children, Name, Date of Birth, wife, Family, Height, Career, Nick Name, Net Worth:– शम्मी आबिदी छत्तीसगढ़ कैडर की 2007 बैच की आईपीएस अफसर है। वह मूलतः उत्तर प्रदेश की रहने वाली है। पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद आईएएस बनी शम्मी आबिदी प्रधानमंत्री के हाथों पुरस्कृत हो चुकी है। वर्तमान में वे सचिव रैंक की अफसर है और केंद्र में ज्वाइंट सेकेट्री भी इम्पेंनल हो चुकी है।

IAS Shammi Abidi Biography In Hindi: आईएएस शम्मी आबिदी का जीवन परिचय ( जीवनी), जानिए कौन है छत्तीसगढ़ कैडर की आईएएस शम्मी आबिदी?
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IAS Shammi Abidi

By Gopal Rao

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एनपीजी। शम्मी आबिदी छत्तीसगढ़ कैडर की 2007 बैच की आईएएस अफसर है। वे मूलतः उतरप्रदेश के लखनऊ की रहने वाली है। शम्मी आबिदी की सफलता में उनके माता पिता का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। शम्मी आबिदी की तीन बहनों को खासकर उनकी माता ने आगे बढ़ने हेतु प्रेरित किया। महिला सशक्तिकरण की दिशा में उल्लेखनीय कार्य करने वाली शम्मी आबिदी का मानना है कि बेटियां पराया धन नहीं होती। बल्कि बेटियां माता पिता की अच्छे से सेवा कर सकती हैं। वर्तमान में वे महिला एवं बाल विकास विभाग की सचिव हैं। वे केंद्र में ज्वाइंट सेकेट्री भी इंपेनल हो चुकी है। आइए जानते हैं उनके बारे में...

जन्म और शिक्षा..

शम्मी आबिदी का जन्म 12 नवंबर 1978 को हुआ है। शम्मी आबिदी तीन बहन है। 2007 बैच की आईएएस है। वे उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ की रहने वाली है। शम्मी आबिदी के पिता इंग्लिश के प्रोफेसर और विभागाध्यक्ष हैं। उनकी मां गृहणी हैं। शम्मी आबिदी तीन बहनें हैं, उनका कोई भाई नहीं है। बचपन में शम्मी आबिदी आजमगढ़ के कलेक्टर के घर गई थीं। कलेक्टर की पत्नी शम्मी आबिदी के पिता की छात्रा थी। कलेक्टर बंगले में रुककर कलेक्टर के कार्यों को देख कर वे आईएएस बनने के लिए प्रेरित हुईं। इसके अलावा दूरदर्शन पर प्रसारित होने वाले धारावाहिक उड़ान को देखकर भी उनके मन में आगे कुछ कर गुजरने की इच्छा बलवती हुई। दसवीं कक्षा के बाद यूपीएससी की तरफ पूरा रुझान शम्मी का आ गया। इसलिए उन्होंने मानविकी विषयों के ग्रेजुएशन किया। उन्होंने बीए अर्थशास्त्र व एमए अर्थशास्त्र किया है।

यूपीएससी में उनका एक वैकल्पिक विषय एंथ्रोपोलोजी रहा। उन्होंने अपनी पूरी तैयारी लखनऊ में ही रहकर की। वे दिल्ली तैयारियों के लिए कभी नही गईं।

सोशल मीडिया साइट से मिले हमसफर:–

शम्मी आबिदी के पति भी आईपीएस अफसर हैं। उनका विवाह आईपीएस आरिफ एच शेख से हुआ। उनके पति छत्तीसगढ़ कैडर के 2005 बैच के आईपीएस अफसर हैं। यूपीएससी मेंस की परीक्षा देने के बाद शम्मी आबिदी की सोशल मीडिया साइट आरकुट में आईपीएस आरिफ एच शेख से मुलाकात हुई। आरकुट से शुरू हुई बातचीत को शादी होने पर मंजिल मिली। हालांकि शादी शम्मी ने यूपीएससी में फाइनल सलेक्शन के बाद ही किया।

प्रोफेशनल कैरियर:–

शम्मी आबिदी ने 18 अगस्त 2007 को आईएएस की सर्विस ज्वाइन की। एसडीएम गरियाबंद के रूप में फील्ड में शुरुआत की। उसके बाद एडिशनल कलेक्टर रायपुर, सीईओ जिला पंचायत रायपुर, एमडी सर्व शिक्षा अभियान, संचालक पंचायत, कलेक्टर कांकेर, कलेक्टर रायगढ़, कमिश्नर हाउसिंग बोर्ड, एमडी मार्कफेड, कमिश्नर कम डायरेक्टर ट्राइबल डिपार्टमेंट रहीं।

प्रबंध संचालक, अंत्यावसायी सहकारी वित्त एवं विकास निगम व संचालक आदिम जाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान एवं आयुक्त, वक्फ सर्वे रहीं। वर्तमान में वे सचिव महिला एवं बाल विकास विभाग है।

कांकेर कलेक्टर रहते अंदरूनी गांवों में खुद की उपस्थित में 63 कैंप आयोजित किए और ग्रामीणों की समस्याओं का निराकरण कर उनकी मांगों को पूरा किया। शिक्षा के क्षेत्र में प्रोजेक्ट प्रज्ञा,प्रोजेक्ट सेतु चलाया। प्रोजेक्ट प्रज्ञा शिक्षकों की कमी पूरा करने के लिए चलाया गया था। दूरस्थ और अंदरूनी क्षेत्रों में शिक्षक पढ़ाना नही चाहते थे। जिसके चलते शम्मी आबिदी ने जिले के उपलब्ध और सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों के वीडियो लेक्चर तैयार करवा स्कूलों में टीवी के माध्यम से बच्चों को पढ़ाया गया। कोविड़ में यही माध्यम काम आया। यह वीडियो यू ट्यूब में अपलोड करवाया गया। कांकेर में कुपोषण दूर करने के लिए भी कार्य किया। कांकेर के छिताफल को ग्रेडिंग कर उसे बाजार उपलब्ध करवाया।

शम्मी आबिदी को रायगढ़ कलेक्टर रहते बेटी बचाओ– बेटी पढ़ाओ अभियान चलाया था। जिसके लिए शम्मी आबिदी को प्रधानमंत्री ने अवार्ड देकर सम्मानित किया।

Gopal Rao

गोपाल राव रायपुर में ग्रेजुएशन करने के बाद पत्रकारिता को पेशा बनाया। विभिन्न मीडिया संस्थानों में डेस्क रिपोर्टिंग करने के बाद पिछले 8 सालों से NPG.NEWS से जुड़े हुए हैं। मूलतः रायपुर के रहने वाले हैं।

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